
Chetan Gurung
केदारनाथ हवाई Route पर फिर आज एक हेलीकाप्टर धड़ाम हो गया। तकदीर लिखा के लाए थे जो Pilot और सवार Tourists के साथ ही Highway से गुजर रही कारों में सवार लोगों का बाल भी बांका नहीं हुआ। वह कार क्षतिग्रस्त हो गई, जिसके ऊपर हेली का पिछला पंख जा टकराया। कड़वी हकीकत ये है कि लगातार हेलीकाप्टर हादसे उत्तराखंड के Tourism और 4 धाम यात्रा पर्यटन से जुड़े कारोबार के लिए भीषण खतरा बन सकता है। नागरिक उड्डयन महकमे को गंभीरता से देखना होगा और ढंग से जवाब देना होगा कि आखिर इस किस्म के हादसे उत्तराखंड में क्यों हो रहे! आज के हादसे में Pilot और सभी 5 यात्री बाल-बाल बच गए। Pilot का इलाज कराया जा रहा। उनको कुछ चोटें आई हैं। इस सीजन में अब तक का ये चौथा हेली हादसा है।
नागरिक उड्डयन महकमा तर्क दे रहा है कि हेलीकाप्टर हादसे का शिकार नहीं हुआ। Pilot ने सूझबूझ के साथ Safe Landing कराई। High Tech Smart Mobile Phone के जमाने में कोई न कोई कुछ न कुछ लगातार Shoot करता रहता है। किसी ने इस हादसे को भी ढंग से Shoot कर के Social Media में डाल दिया। Video देख के साफ होता है कि हेली ने उड़ान भरने की कोशिश की। फिर या तो मशीन में खराबी आ गई या फिर Pilot के वश से मशीनी चिड़िया बाहर हो गई।
इनमें एक पहलू तो सही है। दोनों को नकार नहीं सकते हैं। अगर इनमें एक भी सच है तो फिर संबन्धित महकमा कैसे मुंह छिपा सकता है! Pilot अगर सक्षम नहीं तो ये साबित हो जाएगा कि नाकाबिल और कम योग्य Pilots के हवाले मशीन की जा रही हैं। अगर मशीन में ही खराबी हादसों की वजह है तो फिर इंसानी जिंदगी से कंपनी खेल रही हैं। उनको ये मौका महकमा कैसे दे रहा है! इसके लिए ज़िम्मेदारी जो भी हो, उस पर सरकार का Zero Tolerance Hunter जरूर बरसना चाहिए। कमियों की तरफ आखिर यूं ही आँखें कौन मूंदता है!ये हादसा रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड High Way पर तब हुआ जब,करीब के बड़ासू Helipad से क्रिस्टल एविएशन का हेली Take Off कर रहा था।
लगातार हो रहे इस किस्म के हादसे का जो भी तर्क नागरिक उड्डयन महकमा दे, उसका सकारात्मक असर नहीं पड़ेगा। हादसे इतनी जल्दी-जल्दी होने लगेंगे तो सम्पन्न तीर्थयात्री और पर्यटक आना कम कर देंगे। स्थानीय आर्थिकी पर असर वही डालते हैं। न कि अपने साथ बस में राशन-गैस ले के आने वाले निम्न मध्यमवर्गीय श्रद्धालु। कुछ हफ्ते पहले उत्तरकाशी में हुए हेलीकाप्टर हादसे के बाद कई लोग Advance Booking के बावजूद आशंकित हो के 4 धाम यात्रा नहीं आए। हालांकि भारत-पाकिस्तान संघर्ष (Operation Sindoor) भी इसकी एक और प्रमुख वजह रही।
CM पुष्कर सिंह धामी 4 धाम यात्रा-पर्यटन और Local Economy को बढ़ाने, लोगों की आर्थिक स्थिति को समृद्धि प्रदान करने के लिए लाख जतन कर रहे हैं। उनकी मेहनत पर नौकरशाही पानी फेरती दिख रही। वे हेलीकाप्टर और Rapido 4 व्हीलर और 2 व्हीलर Service में फर्क नहीं कर पा रहे लग रहा। हेलीकाप्टर को ऐसे उड़वा रहे, मानो आसमान में चील-गिद्ध-कबूतर उड़ रहे हों। हेलीकाप्टर Passengers ले के आते हैं और H पर पंखों को घूमने से रोके बिना नए Passengers बिठा के फिर Take Off कर रहे। इतना व्यस्त तो Auto Rikshaw भी नहीं होते।