
Chetan Gurung
भीषण बारिश-बादल फटाई से बेहाल केदार घाटी और इधर-उधर फंस गए 15,000 के करीब तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों को सुरक्षित निकाल के मंगलवार को बचाव अभियान सरकार ने सेना और एयरफोर्स-NDRF की मदद से कामयाबी के साथ पूरा कर लिया.CM पुष्कर सिंह धामी फ़ौरन ही 4 धाम यात्रा को शुरू करने की कोशिशों में आज ही जुटते हुए रुद्रप्रयाग पहुँच गए और हालात का जायजा लिया.अफसरों को उन्होंने फरमान सुनाया कि जल्दी ही यात्रा शुरू करने के लिए जी-जान लगाएं.
केदारघाटी में सड़कें बंद हो गई थीं.कुछ का तो नामों-निशान मिट गया था.फंसे बाहरी और स्थानीय लोग शुरुआत में बेहद खौफजदा थे.उनके दिमाग में साल-2013 की केदारनाथ आपदा का डर तारी था.मुख्यमंत्री ने तुरंत ही हालात को समझते हुए बचाव और राहत अभियान अपनी कमान में शुरू कर दिया.पूरी सरकारी मशीनरी को झोंक दिया.Army-Airforce-NDRF-SDRF तमाम सरकारी महकमों ने उनकी अगुवाई में ऑपरेशन को तेजी से पूरा करने में सफलता पाई.हजारों की जिंदगी को बचा लिया गया.
31 जुलाई को केदारघाटी में जबरदस्त बारिश ने हालात को बेहद बदतर बना दिया था.हजारों तीर्थयात्री-पर्यटक जहाँ के तहां फंस गए थे.अभियान ख़त्म होने के बाद केदारघाटी में हुए नुक्सान का जायजा लेने और यात्रा को फिर जल्द से जल्द शुरू करने के लिए चल रही तैयारियों की समीक्षा करने मुख्यमंत्री पुष्कर रुद्रप्रयाग पहुंचे। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया।
मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि Rescue अभियान पूरा हो गया है.Record समय में 15 हजार से अधिक यात्रियों एवं स्थानीय लोगों को हवाई तथा पैदल मार्गों से सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है। सरकार की कोशिश है कि केदारघाटी में जल्द से जल्द हालात सामान्य हों। उन्होंने बताया कि अतिवृष्टि से 29 स्थानों पर भू-स्खलन की चपेट में आने से पैदल एवं सड़क मार्ग अवरुद्ध हुए हैं। पेयजल तथा विद्युत की लाइनों सहित बड़ी संख्या में सरकारी संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचा। कुछ स्थानों पर दूरसंचार की सेवाएं भी बाधित हुई हैं।
क्षत्रिग्रस्त सड़कों की मरम्मत करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किए जा रहे हैं. मंत्री सौरभ बहुगुणा, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार, सचिव पंकज कुमार पांडेय, कमिश्नर विनय शंकर पांडे, सचिव विनोद कुमार सुमन, आईजी करन सिंह नगन्याल, जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, पुलिस अधीक्षक डॉ विशाखा अशोक भदाणे, एनडीआरएफ के कमांडेंट सुदेश दराल, एसडीआरएफ के कमांडेंट मणिकांत मिश्रा CM के साथ थे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने भारत सरकार से यात्रियों को रेस्क्यू करने के लिए वायु सेना के हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। तुरंत चिनूक तथा एमआई-17 हेलीकॉप्टर रेस्क्यू अभियान के लिए उपलब्ध करवा दिए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गृह मंत्री अमित शाह का उन्होंने आभार जताया। 5 स्टेट हेलीकॉप्टरों के माध्यम से भी सैकड़ों यात्रियों का रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।