Big News::बद्रीनाथ धाम के करीब माणा Avalanche में फंसे 46 श्रमिक जीवित Rescue:8 शव निकाले: बर्फबारी में चला मुश्किल Operation खत्म:CM पुष्कर ने लगातार संभाली बचाव अभियान की कमान:मौके पर भी पहुंचे:पल-पल की लेते रहे रिपोर्ट:अभियान में Army-NDRF-SDRF-ITBP के जवान शामिल रहे
शवों को पोस्टमार्टम के बाद घर भेजने की व्यवस्था के निर्देश::जल्द मुआवजा देने की भी हिदायत

Chetan Gurung
बद्रीनाथ धाम के एकदम करीब और देश के पहले गाँव माणा में हिमस्खलन में दबे 54 में से 46 श्रमिक जीवित निकालने में बचाव दल को कामयाबी मिली लेकिन 8 श्रमिक बचाए नहीं जा सके। CM पुष्कर सिंह धामी ने उनके शव पोस्टमार्टम के बाद संबंधित परिवारों को भिजवाने की व्यवस्था करने के निर्देश अफसरों को दिए। मृतकों में 4 UP के और 2-2 उत्तराखंड तथा हिमाचल प्रदेश के हैं। बचाए गए श्रमिकों में 7 पड़ोसी देश नेपाल के हैं। बाकी बिहार-UP-HP और उत्तराखंड के हैं।
मुख्यमंत्री ने सुरक्षित रेस्क्यू किए गए 46 श्रमिकों के ईलाज की बेहतर व्यवस्था करने तथा उनकी जरूरतों का पूरा ख्याल रखने के निर्देश दिए। Sunday को भी मुख्यमंत्री पुष्कर USDMA स्थित आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे और रेस्क्यू अभियान की विस्तृत समीक्षा की।
उन्होंने जिलाधिकारी (चमोली) संदीप तिवारी से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से खोज एवं बचाव अभियान की जानकारी ली। 3 मार्च से मौसम के फिर बिगड़ने के पूर्वानुमान के चलते उन्होंने आज ही सभी बचे लापता श्रमिकों की तलाश के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए थे। घायल श्रमिकों तथा मृतक श्रमिकों के परिजनों को आपदा प्रावधानों के अनुसार मुआवजा राशि मुहैया कराने के निर्देश भी दिए।
लापता श्रमिकों की खोजबीन के लिए लगभग 200 लोग जुटे थे। आपदा प्रबंधन सेना, ITBP-NDRF-SDRF-जिला प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, वायु सेना, यूकाडा, अग्निशमन, खाद्य विभाग लगातार अपनी भूमिका निभाते रहे। CM PSD ने इस अभियान को भी सिल्कयारा Tunnel हादसे की तरह सबसे आगे रह के कमान संभाली।
वह खुद मौके पर पहुंचे। बचाए गए श्रमिकों को ढाढस बंधाने अस्पताल भी गए। बचाव और राहत दल के लोगों से मुलाक़ात कर उनका भी हौसला बढ़ाया। बार-बार आपदा प्रबंधन केंद्र जा के बचाव अभियान की रिपोर्ट भी लेते रहे। जरूरी निर्देश देते रहे।
मुख्यमंत्री ने बचाव अभियान में पूरी मदद के लिए PM नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार का आभार प्रकट किया। आपदा सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि बचाए गए सभी श्रमिकों को ज्योतिर्मठ लाया गया है।