जंगल की आग!!लापरवाही आग बबूला हुई पुष्कर सरकार:Range Officer नपे:DFO ऑफिस से अटैच्ड:IIT रूड़की के साथ क्लाउड सीडिंग के पर विचार:दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी:संपत्ति सीज होगी
पौड़ी में Airforce की भी मदद ली:4 धाम रूट पर मोबाइल क्रू-टीम तैनात:हर DM को प्रत्येक 5 करोड़ का बजट:पहाड़ों में पोर्टेबल पम्प वाले छोटे वॉटर टैंकर का होगा इस्तेमाल:जिलों में नोडल अफसर तैनात

Chetan Gurung
उत्तराखंड के जंगलों में धधकती आग को किसी भी सूरत में जल्द से जल्द काबू पाने में सरकार की सख्त हिदायत पर अमल में लापरवाही के आरोप में अल्मोड़ा के जोरासी Range Officer को आज DFO ऑफिस से सम्बद्ध कर दिया.CM पुष्कर सिंह धामी ने वनाग्नि के मामले में किसी भी किस्म की ढिलाई को बर्दाश्त न करने की चेतावनी दी है.
CS राधा रतूड़ी ने जंगल की आग पर काबू को ले के आज अहम बैठक की.
पौड़ी में जंगल की आग बुझाने के लिए एयरफोर्स की भी मदद ली जा रही है
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सोमवार को सचिवालय में आयोजित बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि वनाग्नि नियंत्रण में लापरवाही बरतने पर रेंज अधिकारी, जोरासी (अल्मोड़ा वन प्रभाग, अल्मोड़ा ) को प्रभागीय कार्यालय स्तर पर सम्बद्ध किया गया है। जोनल अधिकारी-मुख्य वन संरक्षक कुमाऊँ/गढ़वाल तथा वन्यजीव परिरक्षण क्षेत्र को निर्देश दिए गए हैं कि वनाग्नि नियंत्रण में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर मॉडल क्रू-स्टेशन/क्रू-स्टेशन पर मोबाईल क्रू टीम हर 4 धाम रूट पर तैनात की जा रही है। लार्ज फोरेस्ट फायर अलर्ट पर विशेष मॉनिटरिंग करते हुए कम से कम समय में वनाग्नि को नियंत्रित किया जा रहा है। वनाग्नि नियंत्रण में सक्रिय वन पंचायतों/वनाग्नि प्रबन्धन समितियों/ महिला मंगल दलों/ युवा मंगल दलों की भी सहायता ली जाएगी।
मुख्य सचिव ने कहा कि आपदा प्रबन्धन विभाग ने वनाग्नि नियंत्रण के लिए प्रत्येक जिलाधिकारी को 5 करोड़ रूपये का बजट आवंटित कर दिया है। जिलाधिकारियों की पूरी टीम जिसमें जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी, DFO, पुलिस अधिकारियों व फायर वॉचर्स शामिल हैं,मौके पर वनाग्नि बुझाने के कार्य पर निरन्तर जुटी हुई हैं। युवा मंगल दल, महिला मंगल दल, स्वयं सहायता समूहों, वॉलियटर्स, PAC, होम गार्डस व PRD जवानों को भी इस कार्य में लगाया जाएगा। जल्द ही छोटे आकार में वॉटर टैंकर खरीदे जाएंगे.इनकी सहायता से आसानी से उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में पोर्टेबल पम्पों की मदद लेते हुए आग बुझाई जा सकेगी। आग बुझाने वाले सिलेण्डरों की व्यवस्था भी तत्काल की जा रही है।
DGP अभिनव कुमार ने बताया कि जिन स्थानों पर आग लगाने की घटनाएं सामने आई हैं, वहाँ पर वन विभाग के अधिकारी, SDM एवं स्थानीय पुलिस बल की सयुंक्त टीम दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए गठित की गई है.इसकी एक SoP बनाई गई है.इसके तहत पहले फॉरेस्ट एक्ट, वाइल्ड लाइफ एक्ट में कार्यवाही की जाएगी।पब्लिक प्राइवेट प्रोपर्टी डेमेज रिकवरी एक्ट का सहारा भी लिया जाएगा. बार-बार इस प्रकार की घटनाओं में लिप्त पाए जाने वालों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही की जाएगी.दोषियों की सम्पति जब्त होगी.
उन्होंने कहा कि अभी तक वनाग्नि की घटनाओं में 13 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज हो चुकी है। चार लोग गिरफतार किए जा चुके हैं.अपर प्रमुख वन संरक्षक निशान्त वर्मा ने बताया कि वन विभाग के मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों को जिला स्तरीय नोडल अधिकारी नामित कर दिया गया है.उनको उनके जिलों में भेजा दिया गया है. वन विभाग में कार्यरत लगभग 4000 फायर वाचर्स के बीमा की कार्यवाही की जा रही है। पौड़ी और अल्मोड़ा में NDRF भी लगाई जाएगी। हेलीकॉप्टर से पानी छिड़क कर जंगल की आग बुझाई जा रही है.
CS ने कहा कि जिलाधिकारियों ने खेतों में चारे तथा शहरी क्षेत्रों पर ठोस कचरे को जलाने पर पूरी तरह से प्रतिबन्ध लगा दिया है. जिन गांवों के आसपास कोई वनाग्नि की घटनाएं नही हुई उन्हें पुरूस्कृत किया जाएगा। IIT रूड़की के साथ क्लाउड सीडिंग के प्रस्ताव पर भी विचार किया जा रहा है। बैठक में सचिव (CM) R मीनाक्षी सुन्दरम-शैलेश बगौली,आपदा सचिव सचिव डा0 रंजीत कुमार सिन्हा, सचिव (गृह-वित्त) दिलीप जावलकर और गढ़वाल के आयुक्भीत विनय शंकर पांडे भी उपस्थित थे।
जंगल की आग बुझाने के लिए पौड़ी में Airforce की मदद भी ली जा रही है.DM आशीष चौहान ने अलकनंदा नदी से बाम्बी बकेट में पानी भर के हेलिकॉप्टर से जंगल की आग को बुझाने की कमान संभाली है.DFO स्वप्निल अनिरुद्ध ने कहा कि हेलिकॉप्टर से आग बुझाने की कोशिशें जारी रहेंगी.