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लोकसभा चुनाव (19 April):कईयों की तकदीर का फैसला!पिटारा खुलेगा या फिर सदा के लिए ढक्कन:मोदी-शाह की रणनीति को उड़ान देने के लिए रोज ही दौड़ते रहे CM पुष्कर

महारानी-त्रिवेंद्र-बलूनी की सीटों ने पैदा की दिलचस्पी:AB के लिए PSD समेत BJP की Top Cream मैदाने जंग में कूदी:खटीमा की सड़कों पर मुख्यमंत्री ने ठेली के गोलगप्पे-टिक्की के स्वाद का खड़े-खड़े लिया लुत्फ़

Chetan Gurung

लोकसभा चुनाव बेशक हर 5 साल में होते हैं लेकिन BJP में इस बार के चुनाव में उतरे कई दिग्गजों की तकदीर या तो चमकेगी या फिर वे सदा के लिए निपट सकते हैं.महारानी माला राज्यलक्ष्मी (टिहरी)-त्रिवेद्र सिंह रावत (हरिद्वार) और अनिल बलूनी (पौड़ी) की सीटों में हालात बेहद दिलचस्प हैं और सभी का ध्यान इन सीटों के संभावित नतीजों पर है.AB के लिए PM नरेंद्र मोदी-HM अमित शाह-DM राजनाथ सिंह-CM (UP) योगी आदित्यनाथ ने भी CM पुष्कर सिंह धामी के साथ Vote और Support मांगे.मुख्यमंत्री PSD ने इतनी मेहनत शायद अपने आम और उप चुनाव में नहीं की, जितनी पिछले General Assembly Election (2022) के बाद इस बार लोकसभा चुनाव में दिखाई.कल होने वाले मतदान से पहले CM PSD खटीमा (उधम सिंह नगर) में सड़कों-बाजार में बेफिक्र-बेलौस और अपनापन भरे अंदाज में घुमते और ठेली पर खड़े हो के गोल-गप्पे खाते नजर आए.

पौड़ी सीट पर बलूनी को कांग्रेस के गणेश गोदियाल खुद की जान निकालते हुए कड़ी टक्कर दे रहे हैं.हरिद्वार-टिहरी में लोगों की दिलचस्पी तो दिख रही लेकिन मुकाबले में कहीं BJP ने Extra मेहनत की है तो वह पौड़ी सीट ही है.हर बड़ा BJP चेहरा AB की खातिर प्रचार करते नजर आए.PSD ने तो मानो इस सीट को जीतना अपना बहुत बड़ा ध्येय सा बना लिया.वह आए दिन इस लोकसभा सीट के लिए दौड़ते नजर आए.

उत्तराखंड के बड़े नेता के तौर पर प्रतिष्ठा और छवि कायम करने के लिए बलूनी को तगड़े अंतर से फतह हर हाल में हासिल करना होगा.ख़ास तौर पर ये देखते हुए कि BJP की हर बड़ी तोप उनके लिए चुनाव समरभूमि में जम के गरजी.टिहरी सीट पर आजाद उम्मीदवार बेहद युवा बॉबी पंवार की TRP युवाओं में खास तौर पर बहुत ऊपर है लेकिन मोदी-पुष्कर-कमल के असर के रथ पर सवार महारानी माला राज्यलक्ष्मी को समीक्षक आगे ही मान रहे हैं.

इसके बावजूद कि खुद पार्टी के लोगों का मुंह उनके नाम पर कसैला महसूस होता है.महारानी पर सक्रिय राजनीति में होते हुए असक्रिय रहने का बहुत बड़ा ठप्पा है.ये तय सा है कि नतीजा अच्छा-बुरा जैसा भी हो, अगले लोकसभा चुनाव में उनका Number प्रत्याशी बनने के लिए शायद ही आएगा.वह अपनी सियासी विदाई विजय के साथ ही चाहेगी.इस सीट पर कांग्रेस ने अजायबघर से तलाश के लाए जोत सिंह गुनसोला को उतारा हुआ है.

गुनसोला से बहुत उम्मीद शायद कांग्रेस को भी नहीं है.इससे इतर कि चुनाव और उस क्रिकेट के खेल की तरह, जिसके वह सालों तक उत्तराखंड में कथित तौर पर सर्वेसर्वा रहे हैं.खूब बड़े घोटालों-यौन उत्पीड़न और धार्मिक विवादों का दामन वह समेटे हुए हैं.हरिद्वार सीट पर पूर्व CM त्रिवेंद्र शिद्दत से लड़ रहे.उनको उत्तराखंड की सियासत में सक्रिय रूप से भले उभरने का मौक़ा न मिले लेकिन विजयी होने पर वह केन्द्रीय सियासत में बड़ी पारी खेलने के लिए प्लेटफार्म हासिल कर लेंगे.

