शुभ खबर!!बदरीनाथ धाम के कपाट भी खुले:हजारों श्रद्धालुओं के जयकारों से गूंजा गगन:CM पुष्कर सिंह धामी ने दी शुभकामनाएं:शुरू होते ही उफान पर पहुंची 4 धाम यात्रा
दर्शनार्थियों के सैलाब से विकट हुई बंदोबस्त की चुनौती:छुट्टियों का मौसम शुरू होने पर और मुश्किल होंगे हालात!यात्रा मार्ग संग मसूरी-नैनीताल में जाम का संकट:दर्शनार्थियों की तादाद सीमित किया जाना मुमकिन!CO को मसूरी Camp करने के आदेश-DGP अभिनव

Chetan Gurung
जग विख्यात भगवान श्री बद्रीनाथ मंदिर के कपाट भी आज (12 मई) को शुभ मुहूर्त पर सुबह 6 बजे पूरे विधि विधान एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ दर्शन के लिए खोल दिए गए.इस मौके पर हजारों भक्त साक्षी बने। बदरीनाथ कपाट खुलने के मौके पर पहले दिन विशेष पूजा-अर्चना की गई। CM पुष्कर सिंह धामी ने इस शुभ अवसर पर श्रद्धालुओं को बधाई दी। 4 धाम यात्रा शुरू होने के साथ ही दर्शनार्थियों का सैलाब उमड़ने लगा है.इससे प्रशासन और पुलिस के सामने यात्रा से जुड़े बंदोबस्त को कायम रखना बेहद चुनौती भरा हो गया है.यात्रा मार्गों के साथ ही मसूरी-नैनीताल सरीखे पर्यटक स्थलों पर हालात अभी से काबू से बाहर हो रहे.स्कूल-कॉलेज की छुट्टियां शुरू होने पर हालात बेकाबू होने से इनकार नहीं किया जा सकता है.हालात बदतर हुए तो दर्शनार्थियों की तादाद को सीमित करने पर सरकार विचार कर सकती है.
CM पुष्कर सिंह धामी ने बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले जाने पर सभी को बधाई और शुभकामनाएँ दी
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बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले जाने के दौरान का नजारा
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चमोली में बदरीनाथ धाम के कपाट रिमझिम बारिश और गुलाबी ठण्ड के बीच Army Band एवं ढोल-नगाड़ों की धुन-स्थानीय महिलाओं के पारम्परिक संगीत-नृत्य के साथ भगवान बद्री विशाल की स्तुति से खोले गए. इस अमुके पर श्रद्धालुओं की भीड़ मंत्रमुग्ध नजर आई। धार्मिक परंपराओं के निर्वहन के साथ कुबेर, उद्धव एवं गाडू घड़ा दक्षिण द्वार से मंदिर में परिसर में लाया गया। मंदिर के मुख्य पुजारी रावल समेत धर्माधिकारी, हक हकूकधारी एवं श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने विधि-विधान के साथ मंदिर के कपाट खोले। मुख्य पुजारी वीसी ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने गर्भगृह में भगवान बद्रीनाथ की विशेष पूजा-अर्चना करते हुए सबके मंगल की कामना की। बद्रीनाथ मंदिर को 15 कुंतल फूलों से सजाया गया था।
कपाट खुलने के एक दिन पूर्व से ही बद्रीनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी थी। गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड में चार धाम यात्रा का पूरी तरह से आगाज हो गया है। कपाट खुलने के अवसर पर बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय, DM हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक सर्वेश कुमार, CDO अभिनव शाह, CEO (BKTC) योगेन्द्र सिंह, SDM चंद्रशेखर बशिष्ठ, हक हकूकधारी मौजूद थे।
CM पुष्कर सिंह धामी आज महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं.उन्होंने बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खुलने के मौके पर सभी श्रद्धालुओं को बधाई और शुभकामना दी.भू-वैकुण्ठ धाम के आसपास तप्तकुण्ड, नारद कुण्ड, शेषनेत्र झील, नीलकंठ शिखर, उर्वशी मन्दिर, ब्रह्म कपाल, माता मूर्ति मन्दिर तथा देश के प्रथम गांव माणा, भीमपुल, वसुधारा जलप्रपात एवं अन्य ऐतिहासिक व दार्शनिक स्थलों पर भी श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों की भीड़ जुटने लगी है।
पिछले आंकड़ों पर नजर डाले तो वर्ष-2016 में 654355, वर्ष-2017 में 920466 तथा वर्ष-2018 में 1048051, वर्ष-2019 में 1244993 तथा वर्ष-2020 में 155055 श्रद्धालु बद्रीनाथ पहुंचे। वर्ष-2021 में कोरोना संकट के बावजूद 197997 श्रद्धालु बदरीनाथ पहुंचे। वर्ष-2022 में 1763549 और वर्ष-2023 में रिकार्ड 1839591 श्रद्धालुओं ने बद्रीनाथ धाम के दर्शन किए। इस बार रिकॉर्ड पंजीकरण के साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु बदरीनाथ पहुंचने लगे हैं। सरकार की तमाम व्यवस्थाओं के बावजूद प्रशासन और पुलिस के लिए यात्रा सीजन को सफलतापूर्वक और शांति से पूरा कराना बेहद कठिन अभी से हो गया है.
इतनी अधिक तादाद में दर्शनार्थी उमड़ रहे हैं कि सरकार के सभी और हर किस्म के बड़े से बड़े बंदोबस्त भी अभी से कमजोर दिखने लगे हैं.ये आगाज भर है.छुट्टियों का मौसम शुरू होने पर हालात किस कदर विकट हो सकते हैं, इसकी झलक दिखने लगी है.पर्यटक भी जब उमड़ने लगेंगे तो यात्रा मार्गों और पर्यटन स्थलों के हालात के बारे में सिर्फ सोचा जा सकता है.मसूरी-नैनीताल में आम तौर पर पर्यटक ही आते हैं.वहां अभी से शुक्रवार-शनिवार-इतवार-सोमवार में स्थानीय लोगों के लिए भी निकलना और आराम से काम कर पाना बेहद मुश्किल हो गया है.इतनी भीड़ लोगों की अभी से जुटने लगी है.
भीड़ नियंत्रित करने और व्यवस्थाओं को बेहतर करने के लिए सरकार कुछ जरूरी कदम शुरूआती Feedback के बाद उठा सकती है.ये भी सुझाव सामने आने लगे हैं कि यात्रा मार्गों पर व्यवस्था दुरुस्त रख के श्रद्धालुओं को भी दिक्कतों से बचाने के लिए पंजीकरण को कुछ सीमित किया जाए.पर्यटक स्थलों के लिए भी विशेष व्यवस्था की जा रही है.DGP अभिनव कुमार ने www.chetangurung.in से कहा कि मसूरी में जाम के हालात पैदा न होने देने और पर्यटकों संग स्थानीय लोगों को भी असुविधा से बचाने के लिए सम्बंधित CO (DySP) को मसूरी में ही Camp करने के निर्देश दिए गए हैं.कोतवाल लगातार हालात पर नजर रखते रहेंगे.CO-कोतवाल की जिम्मेदारी को सख्ती से तय कर दिया गया है.