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जरायमपेशा पर टूट पड़ी देहरादून-Haridwar-उधम सिंह नगर पुलिस:शिकंजे में आई Lady Gangster:कुख्यात Cyber ठग दबोचा:2 Shooters Arrest

Chetan Gurung

देहरादून-हरिद्वार और उधम सिंह नगर की पुलिस जरायमपेशा पर टूट पड़ते हुए उनको जेल की सींखचों के पीछे ठेल डाला। राजधानी पुलिस ने Lady Gangster को 14 लाख रूपये से अधिक की स्मैक तथा 55 हजार रूपये Cash के साथ दबोचा। उधम सिंह नगर पुलिस ने ग्वालियर के कुख्यात ठग को रामपुर रोड से गिरफ्तार कर लिया। गोलीबार में वांछित 2 कुख्यात Shooters पंजाब से दबोच के लाने में हरिद्वार पुलिस भी कामयाब हुई।

DGP Deepam Seth

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Drug Paddler Lad Gangster Arrest::डोईवाला पुलिस जब चेकिंग अभियान चला रही थी तो मुखबिर की सूचना पर दूधली रोड, नैन्सी स्कूल के पास से महिला मुलजिम सोनी पत्नी स्व.प्रदीप कुमार को  रोक के जांच की तो उसके पास से 48 ग्राम स्मैक तथा स्मैक की बिक्री से कमाए गए 55600 रूपये मिले। उसको तत्काल गिरफ्तार किया गया। उसके विरूद्ध कोतवाली डोईवाला में NDPS ACT के तहत अभियोग  पंजीकृत किया गया।

पुलिस के मुताबिक सोनी शातिर नशा तस्कर है। उसके खिलाफ कोतवाली (डोईवाला) में पूर्व में भी गैंगस्टर एक्ट सहित मादक पदार्थ की तस्करी करने सम्बन्धी कई अभियोग पंजीकृत है। वह कोतवाली डोईवाला की हिस्ट्रीशीटर है।

उधम सिंह नगर की पुलिस ने Cyber अपराध के मामले में Inter State Racket का खुलासा कर डाला। Captain मणिकांत मिश्रा की अगुवाई में रुद्रपुर पुलिस ने Master Mind शैलेंद्र उर्फ शेरू चौहान को गिरफ्तार कर लिया। रुद्रपुर कोतवाली में दर्ज एक बड़े साइबर धोखाधड़ी मामले के मुख्य वांछित शैलेंद्र उर्फ शेरू चौहान को पुलिस बड़ी शिद्दत से तलाश रही थी। यह गिरफ्तारी 29 मई, 2025 को पंजीकृत उस धोखाधड़ी के मामले में हुई, जिसमें हरबंस लाल (निवासी शांति कॉलोनी, रुद्रपुर) के PTM खाते से 54,999 रुपये की अवैध निकासी की गई थी।

रुद्रपुर पुलिस इस मामले में पहले ही छह शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इनमें प्रशांत कुमार, विजय कुमार, आकाश कुमार, मोहित कुमार, विशाल कुमार और अंकुर कुमार शामिल थे। ये सभी बरेली, उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों से संबंधित हैं। शैलेंद्र उर्फ शेरू चौहान सहित 3 अन्य अभियुक्त फरार चल रहे थे।

उनको गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने तकनीकी पड़ताल और सोशल मीडिया का सहारा लिया। अभियुक्त के विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट्स की गहनता से पड़ताल की गई। इंस्टाग्राम पर उसकी प्रोफाइल मिलने के बाद विवेचना टीम ने पिछले सात वर्षों की सभी पोस्ट्स का बारीकी से विश्लेषण किया। इस विश्लेषण ने ही अभियुक्त के ग्वालियर (मध्य प्रदेश) से गहरे जुड़ाव को उजागर किया।

पुलिस के मुताबिक Social Media से अंदाज लगा कि वह अक्सर ग्वालियर या उसके आसपास के शोरूम्स, मॉल्स, रिसॉर्ट्स और होटलों से तस्वीरें साझा करता था। सबसे महत्वपूर्ण सुराग विभिन्न महंगी गाड़ियों के साथ उसकी तस्वीरें थीं। इनमें फॉर्च्यूनर, स्कॉर्पियो, बलेनो, क्रेटा, रेंज रोवर और हुंडई गाड़ियां शामिल थीं। पुलिस ने इन सभी गाड़ियों के नंबर, मेक और मॉडल प्राप्त कर गहन जांच शुरू की।

