
ChetanGurung
डाकरा कैंट को बिंदाल पुल (चकराता रोड)-दिलाराम चौक (राजपुर रोड) और राज भवन-CM House-मसूरी रोड से जोड़ने वाली Lifeline कही जाने वाली सड़क के बारिश में ध्वस्त हुए दो हफ्ते हो चुके हैं.Local बाजार का कारोबार त्यौहारी सीजन में एकदम बैठ गया है.ये सब देखने वाला निजाम Cantt Board (गढ़ी-प्रेमनगर) धूनी रमाए बैठा है.न Board President न CEO ने लोगों की इतनी बड़ी दिक्कत से कोई वास्ता होने का सन्देश देने के लिए मौके का रुख किया.न कोई Action लेते दिख रहे.DM (देहरादून) सोनिका ने इस रोड को दुरुस्त करने का जिम्मा खुद उठाया है.उन्होंने PWD से इसका संभावित बजट तैयार करा लिया है.उन्होंने कहा कि जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
DM Sonika
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बारिश ने हवा घर बस Stop (कैंट बोर्ड दफ्तर से 150 मीटर दूर) से डाकरा बाजार जाने वाली मुख्य सड़क को एक निजी शिक्षण संस्थान और खुखरी फैक्ट्री के करीब आधा ध्वस्त कर दिया है.बीच में बारिश में ठहराव भी आया.उम्मीद की जा रही थी कि बोर्ड के CEO और उनके इंजीनियर मौक़ा मुआयना कर इस सड़क को युद्ध स्तर पर शुरू करा सकेंगे.नजारा इस कदर उल्टा रहा कि न बोर्ड President (सेना के ब्रिगेडियर) और CEO ने ही इस ओर कोई रुख किया.
रक्षा बंधन से पहले ये तबाही हुई.इसने पूरा कारोबार ख़त्म कर दिया.लोगों का आना-जाना एकदम रोक दिया.लोगों को 300 मीटर जाने के लिए अब 2 KM घूम के जाना पड़ रहा है.हर चुनाव में सक्रिय रहने वाले Local नेता भी बोर्ड के बारे में इस बाबत एक शब्द बोलने या कोई आन्दोलन करने को तैयार नहीं दिखते हैं.वे ख़ामोशी से नजारा देख रहे कि कब और कौन काम शुरू कराता है.
www.chetangurung.in ने इस बाबत आपदा महकमे के सचिव विनोद कुमार सुमन से बात की तो उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने इस किस्म के कार्यों को आपदा मद से करने से इनकार कर दिया है.DM को अधिकार है कि वह अपने स्तर पर ऐसे कार्यों को अंजाम दे सकते हैं.PWD महकमें के सचिव डॉ पंकज पांडे ने भी कहा कि सेना का इलाका होने के चलते उनका महकमा सीधे कार्य नहीं कर सकता है.DM चाहे तो करा सकती हैं.DM सोनिका ने कहा कि उन्होंने PWD के इंजीनियरों को आदेश दे दिया है कि वे पैसे की फ़िक्र छोड़ के काम शुरू कर दें.बजट मिल जाएगा.Estimate बना दिया गया है.
दिलचस्प पहलू ये है कि इतने बड़े और अहम कार्य को खुद कराने की हैसियत न होने पर बोर्ड एक चिट्ठी भर DM को भेज के चुप बैठ गया.न DM से कई दिनों तक फोन पर बात की न ही मुलाकात करना बेहतर समझा.इस बात Local MLA और मंत्री गणेश जोशी ने भी CEO से DM संग समन्वय रखने और सड़क निर्माण को जल्द कराने को कहा.सोनिका ने कहा कि CEO हरेन्द्र की उनसे फोन पर बात हो गई है.उन्होंने कुछ और जगह की भी दिक्कत बताई है.
साल-2010 में बोर्ड ऑफिस और Post Office के करीब पुल ध्वस्त हो गया था.उस वक्त के Chief Secretary सुभाष कुमार ने तब PWD के सचिव उत्पल कुमार सिंह (बाद में मुख्य सचिव बने और आजकल लोकसभा के महासचिव) को निर्देश दे के उस पुल का निर्माण तत्काल करवा दिया था.बोर्ड तब भी महीनों तक बजट न होने का बहाना बना के हाथ पर हाथ धरे बैठा था.मौजूदा मुख्य सड़क दरक के तबाह हो जाने से डाकरा बाजार सूना हो गया है.
दिक्कत गढ़ी-डाकरा-मसूरी बाई पास रोड पर इस ट्रैफिक बढ़ जाने से हो गई है.सभी गाड़ियाँ अब वहीँ से गुजर रही है.इससे वहां गाड़ियाँ फंस जा रही.लोग बेहद परेशान हो रहे.डाकरा-गढ़ी-प्रेमनगर कैंट बोर्ड भी देश के बाकी बोर्ड की तरह नगर निगम का हिस्सा हो रहे हैं.इसकी अधिसूचना जारी हो चुकी है.बोर्ड के हालात को देख के ये सुकून महसूस हो सकता है कि कम से कम पीने के पानी-सड़क से जुड़ी समस्याओं से लोगों को खासी राहत मिल सकेगी.कैंट बोर्ड का होना और न होना फिलहाल बराबर है.