
Chetan Gurung
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (Vet) गुरमीत सिंह एवं मुख्यमंत्री पुष्कर ने मंगलवार को सशस्त्र बल भूतपूर्व सैनिक दिवस (वेटरन्स डे) के अवसर पर राजभवन में सैनिक कल्याण विभाग की तरफ से आयोजित ‘‘एक शाम सैनिकों के नाम’’ के अवसर पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने वीरता पदक विजेताओं और सराहनीय कार्य करने वाले पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया।
कुमाऊँ स्कॉउट्स, 4वीं बटालियन असम रेजिमेंट और 14वीं राजपूताना राइफल्स को भी उनके सराहनीय योगदान के लिए यूनिट प्रशंसा पत्र से सम्मानित किया गया। राज्यपाल ने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों का अनुभव और उनकी नेतृत्व क्षमता राष्ट्र की अमूल्य संपत्ति है। उनका जीवन अनुशासन, नेतृत्व और राष्ट्रभक्ति का अद्वितीय उदाहरण है।
उन्होंने भूतपूर्व सैनिकों से आग्रह किया कि वे अपने अनुभवों से समाज और देश को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में सहयोग करें। भूतपूर्व सैनिक उद्यमिता और स्टार्टअप के क्षेत्र में आगे आएं। समाज और राष्ट्र को प्रेरित करने का काम करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सैनिक पुत्र होने के नाते जब भी वह सैनिकों से जुड़े किसी कार्यक्रम में शामिल होते है, तो उन्हें लगता है कि वे अपने परिवार के मध्य हैं। उन्होंने राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) का राजभवन में पहली बार इस आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड को वीरभूमि के रूप में भी जाना जाता है। भारतीय सेना के गौरवमयी इतिहास में उत्तराखण्ड के हमारे वीर सैनिकों का योगदान अतुलनीय रहा है। देवभूमि ना केवल विश्व को शांति का मार्ग दिखा सकती है, बल्कि आवश्यकता पड़ने पर शौर्य और वीरता का भी प्रदर्शन कर सकता है। गर्व की बात है कि उत्तराखण्ड सफेरेखे छोटे राज्य में अब तक करीब 1834 सैनिक वीरता पुरस्कार से सम्मानित किए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सैनिकों और पूर्व सैनिकों के उत्थान के लिए लगातार कार्य करते रहे हैं। देश में वन रैंक-वन पेंशन की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी ने ही की थी। नववर्ष-2025 के प्रथम माह में राज्य में समान नागरिक संहिता लागू कर दी जाएगी। 28 जनवरी से राज्य में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसका उदघाटन करेंगे। इस आयोजन में देशभर के लगभग 10 हजार खिलाड़ी भाग लेंगे।
CM ने लोगों से इस आयोजन में आने वाले खिलाड़ियों एवं इससे जुड़े लोगों का हृदय से स्वागत करने की अपील भी की। कार्यक्रम में उपस्थित सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने भी विचार प्रकट किए। सचिव (सैनिक कल्याण) दीपेंद्र चौधरी ने सभी का स्वागत किया। इस अवसर पर प्रथम महिला गुरमीत कौर, लेफ्टिनेंट जनरल संदीप जैन, IG (ITBP) संजय गुंजयाल, निदेशक (सैनिक कल्याण) ब्रिगेडियर अमृत लाल सहित बड़ी संख्या में सेवारत और भूतपूर्व सैनिक उपस्थित रहे।
-सम्मानित हुए सेवारत और भूतपूर्व सैनिक-
मेजर गोविंद सिंह, लेफ्टिनेंट कर्नल शशि भूषण, कोमोडोर हनिश सिंह कार्की, कर्नल पीयूष भट्ट, कर्नल ऐश्वर्या जोशी, मेजर शिवम गुप्ता, मेजर प्रतीक बिष्ट, कैप्टन अक्षत उपाध्याय, मेजर सौरभ थापा, मेजर मनिक सती, मेजर प्रकाश भट्ट, मेजर रोहित जोशी, नायब सूबेदार राजेन्द्र प्रसाद, नायब सूबेदार पंकज सिंह झिंकवाण, हवलदार गोविंद सिंह, नायक ललित मोहन सिंह, नायक दीपक सिंह, नायब सूबेदार पवन सावंत।
पूर्व सैनिकों में नायक विनोद कुमार और लांस नायक राजेश सेमवाल के के साथ सैनिक कल्याण विभाग के सूबेदार मेजर मोहन लाल भट्ट व हेमचन्द चौबे।