Big News::उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार CM ने Senior IAS अफसरों की Committee of Secretaries को किया Address:विकास-कल्याणकारी योजनाओं पर CM पुष्कर ने दीं तमाम हिदायतें:2 सालों में सभी भर्तियाँ करने का फरमान:Action Plan पर जोर
CS लेते रहे हैं CoS की बैठकें:PSD की साफ ताकीद,`फटाफट आयोगों को अधियाचन भेजें-नौकरियां खोलें’

Chetan Gurung
उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री ने सचिव समिति (Committee of Secretaries) को संबोधित करने के दौरान सचिव और उससे ऊपर के IAS (सचिव के जिम्मे वाले IPS-IFtS-ITS भी) अफसरों को ताकीद की कि वे राज्य के कल्याण और विकास से जुड़ी योजनाओं पर तेजी और गंभीरता से काम करें.Action Plan बना के उस पर अमल करें.ये बैठक हमेशा मुख्य सचिव (CS) ही लेते रहे हैं.
पुष्कर ने बुधवार को सचिवालय में सचिव समिति में 3 घण्टे तक नीति बनाने और क्रियान्वयन करने वाले आला नौकरशाहों के साथ चर्चा-मंथन में कहा कि सचिव सरकार और अवाम के बीच सेतु का कार्य करते हैं। शासन और प्रशासन एक सिक्के के दो पहलू होते हैं। वे अपनी जिम्मेदारियों को प्रमुखता और गंभीरता से निभाएंगे तो लोगों का कल्याण और राज्य का विकास तय है.
उन्होंने कहा कि योजनाओं के बेहतर निर्माण के साथ ही उनके सफल क्रियान्वयन के लिए ठोस कार्ययोजना भी बनाई जाए. विभागों के रिक्त पदों का अधियाचन शीघ्र आयोगों को भेजना सुनिश्चित करें। दो सालों में रिक्त पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया ख़त्म कर दी जाए.कार्यों और योजनाओं के निर्माण में नवाचार पर विशेष ध्यान दें.आधुनिक तकनीक का अधिकतम इस्तेमाल किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन पर विशेष ध्यान दिया जाए। नीति आयोग के सतत विकास लक्ष्यों में जिन इंडिकेटरों में हमें सुधार की आवश्यकता है, उन पर विशेष ध्यान दिया जाए। अगले एक वर्ष के लिए महत्वपूर्ण योजनाओं का एक रोस्टर प्लान बनाया जाए. प्रभारी सचिव समय-समय पर खुद को सौंपे गए जिलों में जाकर योजनाओं की नियमित समीक्षा करें.
CM ने कहा कि राज्य की बड़ी परियोजनाओं की अलग व्यापक समीक्षा हों.की जाए। दैवीय आपदा अथवा अन्य किसी भी संभावित नुकसान से बचाने के लिए बड़ी परियोजनाओं का सेफ्टी ऑडिट भी किया जाए। मितव्ययिता पर विशेष ध्यान दिया जाए। राजस्व वृद्धि के साथ आवश्यक खर्चों को नियंत्रित करें.सीमित संसाधनों से बेहतर नतीजा देने की कोशिश करें.योजनाओं में जो सब्सिडी दी जा रही है, वह लाभार्थियों को समय पर मिले। विभाग नियमित कैंप लगाएं।
सचिवों ने भी कई सुझाव दिए.बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, एल फैनई, प्रमुख सचिव (न्याय) प्रदीप पंत,प्रमुख सचिव अमित सिन्हा-सचिव R मीनाक्षी सुन्दरम-नितेश झा-शैलेश बगौली-रंजीत सिन्हा-डॉ पंकज पांडे-दीपक गैरोला-BVRC पुरुषोत्तम-पराग मधुकर धकाते प्रमुख तौर पर थे।