बोले Experts-NRIs-UK,`निवेश के लिए उत्तराखंड Best Destination’:अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन:निर्माण-Construction-Power-Start-up में निवेश की बेहद संभावना

Chetan Gurung
दुनिया के कई हिस्सों में रहने वाले उत्तराखंड के NRIs और उद्यमियों-Experts ने आज अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंड सम्मेलन में कहा कि निवेश के लिए देवभूमि Best Destination है। निर्माण-ऊर्जा उत्पादन और Start up में निवेश की संभावनाएं कूट-कूट के भरी है।
Secretary Deependra Kumar Chaudhry
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Secretary Vinod Kumar Suman )Right)
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थाइलैंड से आए ब्रॉस्टेन ग्रुप के अध्यक्ष डॉ AK काला ने कहा कि 30 साल तक विदेश में काम करने के बाद अब वह भारत में अपनी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट खोलने की तैयारी कर रहे हैं। उत्तराखंड को प्राथमिकता देंगे। उत्तराखंड में पलायन से पूरी तरह खाली हो चुके गांवों को भी फिर आबाद करने के लिए काम करना चाहते हैं। वह ऐसे गांव को गोद लेने का प्रस्ताव शासन को दे चुके हैं।
–House of Himalayas की तारीफ–
सिंगापुर से आई मंडला ग्लोबल की संस्थापक मीनाक्षी अरोड़ा डबराल ने कहा कि वो अपने ई कॉमर्स प्लेटफार्म पर उत्तराखंड की महिला उद्यमियों को अपने उत्पाद उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने उत्तराखंड सरकार की ओर से तैयार किए गए हाउस ऑफ हिमालयाज ब्रांड की तारीफ करते हुए कहा कि इसमें सभी उत्पाद उच्च गुणवत्ता के हैं।
–Make in Uttarakhand–
AI आधारित स्टॉर्ट-अप वाले कुनाल उनियाल ने कहा कि वह लंदन से वापस आकर उत्तराखंड से ही AI आधारित शिपिंग ट्रांसपोर्ट स्टॉर्ट अप संचालित कर रहे हैं। हम मेक इंडिया, मेक इन उत्तराखंड के नारे पर चलते हुए काम कर रहे हैं। गुनसोला हाइड्रो पावर जनरेशन के राजेश गुनसोला ने बताया कि वह टिहरी जिले के बूढ़ाकेदार में हाइड्रो प्रोजेक्ट संचालित कर रहे हैं, जिसमें 50 लोग रोजगार पा रहे हैं। सोलर प्लांट के क्षेत्र में कंसलटेंट अमन जोशी ने कहा कि उत्तराखंड के पहाड़ सोलर ऊर्जा के लिए सर्वश्रेष्ठ हैं।
सत्र की अध्यक्षता अपर सचिव (ऊर्जा) रंजना राजगुरु ने की। सत्र का संचालन आयुक्त (उद्योग) प्रतीक जैन ने किया।
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तीसरे सत्र में कौशल विकास और विदेश में रोजगार की संभावना पर उच्च शिक्षा सचिव डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि सरकार उत्तराखंड के युवाओं के कौशल विकास पर जोर दे रही है। it is में उद्योगों की जरूरत के अनुसार रोजगार आधारित कोर्स संचालित किए जा रहे हैं। नई शिक्षा नीति भी लागू कर दी गई है। ब्रिटिश यूनिवर्सिटी वियतनाम में Head (एकेडमिक क्वालिटी) प्रोफेसर डॉ ज्योत्सना घिल्डियाल बिजल्वाण ने कहा कि आज भी उच्च शिक्षा के लिए युवाओं का बाहर जाना प्रतिभा पलायन है। प्रतिभा में आगे होने के बावजूद हमारे युवा भाषा के स्तर पर पिछड़ रहे हैं। शिक्षण संस्थान अब भी ग्लोबल स्टैंडर्ड से पीछे हैं। IIT-दिल्ली के प्रो SK साहा ने कहा कि तकनीकी का प्रयोग गांवों के विकास में किया जाना चाहिए।
–विदेश के नियम कायदे भी बताना जरूर–
UAE से आए प्रवासी उत्तराखंडी गिरीश पंत ने कहा कि विदेश में रोजगार के लिए स्किल के साथ ही युवाओं को संबंधित देश के नियम कायदों की भी सही जानकारी देनी चाहिए। खासकर जालसाजों के जरिए विदेश जाने की प्रवृत्ति के खतरों के प्रति लोगों को सतर्क करना होगा। कौशल विकास विभाग में विदेश रोजगार प्रकोष्ठ की कॉर्डिनेटर चंद्रकांता ने बताया कि प्रदेश सरकार युवाओं को विदेश में रोजगार प्राप्त करने के लिए प्रशिक्षण दे रही है। जापान में कई युवाओं को रोजगार प्रदान किया जा चुका है। अब जर्मनी ओर ब्रिटेन में रोजगार के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
–स्टार्टअप में निवेश करें प्रवासी–
IIT-रुड़की के प्रो. आजम खान ने कहा कि उत्तराखंड में स्टार्टअप के लिए बहुत संभावना है। इसमें प्रवासी समुदाय मदद कर सकता है।
–कोदा झिंगोरा उगा के उत्तराखंड को आगे बढ़ाएँगे
–चौथे सत्र में कृषि व ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि उत्तराखंड आंदोलन के दौरान एक नारा खूब लगता था-कोदा, झिंगोरा खाएंगे, उत्तराखंड बनाएंगे। अब बदली हुई स्थिति में नारा बदल गया है। नया नारा है-कोदा झिंगोरा उगाएंगे, उत्तराखंड को आगे बढ़ाएंगे। कृषि क्षेत्र में नई तकनीक के प्रयोग को सरकार बढ़ावा दे रही है। साल-2027 तक हम अपना उत्पादन दुगना करने के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। सचिव दीपेद्र कुमार चौधरी ने कहा कि राज्य में छह एरोमा वैली प्लांट डेवलप किए जा रहे हैं। एरोमा पार्क काशीपुर में 40 एकड़ भूमि पर इत्र से संबंधित प्रोसेस यूनिट को एक जगह पर लाने का निर्णय महत्वपूर्ण है। अरोमा वैली पालिसी प्रारूप तैयार है। 2-3 महीने में अनुमोदन प्राप्त हो सकता है। काश्तकार बलबीर सिंह कांबोज-उगांडा में कंपनी चला रहे चंद्रमणि कुमार-व्यवसायी अतर सिंह-पंकज तिवारी ने भी विचार प्रकट किए।