जांच में सामने आया कि ये सभी गाड़ियां अलग-अलग लोगों के नाम, पते और मोबाइल नंबर पर पंजीकृत थीं, लेकिन इन सभी का लिंक ग्वालियर से जुड़ रहा था। एक गाड़ी शैलेन्द्र के नाम पर भी पाई गई, जो थाटीपुर क्षेत्र से पंजीकृत थी। इस विस्तृत पड़ताल ने अभियुक्त के ग्वालियर कनेक्शन को और मजबूत किया।

इसके बाद ग्वालियर में दबिश दी गई और मुलजिम पकड़ में आया। रुद्रपुर पुलिस की एक विशेष टीम 8 जून को ग्वालियर के लिए रवाना हुई। स्थानीय पुलिस के सहयोग से, अभियुक्त की तस्वीर और वाहन विवरण के माध्यम से क्षेत्र की खुफिया तौर से रेकी की गई और अभियुक्त का घर पहचान लिया गया।

9 जून को पुलिस टीम मुलजिम के घर पहुंची।  परिवार वालों से पता चला कि आरोपी अपने अन्य साथियों की गिरफ्तारी के बाद से ही घर से फरार हो गया था। उसको शायद डर था कि वे पुलिस को उसके बारे में सुराग दे सकते हैं। उसके ग्वालियर से बरेली की ओर भागने की सूचना मिली।

पुलिस टीम ने आखिरकार 11 जून को रामपुर रोड पर आर्क होटल के पास से अभियुक्त शैलेंद्र उर्फ शेरू चौहान को गिरफ्तार कर लिया। शैलेंद्र उर्फ शेरू चौहान के बैंक खातों पर पूर्व में भी हिमाचल प्रदेश और हैदराबाद, तेलंगाना में साइबर धोखाधड़ी की शिकायतें दर्ज हैं।

हरिद्वार पुलिस भी SSP प्रमेन्द्र डोभाल की अगुवाई में तेज साबित हुई। उसने Gang war से जुड़ी सुपारी हत्या की साजिश नाकाम किए। पुलिस ने बताया कि हरिद्वार में होटल व्यवसायी पर नंदू व मंजीत महल गैंग के बीच रंजिश के चलते Firing हुई थी। DGP दीपम सेठ ने हरिद्वार पुलिस की पीठ ठोंकी।

2 जून 2025 को हरिद्वार के थाना कोतवाली नगर क्षेत्र अंतर्गत खड़खड़ी स्थित सूखी नदी पुल के समीप एक होटल व्यवसायी को अज्ञात बाईक सवारों ने गोली मार दी थी। इस संगीन अपराध में शामिल दो मुख्य अभियुक्तों मानव हंस और गौरव कुमार को हरिद्वार पुलिस ने पंजाब के फगवाड़ा से Arrest कर लिया। घटना में घायल होटल व्यवसायी अरुण पुत्र सत्यवान निवासी सांपला, रोहतक (हरियाणा), उम्र 25 वर्ष को तत्काल इलाज के लिए ले गए थे।

पुलिस जांच टीम ने उच्च स्तरीय सर्विलांस, मुखबिर तंत्र एवं लगभग 1000 से अधिक CCTV फुटेज के विश्लेषण सहित हरियाणा, उत्तर प्रदेश एवं पंजाब में गहन सुरागरसी की। 11 जून को उसके हाथ कामयाबी आई। पुलिस टीम ने पंजाब के फगवाड़ा क्षेत्र में दबिश देकर आरोपी मानव हंस एवं गौरव कुमार को गिरफ्तार कर लिया। दोनों अभियुक्त नंदू उर्फ कपिल सागवान गैंग के सक्रिय सदस्य हैं। घटना गैंगवार की पुरानी रंजिश का परिणाम थी। इस मामले में फरार अभियुक्त हिमांशु सूद, बॉबी एवं शम्मी खान की तलाश भी जारी है।

जांच के आधार पर पुलिस ने कहा कि हत्या की साजिश विदेश में बैठे गैंग लीडर नंदू उर्फ कपिल ने रची थी। उसकी प्रतिद्वंद्वी मंजित महल गैंग से पुरानी दुश्मनी चली आ रही है। घटनास्थल पर हमले के दौरान प्रयुक्त पिस्टल, बाईक व जंग्गी एप्प का उपयोग कर आरोपियों ने पुलिस की निगरानी से बचने का भरपूर प्रयास किया।

DGP दीपम सेठ ने इस कामयाबी में शामिल सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की सराहना करते हुए अपराधियों के विरुद्ध कठोरतम कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने व अन्य फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के निर्देश भी SSP हरिद्वार को दिए हैं।

 

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