
Chetan Gurung
पुलिस ने आज दो मानव तस्करों को दबोच के उनके कब्जे से 3 नाबालिग बच्चियों को आजाद कराया.SSP अजय सिंह ने बताया कि ISBT चौकी को लीड मिली कि अन्य राज्यों से आई दिखने वाली 3 कम उम्र लड़कियां ISBT के आसपास संदिग्ध अवस्था में घूम रहीं.मुखबिर से ये भी पता चला कि कोई व्यक्ति उनको खरीद फरोख्त के लिए देहरादून लाने की बात कर रहा है।
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तीनों बालिकाओं को चौकी पर लाकर एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट तथा चाइल्ड लाइन की टीम को ISBT चौकी बुलाया.तीनों नाबालिग बालिकाओं ने बताया गया कि कुछ लोग उन्हें अच्छे पैसे और तनख्वाह दिलवाने का लालच देकर दिल्ली से देहरादून लाए थे.
उन्हें देहरादून में एक फ्लैट में 1 महिला व एक पुरुष के पास छोड़ दिया था। रात में तीनों युवतियां घर में मौजूद महिला व एक अन्य पुरुष को उन्हें लेकर आए व्यक्तियों से उनको 1,10,000 रुपए में खरीदने-बेचने की बात करते हुए सुना. खरीद फरोख्त के लिए लाई गई युवतियों से गलत काम करवाने की जानकारी पुलिस को मिली. हकीकत मालूम चलते ही तीनों युवतियां घबरा गई. रात को चादर के सहारे बालकनी से नीचे कूदकर वहाँ से भाग गई।
नाबालिग युवतियों से मिली जानकारी को तत्काल उच्चाधिकारियों संग साझा किया गया. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर तत्काल AHTU देहरादून तथा पटेल नगर पुलिस की संयुक्त टीम ने युवतियों के बताए गए स्थान पथरीबाग में वेद सिटी कॉलोनी स्थित एक फ्लैट में दबिश दी. मौके पर मौजूद 1 महिला व 1 पुरुष को हिरासत में लिया गया.
पूछताछ में महिला ने अपना नाम बाला पत्नी सतपाल यादव (तलाकशुदा) निवासी – मेहता एसोसिएट, वेद सिटी कॉलोनी लोनी पथरीबाग में भी पौधे रोपने की तयारी चल रही है. पकड़े गए दिग्विजय सिंह पुत्र रामपाल शर्मा-मुस्तफापुर, नवादा- नगाँवा सादात (अमरोहा-UP) की उम्र-45 वर्ष है। दोनों अभियुक्तों से सख्ती से पूछताछ करने पर मालूम चला कि तीनों नाबालिग युवतियों को अन्यत्र बेचने के लिए गाजियाबाद निवासी अपने साथी पूनम एवम खुशी तथा एक अन्य व्यक्ति से खरीदना बताया गया.युवतियों को अच्छी नौकरी व पैसों का लालच देकर दिल्ली रेलवे स्टेशन से लेकर आए थे।
मौके से गिरफ्तार मुल्जिमों के विरुद्ध कोतवाली पटेल नगर में BNS की संबंधित धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया। दोनों अभियुक्तों से पूछताछ में गिरोह के तार अन्य राज्यों से भी जुड़े होने की पुलिस को जानकारी प्राप्त हुई. गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए टीमों को गैर प्रान्त रवाना किया गया है।