VC डॉ नरपिंदर को Chemistry Leader Award:Graphic Era समूह के Chairman डॉ कमल घनशाला ने दी बधाई:कहा,`समर्पण-मेहनत का फल’
बूट कैम्प प्रतियोगिता में सोलर सिटी विजेता

दिग्गज deemed University ग्राफिक एरा जे VC डॉ. नरपिंदर सिंह को Chemistry Leader Award-24 से नवाजा गया.रसायन शोध की दुनिया में अहम उपलब्धियों और योगदान पर रिसर्च.काम ये अवार्ड देती है.विवि समूह के प्रमुख डॉ कमल घनशाला ने बधाई देते हुए कहा कि डॉ नरपिंदर ने शोध कार्यों में जो बेहतरीन उपलब्धियां अर्जित की हैं,ये अवार्ड उसका फल है.
Dr Kamal Ghanshala (Chairman-Graphic Era Group of Institutions)
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देश के 286 H-Index प्राप्त वैज्ञानिकों की सूची में डॉ. नरपिंदर सिंह को 12वां स्थान दिया गया है। उन्हें ये सम्मन फूड साइंस टेक्नोलॉजी और बायोटेक्नोलॉजी में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया गया है। विश्व के शीर्ष एक प्रतिशत वैज्ञानिकों में शामिल डॉ. सिंह के नाम राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में 380 प्रकाशन, 30,000 से ज्यादा साईटेशन, फेलोशिपस व पुरस्कार जैसी उपलब्धियां शामिल हैं।
36 वर्षों के सफल करियर में उन्होंने कई प्रतिष्ठित संस्थानों में सेवाएं दी हैं। उनके शोध कार्य शिक्षा, नवाचार और कृषि के क्षेत्र से सम्बंधित हैं। डॉ. सिंह ने अपनी उपलब्धि का श्रेय ग्राफिक एरा ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. कमल घनशाला और ग्राफिक एरा समुदाय के समर्थन को दिया।
चेयरमैन डॉ. कमल घनशाला ने डॉ नरपिंदर को बधाई देते हुए कहा कि अवार्ड उनकी उपलब्धियों की स्वीकार्यता और उनके कड़े समर्पण-परिश्रम को दर्शाता है। उनके शोध कार्य विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा दे रहे हैं.विश्वविद्यालय में उनका नेतृत्व पढ़ाई के स्तर को ऊंचाइयों तक ले जा रहा है।
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——-टीम सोलर सिटी बूट कैम्प में विजेता—–
Graphic Era विवि में IDE के बूट कैंप में युवाओं ने क्रन्तिकारी परिवर्तन की झलक प्रदर्शित करने वाले Ideas से हैरान और प्रभावित किया. इनमें जंगलो में आग की वजह बनने वाली चीड़ की पत्तियों से पानी शुद्धिकरण की तकनीक भी शामिल है।
बूट कैंप में टीम पाइन ग्रीन वेल्फेयर (सूर्यांश, शानू, दिलबहादुर, अनमोली, अंजस) चीड़ की पत्तियों का जल प्रदूषण को कम करने और नदियों को साफ करने की दिशा में नए आइडियाज लेके आई।
बूट कैंप की विजयी टीम सोलर सिटी (राहुल शर्मा, गुरचरण सिंह, लक्ष्य सिंघल, सचिन कुमार रे, राशि गुप्ता, अंश गुप्ता) ने सोलर मानिटरिंग मोबाईल एप्लिकेशन बनाया. इसकी मदद से पैनल के बारे में पूरी जानकारी मिल जाया करेगी।
टीम कोड एकस्ट्रेस (प्रशांत कुमार सिंह, पलक, आदित्य भारद्वाज, अनन्या सिंघला, अनमोल जैन) ने भारत भ्रमण वेब एप्लिकेशन को डिजाइन किया. इसके माध्यम से स्थानीय विक्रेताओं को शिल्प कला को प्रदर्शित करने का एक नया मंच मिल सकेगा।
टीम एडुक्राफ्ट (ज्योति अहिकारी, संचित भट्ट, मेघा भट्ट, सोम गुप्ता) ने नवीन संचार के माध्यम से शिक्षा को सशक्त बनाने व छात्र-छात्राओं के भविष्य को आकार देने के लिए साफ्टवेयर बनाने का आइडिया सामने रखा।
इनोवेशन एण्ड एन्टरप्रिन्योशिप विषय पर आधारित इस पांच दिवसीय बूट कैंप में युवाओं ने कैनवास स्केचिंग, वर्कशाप, प्रेजेण्टेशन जैसी रोचक गतिविधियों में भी भाग लिया।
बूट कैंप का आयोजन मिनिस्ट्री ऑफ़ एजुकेशन के इनोवेटिव सेल और ऑफ़ इण्डिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन ने किया। कार्यक्रम में मिनिस्ट्री ऑफ़ इनोवेशन सेल के स्टार्टअप फेलो गोपाल शर्मा, वाघवानी फाउंडेशन के सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर अमित सिंह, कार्यक्रम के संयोजक डा. बृजेश प्रसाद भी मौजूद रहे।