
Chetan Gurung
सरकार ने ऊधमसिंह नगर के सितारगंज स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) को उप जिला चिकित्सालय और उत्तरकाशी के मोरी स्थित PHC को CHC कर दर्जा दे दिया है.दोनों अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाओं के साथ डॉक्टरों की तैनाती होने से लोगों को बेहतर इलाज के लिए महानगरों की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत की सिफारिश पर दोनों को Upgrade करने का फैसला लिया.
R राजेश कुमार
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सचिव (Health-Medical Education) डॉ R राजेश कुमार के अनुसार सितारगंज के 30 Bed वाले CHC को 90 Bed वाला उप जिला चिकित्सालय बनाया गया है। अस्पताल के के लिए CMS मुख्य समेत 65 पदों की स्वीकृति दी गई है। इनमें 40 पद (20 नियमित एवं 20 आउटसोर्स) नए सृजित किए गए हैं। नवसृजित पदों में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक,एक आर्थोपेडिक सर्जन, एक नेत्र शल्यक, एक रेडियोलॉजिस्ट, एक पैथोलॉजिस्ट, चार वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी, 10 नर्सिंग अधिकारी, एक लैब टेक्नीशियन शामिल है। यह सभी पद नियमित अस्थाई होंगे। 20 पद आउटसोर्स से होंगे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा के मुताबिक मोरी के PHC को CHC बनाने के साथ ही 37 पदों (25 अस्थायी व 12 आउटसोर्स) की स्वीकृति दी गई है। स्वीकृत पदों में चिकित्सा अधीक्षक, पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट, जनरल सर्जन, फिजिशियन, स्त्री रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, निश्चेतक, दंत शल्यक, नर्सिंग अधिकारी, लैब टेक्नीशियन शामिल हैं।
CM पुष्कर ने दोनों के उच्चीकरण के बाद कहा कि लोगों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए बुनियादी ढांचे को सशक्त बनाना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। इसके लिए चिकित्सा संस्थानों के उच्चीकरण के साथ ही उन्हें अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है। पर्वतीय जिलों में चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार के साथ ही वहां डॉक्टरों की तैनाती, जीवन रक्षक उपकरणों और दवाओं की उपलब्धता पर विशेष ध्यान दिया गया है। डॉक्टरों को अस्पतालों में अपनी ड्यूटी पर अनिवार्य रूप से उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं।