
Chetan Gurung
देश में Emergency लगाए जाने की अर्द्धशती पर आज उस दौरान सरकार के फैसले के विरोध में जेल गए 10 लोगों को CM पुष्कर सिंह धामी ने आज हिमालयन सांस्कृति केंद्र में आयोजित समारोह में सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर मौजूद केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव से लगे हाथों उत्तराखंड के उनके महकमों से मुताल्लिक मुद्दों पर तत्काल कार्यवाही करने का अनुरोध भी कर डाला।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय लोकतांत्रिक इतिहास में आपातकाल का कालखंड हमेशा एक काले अध्याय के रूप में अंकित रहेगा। यह फैसला हमेशा की तरह देश को अपनी जागीर समझने वाले एक परिवार की हठधर्मिता और तानाशाही रवैए का परिणाम था।
CM ने कहा कि उस समय लोकनायक जयप्रकाश नारायण, नानाजी देशमुख, अटल बिहारी वाजपेयी , लालकृष्ण आडवाणी, जॉर्ज फर्नांडीज और चंद्रशेखर ने आपातकाल लगाने के तानाशाही सरकार के उस निर्णय के विरुद्ध हुए आंदोलन को दिशा देने का काम किया। जेल की चारदीवारी में बंद रहते हुए भी इन नेताओं ने युवाओं के भीतर लोकतंत्र के प्रति चेतना जागृत करने का कार्य किया।
उन्होंने कहा कि तानाशाही सरकार के दमन के खिलाफ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और जनसंघ सहित अनेकों सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों ने भी अपनी पूरी शक्ति से लोकतंत्र को पुनर्जीवित करने के लिए आंदोलन चलाया। उत्तराखंड के भी कई लोगों ने तब जनक्रांति में अग्रणी भूमिका निभाई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं आपातकाल के समय भूमिगत रहकर लोकतंत्र की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभा रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपातकाल के काले अध्याय से आने वाली पीढ़ियों को अवगत कराने के लिए 25 जून को “संविधान हत्या दिवस” मनाने की शुरुआत की गई है। इस अवसर पर मंत्री गणेश जोशी, राज्य सभा सांसद महेंद्र भट्ट एवं बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे| केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र ने आश्वासन दिया कि उत्तराखंड से जुड़े मुद्दों पर जल्द ए जल्द कार्यवाही की जाएगी।