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212 युवाओं के ख्वाबों को लगे पंख:CM पुष्कर के हाथों नियुक्ति पत्र:राजकीय पोलिटेक्निक के 65 फ़ीसदी Students को मौजूदा साल में रोजगार मिला:भर्ती में पारदर्शिता से युवाओं का हौसला बढ़ा

Chetan Gurung

CM पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को अपने आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में कई कम्पनियों में चुने गए राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों के चयनित 212 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान कर उनके चेहरों पर ख़ुशी-मुस्कराहट बिखेर दी। राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों के अंतिम वर्ष के इन छात्र-छात्राओं को मिला के मौजूदा साल में राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों से 65 प्रतिशत युवाओं को रोजगार मिल चुका है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि युवाओं को हर क्षेत्र में रोजगार के उचित अवसर मिलें। राज्य के अंदर निजी क्षेत्र भी रोजगार देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। गैर सरकारी औद्योगिक इकाइयों को बढ़ावा देना आर्थिक विकास का हिस्सा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षो में टेक्नोलॉजी, रोजगार, कौशल विकास के क्षेत्र में कई ऐतिहासिक कार्य हुए हैं।

उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षा के Students के लिए राज्य में ऑनलाइन ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेंटर का निर्माण किया गया है। गुजरे 3 सालों में राज्य सरकार ने अपने महकमों में 15000 से भी ज्यादा युवाओं को नियुक्तियां दी है।  राज्य में भर्ती प्रक्रिया को पूर्ण रूप से पारदर्शी बनाया गया है। परीक्षा से लेकर  नियुक्तियां तक तय  समय के अंदर हो रही हैं। भर्ती प्रक्रिया में आई पारदर्शिता से युवाओं का सरकार के प्रति विश्वास बढ़ा है.

CM ने कहा कि युवाओं ने नकल विरोधी कानून लागू होने से ख़ुशी जताई है.सरकार का आभार व्यक्त किया है। यह पारदर्शिता तभी संभव है जब सरकार की नीति और नीयत दोनों साफ हो। नीति आयोग की ताजा रिपोर्ट में सतत विकास के लक्ष्यों की प्राप्ति में उत्तराखण्ड अव्वल आया है। तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि राज्य में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता परक शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। युवाओं को सीधे रोजगार मिले इसके लिए औद्योगिक संस्थानों की आवश्यकता के हिसाब से नए कोर्स चलाये जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि राज्य के  पॉलिटेक्निक कॉलेज में फाइनल वर्ष के 3500 में से 2303 प्रशिक्षुओं को रोजगार से जोड़ दिया गया है। पॉलिटेक्निक कॉलेजों को आधुनिक तकनीक से भी जोड़ा गया है। युवाओं को अन्य देशों में भी रोजगार के अवसर मिले इसके लिए सरकार ने राज्य के पॉलिटेक्निक एवं इंजीनियरिंग कॉलेजों में जर्मन और फ्रेंच भाषा पढ़ाने का भी निर्णय लिया है।  इस अवसर पर राज्यसभा सांसद डॉ. कल्पना सैनी, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्री राजेंद्र अंथवाल, अपर सचिव (तकनीकी शिक्षा) स्वाति भदौरिया, निदेशक आरपी गुप्ता भी उपस्थित थे।

 

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