त्रिवेंद्र के लिए ये चुनाव जीने-मरने वाला है.BJP आला कमान ने TSR-1 को CM की कुर्सी से हटाने के बाद एक किस्म से हाशिये पर ही डाल दिया था.पार्टी और सियासत की मुख्य धारा में आने के लिए उनको सिर्फ एक विजय अपने खाते में डालने की दरकार है.BJP के नैनीताल-उधम सिंह नगर प्रत्याशी अजय भट्ट और अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ के अजय टम्टा के लिए माना जा रहा है कि वे न तो अधिक कठिन चुनौती से गुजर रहे न ही उनकी सियासी जिंदगी इस लोकसभा चुनाव से ख़त्म या उभर आएगी.दोनों ही इस दौर से ऊपर उठ चुके हैं.

बलूनी के लिए अलबत्ता, ये कयास अभी से लगाए जाने लगे हैं कि संसद के निचले सदन के लिए चुने जाने पर उनका कद काफी ऊंचा हो जाएगा.इस चुनाव में पुष्कर ने जो जबर्दस्त दौड़-धूप अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के लिए की, उसका फायदा BJP को सीटों के खाते में आने के तौर पर मिल सकता है.रोज सुबह उठते ही वह पहाड़ों-तराई-भाबर-नदी-नालों-खालों-जंगलों के आसपास दिखाई देते थे.चुनाव घोषित होने के तत्काल बाद से.

Congress में हरिद्वार सीट से पूर्व CM हरीश रावत के पुत्र वीरेन्द्र ने ठोंकी है.उनको परचा भरने के दौरान से अब तक भी सिर्फ सिर्फ हरीश रावत के बेटे के तौर पर पहचानते हैं.उनके लिए BJP के त्रिवेंद्र को पटखनी देना पेशानी पर बल लाने वाला साबित हो रहा.एक अन्य सुर्ख़ियों के सरताज प्रत्याशी उमेश शर्मा कैसा प्रदर्शन करेंगे और कितने वोट झटकेंगे, इस पर गाँव-गली-मोहल्लों में चर्चा है.

वीरेन्द्र के पास जीत के अलावा कोई विकल्प सियासी जिंदगी को शुरू में ही Full Stop होने से बचाने के लिए नहीं है.अल्मोड़ा सीट से प्रदीप टम्टा और नैनीताल सीट से प्रकाश जोशी को ले के न चुनावी समर भूमि में न आब दिख रही न ताब.Congress के मुख्य Media Co-Ordinator राजीव महर्षि का अलबत्ता दावा है कि लोकसभा चुनाव के नतीजे चौंकाने वाले होंगे.कांग्रेस साल-2009 के लोकसभा चुनाव की पुनरावृत्ति करेगी.उस साल पाँचों सीटें जीत के उसने उत्तराखंड में परचम फहरा दिया था.

कांग्रेस के राजीव महर्षि (बीच में)

कांग्रेस दिन के सपने देख रहे-मनवीर सिंह चौहान (BJP प्रदेश मीडिया प्रभारी)

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BJP के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह ने इस पर कहा कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती.कांग्रेस को दिन में सपने देखने की आदत है.BJP उत्तराखंड की पाँचों सीटों को प्रचंड बहुमत से जीत के नरेंद्र मोदी को तीसरी बार PM बनाने में अपना बहुमूल्य योगदान देगी.CM पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में जिस अंदाज में लोक कल्याणकारी कार्य किए और भ्रष्टाचार को ख़त्म करने-भ्रष्टाचारियों को जेल भेजने और युवाओं को सरकारी नौकरियां देने के लिए जो ठोस कदम उठाए, उसको लोग सूद समेत बड़ी विजय के तौर पर चुकाएंगे.

खटीमा में सड़क पर बच्चों और लोगों के साथ तस्वीर खिंचवाते CM पुष्कर सिंह धामी

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मुख्यमंत्री ने आज खटीमा में सड़क किनारे खड़े हो के बरेली चाट भण्डार और आगरा चाट भण्डार में गोलगप्पों तथा टिक्की के स्वाद का लुत्फ़ लिया.उनको देख के लोग अगल-बगल जुट आए.उन्होंने सभी से और ख़ास कर बच्चों के साथ तस्वीर खिंचवाई.टिक्की-गोलगप्पों का भुगतान भी किया.इसके लिए ऑनलाइन Payment का इस्तेमाल किया.CM को चुनाव के मौसम में मतदान से एक दिन पहले इस अंदाज में देख के लोग हैरान भी दिखे.

 

 

 

 

 

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