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सबसे बड़ी Breaking::DM समेत 2 IAS-1 SDM मुअत्तल:4 अन्य पर भी गाज गिरी:4 पहले ही नापे जा चुके:हरिद्वार Land Scam::इसको कहते हैं Corruption के खिलाफ Zero Tolerance:CM पुष्कर के कहर से बचना है तो भ्रष्टाचार से डरो-बचो

15 करोड़ की जमीन 54 करोड़ में खरीदने के आरोप:Secretary डॉ रणवीर की जांच Report पर PSD का नौकरशाही की रूह कंपा देने वाला Action

Chetan Gurung

हरिद्वार में बेकार किस्म की Agriculture Land को उसकी संभावित कीमत 15 करोड़ रुपये से कहीं गुणा अधिक 54 करोड़ रूपये में खरीदने के मामले में CM पुष्कर सिंह धामी ने आज वहाँ के DM कर्मेन्दर सिंह, उस वक्त के Municipal Commissioner IAS (2017 Batch) वरुण चौधरी (अभी अपर सचिव) और SDM (PCS) अजयवीर सिंह और 4 अन्य अफसरों को Suspend कर दिया। अब तक इस Land Scam में मुख्यमंत्री 12 अधिकारियों और अन्य के खिलाफ कठोर कदम उठा चुके हैं। PSD का भ्रष्टाचार के खिलाफ Surgical Strike रॉकेट की रफ्तार से तेज चल रहा। आए दिन किसी न किसी भ्रष्टाचारी को या तो जेल की सलाखों के पार भेजा जा रहा या फिर उनके खिलाफ अन्य कार्रवाई हो रही। आज की कार्रवाई से नौकरशाही में छिपे भ्रष्टाचारी या घूसखोर की रूह फना जरूर हो गई होगी। उत्तराखंड में असल Zero Tolerance against Corruption परवान पर है। करमेन्द्र और वरुण के खिलाफ आरोप इस कदर संगीन हैं कि उनके खिलाफ अखिल भारतीय सेवाएँ (अनुशासन एवं अपील) नियम-1969 के मुताबिक दंड दिया जा सकता है। ये उनके Suspension Order में ये साफ लिखा गया है।

CM Pushkar Singh Dhami-Hero of the War against Corruption

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जांच अधिकारी सचिव डॉ रणवीर सिंह की रिपोर्ट के आधार पर CM और राज्यपाल के दस्तखत के बाद सचिव (कार्मिक और सतर्कता) शैलेश बगौली की तरफ से जारी आदेश में करमेन्द्र और वरुण पर अलग-अलग आरोप हैं। करमेन्द्र पर DM और नगर निगम के प्रशासक रहने के बावजूद भूमि खरीद के मामले में मंजूरी देना और पद से जुड़े दायित्व की अनदेखी, शासन के आदेशों की अवहेलना और नगर निगम के हितों की रक्षा न करने के आरोप हैं। इसी किस्म के आरोप वरुण पर हैं। उन पर नियमों का सरासर उल्लंघन करने के भी आरोप हैं। इन दिनों भगवानपुर के SDM अजयवीर पर आरोप हैं कि वह जमीन बेचने वालों से संभवत: मिले हुए थे। बाकी आरोप उन पर भी करमेन्द्र और वरुण वाले हैं। करमेन्द्र और वरुण को शासन से सम्बद्ध कर दिया गया है। सिर्फ 7 साल की सेवा वाले वरुण के लिए Career के नजरिए से ऐसे Action में घिरना बहुत नुक्सानदेह साबित हो सकती है।

इस Scam में निकिता बिष्ट (Senior FO-नगर निगम)-विक्की (Senior PA), राजेश कुमार (रजिस्ट्रार कानूनगो),कमलदास (मुख्य प्रशासनिक अधिकारी-हरिद्वार तहसील) को भी निलंबित किया गया। रवीद्र कुमार दयाल (प्रभारी सहायक नगर आयुक्त), आनंद सिंह मिश्रवाण (प्रभारी अधिशासी अभियंता),लक्ष्मीकान्त भट्ट (कर एवं राजस्व निरीक्षक) तथा दिनेशचन्द्र कांडपाल (JE) पहले ही Suspension की कार्रवाई का शिकार हो चुके हैं। पुष्कर राज में ये अब तक का सबसे बड़ा कदम और कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ है। अब तक 3 IAS अफसरों पर CM पुष्कर का सुदर्शन चक्र भ्रष्टाचार के मामले में चल चुका है।

रामविलास यादव को भी पुष्कर सरकार IAS की सेवा में रहने के दौरान ही भ्रष्टाचार के मामले में जेल भेज चुकी है। पूर्व HoFF (PCCF-IFS) RBS रावत के साथ ही तमाम PCS अफसर-तहसील के अफसर-बाबू-पुलिस के दारोगा भ्रष्टाचार में पकड़े जा चुके। आलम ये है की मुख्यमंत्री के एक तरफ BJP को राज्य और देश भर में और मजबूत करने में जुटे दिखते हैं और दूसरी तरफ वह सरकार और System को दुरुस्त करने तथा लोगों में व्यवस्था के प्रति यकीन जगाने और भ्रष्टाचार का समूल नाश करने के लिए Operation Clean Government और War against Corruption को परवान चढ़ाते नजर आते हैं।

Politically देखा जाए तो PSD के भ्रष्टाचार के खिलाफ अनुकरणीय रुख उनको और मजबूत करता जा रहा। PM नरेंद्र मोदी और HM अमित शाह के तेवर भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम वाले रहते हैं। ये कम बड़ी बात नहीं है कि CM पुष्कर न सिर्फ निचले स्तर पर बल्कि Top Level तथा नौकरशाही में भी घुस आए भ्रष्टाचार के दीमकों को जला के राख़ करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। उनके सरकार के फैसले (UCC-नकल विरोधी कानून-Land act-धर्मांतरण कानून) ऐसे हैं जिनकी तारीफ PM मोदी-HM शाह खुले आम करते रहे हैं। दिल्ली की CM रेखा गुप्ता ने 2 दिन पहले हरिद्वार में एक आयोजन में पुष्कर के सामने Mike पर साफ कहा कि भाई जी (CM PSD) जो भी फैसले उत्तराखंड के लिए ले रहे, उनको वह दिल्ली में लागू करती जाएंगी।

CM पुष्कर ने कहा कि सरकार की निगाहों में हर व्यक्ति समान है। जो अच्छा कार्य करेंगे उनका सम्मान होगा और उनको प्रोत्साहित किया जाएगा। जो गैर कानूनी कार्य करेंगे और भ्रष्टाचार करेंगे, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। भ्रष्टाचार करने वाले के हाथ कितने भी लंबे हों या किसी भी दर्जे का रसूखवाला हो, उसको जेल का दरवाजा दिखाया ही जाएगा। इसमे सरकार और CM ने काफी हद तक सच्चाई दिखाई भी है। Builder अत्महत्या मामले में उन्होंने South Africa से सुर्खियों में आए गुप्ता बंधुओं में से एक अजय को और जमीन घोटाले में नामी उद्यमी सुधीर विंडलास के खिलाफ कठोर रुख अपनाया। ये बात दीगर है की सुधीर को बाद में CBI ने जेल में ठूंस डाला। सख्त फैसले लेने और उन पर अमल करने तथा भ्रष्टाचार पर इस कदर प्रकोप की तरह छा जाने वाले पुष्कर राज्य के पहले CM हैं।

 

 

 

 

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