CS राधा का DMs को अल्टिमेटम,`नियमित NCORD Meeting करें या फिर Adverse Entry झेलें’:Medical Stores को CCTV लगाने-Record का Digitisation करने का फरमान
नशे के तौर पर दवाइयों के दुरूपयोग पर दिखाई सख्ती:Drugs Free Campus के लिए NGOs-निजी क्षेत्र-सामाजिक संस्थाओं संग MoU की योजना

Chetan Gurung
आम तौर पर Cool दिखने वाली और नौकरशाहों की BOSS मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने आज सभी जिलों से (Narco Co-Ordination Center-NCORD) की बैठकों की रिपोर्ट तलब करते हुए चेताया कि Regular बैठक न करने वाले DMs को Adverse Entry के लिए तैयार रहना होगा।
CS ने देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर, चमोली- चम्पावत में इस वर्ष एक भी जिला स्तरीय NCORD बैठक आयोजित ना होने पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए सम्बन्धित जिलाधिकारियों को कड़ी फटकार भी लगाई। सचिव (गृह) शैलेश बगौली को इस सम्बन्ध में तत्काल पत्र प्रेषित करने के निर्देश दिए। भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही न करने के लिए संबन्धित अधिकारियों को कर्तव्यों के प्रति सतर्क रहने के लिए चेताया।
मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों को NCORD की जिला स्तरीय बैठक माह में एक बार अनिवार्य रूप से आयोजित करने की कड़ी हिदायत दी। उन्होंने Medical Stores पर दवाइयों का दुरुपयोग नशे के तौर पर करने की शिकायत को ले के सख्ती दिखाते हुए कहा कि इस बाबत बारीकी से निगरानी Stores की की जाए। महानिदेशक (स्वास्थ्य) को कड़क हिदायत हाथों-हाथ दी कि सभी मेडिकल स्टोर पर CCTV लगाने को Mandatory किया जाए। Record के डिजिटाइजेश भी किए जाएँ।
उन्होंने DMs को नशा मुक्ति केन्द्रों के लिए अलग से बजट मद सृजित करने और हर जिले में एक-एक नशा मुक्ति केन्द्र अवश्य स्थापित करने के निर्देश दिए। निजी स्कूलों, कॉलेज एवं विश्वविद्यालयों में एंटी ड्रग्स कमेटी गठित करने,एण्टी ड्रग्स ई प्लज ( Anti Drug E pledge ) को भी जन अभियान के रूप में चलाने के निर्देश दिए।
बैठक में जानकारी दी गई कि इस वर्ष अभी तक राज्य में NDPS एक्ट के तहत 1020 केस रजिस्टर्ड हुए हैं। 1298 दोषियों को सजा हुई है। PIT-NDPS एक्ट-1988 के तहत राज्य में 5 केस ही दर्ज किए गए हैं। देहरादून में 3, हरिद्वार में 1 तथा एएनटीएफ/एसटीएफ में 1 केस था।