Big Breaking!!HC के आदेश पर पंचायत चुनावों का Final नगाड़ा बजा:संशोधित Program घोषित:24 व 28 जुलाई को मतदान:31 जुलाई को नतीजे:ग्राम पंचायत सदस्य-प्रधान-क्षेत्र-जिला पंचायत सदस्यों-अध्यक्ष के चुनाव में BJP-Congress संग आजाद प्रत्याशियों के भी दम का होगा फैसला
Congress के पास Power Show का आखिरी मौका!पुष्कर के CM बनने के बाद सबसे बड़े Opposition के हाथ अधिकांश मौकों पर निराशा-हताशा लगी है

Chetan Gurung
HC के आदेश पर सरकार की मंजूरी पर राज्य निर्वाचन आयोग ने आज पंचायत चुनावों का संशोधित Program घोषित करते हुए 24 और 28 जुलाई को मतदान-31 जुलाई को नतीजों के ऐलान की तारीख तय कर दी। Nomination 2 से 5 जुलाई तक होंगे।
राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने कहा कि High Court (नैनीताल) के आदेश के मुताबिक पूर्व घोषित Program रद्द होने के बाद नए Program तय किए गए हैं। 10 और 11 जुलाई को नाम वापिस लिए जा सकेंगे। 14 July को Symbol बांटे जाएंगे। मतदान सुबह 8 से शाम 5 बजे तक होंगे। नतीजे सुबह 8 बजे से घोषित होने लगेंगे।
सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों (DMs) को आयोग ने निर्देश दिए हैं कि वे अपने जिलों में पद-आरक्षण से जुड़ी सूचना 30 June तक जारी कर दें। हर पद के मत पत्र के रंग अलग-अलग होंगे। चुनाव साफ-सुथरे बनाने के लिए Paid News-Advertorial पर जिला सूचना अधिकारियों के जरिये नजर रखी जाएगी। Electronic Media में प्रायोजित Survey पर भी रोक रहेगी। पुलिस और आबकारी महकमे से नोडल अफसर भी तैनात किए जाएंगे।
State Election Commissioner Sushil kumar
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शारीरिक रूप से अक्षम लोगों को वोट डालने के लिए परिवार के लोग वाहनों से ले जा-ला सकेंगे। प्रदेश में 47,77,072 Voters पंचायत चुनावों में वोट डाल सकेंगे। 23,10,996 महिला और 24,65,702 पुरुष Voters हैं। 374 अन्य वोटर हैं। 4,56,793 मतदाता पिछले चुनावों (साल-2019) के के मुक़ाबले अधिक हैं।
ये चुनाव BJP-Congress के लिए बहुत अहम हैं। इन चुनावों के जरिये दोनों प्रमुख राष्ट्रीय दल साल-2027 के विधानसभा चुनावों के लिए माहौल अपने हक में बनाने की कोशिश करेंगी। दोनों दलों के Symbol के प्रति आम लोगों के विश्वास का Test भी इस चुनाव में हो जाएगा। Congress के लिए ये चुनाव मतदाताओं का रुख अपनी तरफ मोड़ने का माहौल बनाने के लिए अंतिम मौका है।
पुष्कर सिंह धामी के CM बनने के बाद Congress के लिए 90 फीसदी Elections बेहद निराशाजनक रहे हैं। आपस में गुटबाजी और फूट भी बढ़ी हुई है। ये चुनाव भी उसके लिए निराशाजनक रहते हैं, तो उसके कार्यकर्ताओं में हताशा पसर जाएगी। दूसरी ओर BJP को अपनी Branding करने का और बड़ा मौका मिलेगा। आजाद Candidates भी खुद के दम को साबित करने की कोशिश भरसक करेंगे। खास तौर पर ग्राम पंचायत सदस्यों-प्रधान के चुनाव में।