Traffic संकट पर क्रांतिकारी फैसले:Basement Parking चालू न करने-बिना पार्किंग वाले Wedding Point पर कार्रवाई:मुख्य सड़कों पर जुलूस प्रतिबंधित:Peak Hours में No Parking से Towing नहीं:School-College में भी Parking होगी:खुलने-बंद करने का Time होगा अलग-अलग:DGP अभिनव के सख्त फरमान
हादसों पर अंकुश-यातायात बेहतर करने के लिए PHQ में सेमिनार:कारोबारी-Commercial Complex के मालिकों ने की शिरकत

Chetan Gurung
राजधानी देहरादून और अन्य शहरों में भीषण संकट बन चुके Traffic अव्यवस्था और हादसों पर अंकुश लगाने के लिए DGP अभिनव कुमार ने आज Seminar के बाद आदेश जारी कर MDDA से मंजूरी के बावजूद Basement Parking न खोलने वाले Commercial Building-Complex के खिलाफ कार्रवाई करने-मुख्य सड़कों पर जुलूस निकालने पर सख्ती और तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया.आदेश न मानने वाले व्यावसायिक भवनों और Wedding Point के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
आदेश के मुताबिक School-College में भी Parking अधिक से अधिक की जाएगी.उनके प्रबंधन से बात कर के उनके खुलने और बंद होने का वक्त अलग-अलग किया जाएगा.गाड़ियाँ उठाने के दौरान Traffic Jam के हालत भी हो जाते हैं.इसको देखते हुए Peak Hours में No Parking Zone से Towing सिर्फ जरूरी होने पर ही किया जाएगा.
पुलिस महानिदेशक ने यातायात व्यवस्था एवं सड़क सुरक्षा के सम्बन्ध में पुलिस मुख्यालय के सभागार में गोष्ठी आयोजित की थी.ये भी तय हुआ कि IIT Roorki या उसकी तरह के अन्य संस्थानों से Expert Report ले के यातायात नियंत्रण के उपाय किए जाएँगे.
—DGP के आदेश–
- देहरादून शहर की पार्किंग की Detailed Report तैयार की जाए.जिन व्यवसायिक भवनों (Shopping Complex-Wedding Point) को MDDA से बेंसमेट/कॉम्पलेक्स पार्किंग की अनुमति प्रदान की गई है,उन पार्किंग को तत्काल खुलवाया जाए। इस सम्बन्ध में पहले SP (यातायात) सभी व्यवसायिक भवनों के स्वामी एवं व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों के साथ पार्किंग के सम्बन्ध में बैठक करेंगे. फिर भी पार्किंग न खुलवाने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
- देहरादून के सभी सरकारी एवं निजी स्कूलों/कालेजों के प्रबन्धकों के साथ बैठक कर खुलने एवं बंद होने के time को स्टैगर कर इसको तत्काल लागू किया जाएगा.वाहनों को जितना सम्भव हो सके स्कूलों और कालेजों में ही पार्क कराया जाए।
- यातायात कर्मियों की ड्यूटी प्वाईंट के आधार पर मूल्यांकन कर जनशक्ति का ऑडिट करा लिया जाए.Extra Traffic जवानों की जरूरत पड़े तो उसके प्रस्ताव तैयार किए जाएँगे.
- यातायात प्रबन्धन में Innovation-सुधार के लिए IIT-Roorki अथवा किसी अन्य संस्थान से समाधान मांगे जाएंगे.
- टोईंग की कार्यवाही के दौरान जाम की स्थिति उत्पन्न न हो,इसके लिए टोईंग को भीड़-भाड़ वाले वक्त में करने से बचा जाए।
- सड़कों पर निकलने वाले जूलूसों का डाटा बेस तैयार किया जाए. मुख्य मार्गों पर जूलूस-रैलियों को प्रतिबन्धित किया जाए।
- बड़े शहरों में Top-10 दुर्घटना स्पॉट तथा अन्य छोटे शहरों में Top-5 दुर्घटना स्पॉट को Identify कर उन स्थलों पर प्रवर्तन अधिकारियों एवं प्रवर्तन उपकरणों को तैनात किया जाए।
- सेमिनार में ADGP (Adm)अमित सिन्हा, ADGP (Law-Order) अजय प्रकाश अंशुमन, IGP-Director (Traffic) मुख्तार मोहसिन, DIG (Training) बरिन्दरजीत मौजूद थे.