कैंसर रोगियों के लिए बड़ी राहत::हल्द्वानी में कैंसर अस्पताल का विस्तार होगा:Modern मशीनों से कैंसर मरीजों का ईलाज मुमकिन:पुष्कर सरकार की मेहनत रंग लाई:State कैंसर इंस्टीट्यूट के लिए 250 पदों का होगा सृजन
141 Bed वाला रैन बसेरा बनेगा:वन भूमि हस्तान्तरण प्रस्ताव को केंद्र की सैद्धांतिक मंजूरी:1.75 हेक्टेयर वन भूमि पर बनेगा 196 बेड का अस्पताल

Chetan Gurung
केंद्र सरकार ने हल्द्वानी में स्वामी राम कैंसर अस्पताल का विस्तार करने के प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी। वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की अनुमति के बाद इसके लिए यहां 44 पेड़ों के कटान का काँटा भी दूर हो गया। चिकित्सा और स्वास्थ्य सचिव डॉ R राजेश कुमार ने कहा कि इस अस्पताल के निर्माण के बाद कैंसर के रोगियों को एक ही स्थान पर सम्पूर्ण जांच और बेहतरीन ईलाज उपलब्ध हो सकेगा। CM पुष्कर सिंह धामी के इस मामले में अधिक दिलचस्पी लेने से माना जा रहा है कि ये सरकार की बड़ी सफलता है.
डॉ धन सिंह रावत (चिकित्सा-स्वास्थ्य मंत्री)
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स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि राज्य कैंसर संस्थान की हल्द्वानी में स्थापना के लिए 103.65 करोड़ रुपये की परियोजना स्वीकृत की गई है। 152 पदों को स्वीकृत किया जा चुका है। अति आवश्यक 255 अन्य पदों की स्वीकृति का प्रस्ताव भी शासन के पास अनुमोदन के लिए भेजा गया है।
Dr R राजेश कुमार (चिकित्सा-स्वास्थ्य सचिव)
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उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत की कड़ी कोशिशों के चलते राज्य कैंसर संस्थान (हल्द्वानी) के प्रथम चरण का निर्माण शुरू करने के लिए भूमि की उपलब्धता और अन्य औपचारिकताओं पर कार्य हो चुका है.अस्पताल का निर्माण कार्य दो चरणों में होगा। पहले चरण में वार्ड ब्लॉक और सर्विस ब्लॉक का निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा। अस्पताल के लिए उच्च स्तरीय अत्याधुनिक मशीनें खरीदने की प्रक्रिया भी चल रही है।
डॉ आर राजेश ने बताया कि दूसरे चरण में डायग्नोस्टिक ब्लॉक, न्यूक्लियर मेडिसिन ब्लॉक प्रिवेन्टिव ऑनकोलॉजी, व अन्य स्पेशियलिटी एवं सुपर स्पेशियलिटी विभाग स्थापित किए जाएंगे.इससे रक्त की जांच एक ही जगह पर हो सकेगी। यहां न्यू क्लियर मेडिसिन समेत 31 विभाग होंगे। कैंसर मरीजों की थैरेपी के लिए सीटी सिमूलेटर मशीनें आएंगी।
रेडियोलॉजी विभाग में सीटी स्कैन, MRI, अल्ट्रासाउंड जांचें भी की जाएंगी। डायग्नोस्टिक ब्लॉक में ब्लड बैंक, पैथोलॉजी लैब, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकेमस्ट्री लैब भी होंगी। प्रथम व द्वितीय चरण में 196 बेड के अस्पताल का निर्माण किया जाएगा। रोगियों व उनके तिमारदारों के लिए लम्बे उपचार के दौरान ठहरने की सुविधा देने की खातिर 141 शैय्यायुक्त रैन बसेरा भी बनाया जाएगा।