
Chetan Gurung
CM Council की बैठक से फारिग होते ही दिल्ली से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को टिहरी के आपदा पीड़ितों से मिलने जा पहुंचे.GIC (विनकखाल) में उन्होंने शिविर में रह रहे लोगों से मिल के उनकी तकलीफों को सुना.हाथों हाथ मौजूद अफसरों को फरमान सुनाते रहे कि पीड़ितों को फ़ौरन राहत पहुंचाए.उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लेने के साथ ही शिविर में रह रहे बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों, विकलांगों के लिए उचित बंदोबस्त करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने बूढ़ाकेदार के तिनगढ़ और तोली गाँव के भारी बारिश के चलते अस्थाई राहत शिविर में रहने के लिए मजबूर लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि उनकी समस्याओं के बारे में वह पहले दिन से ही लगातार जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने आपदा में हुई जनहानि पर गहरा शोक संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति तथा पीड़ित परिवार को इस दुख की घड़ी को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की।
पुष्कर ने कहा कि उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियों के कारण प्राकृतिक आपदाएं हमेशा चुनौतियां बनकर आती हैं। पीड़ितों को फ़ौरन राहत पहुँचाने पर जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना के साथ कहा कि केंद्र-राज्य सरकार प्रभावितों की पूरी मदद के लिए तैयार खड़ी है। तिनगढ़ गांव के विस्थापन की कार्रवाई शुरू हो गई है। अन्य गांव भी सर्वे के बाद योजनाबद्ध तरीके से खाली किए जाएंगे. आपदा से क्षतिग्रस्त हुए सुरक्षा दीवार, स्कूल, पुल, तटबंध आदि कार्यों को शीघ्र अंजाम दिया जाएगा. संकट की इस घड़ी में जनप्रतिनिधियों को भी हर संभव मदद करने के लिए तैयार रहने को कहा।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि तिनगढ़ गांव के पुनर्वास/विस्थापन के लिए भूगर्भीय सर्वे कर लिया गया है. सैद्धान्तिक स्वीकृति मिल चुकी है। भूमि चिन्हीकरण किया जा रहा है। जमीन उपलब्धता के आधार पर धीरे-धीरे लोगों का पुनर्वास किया जाएगा। ग्राम कोट के 28 परिवारों के विस्थापन की कार्यवाही चल रही है। लगभग 100 पशुओं के लिए एक अस्थाई गौशाला का तैयार की जा रही है.
उपाध्यक्ष (उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन) विनय रोहेला, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण, विधायक घनसाली शक्ति लाल शाह, SSP नवनीत सिंह भुल्लर, CDO डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, ADM KK मिश्रा भी CM के दौरे के दौरान साथ रहे।