CM पुष्कर एक-रंग अनेक!!मोदी-मेराडोना-मेजर ध्यानचंद-मैजिक जॉनसन-मेंटोर की भूमिका में एक साथ दिखे:फुटबाल-हॉकी-बास्केटबाल में आजमाए हाथ:नैनीताल में Morning Walk के दौरान सरकार के मुखिया ने फिर दिखाया आम शख्स का अंदाज ठेली पर पहुँच अपने हाथों बनाई अदरक कूट के चाय:लोगों से सुशासन-पारदर्शी प्रशासन के लिए मांगे सुझाव
BD पांडे अस्पताल का दौरा किया:मरीजों को दिलासा दिया:तकलीफ पूछी

Chetan Gurung
CM पुष्कर सिंह धामी की आदत में शुमार है कि वह जब भी पल भर की फुरसत मिलती है तो आम लोगों से सैर पर आम शख्स के अंदाज में मिलना पसंद करते हैं.उनसे सरकार के बाबत Feedback लेने से नहीं चूकते हैं.आज वह नैनीताल में एक बार फिर लोगों और मैदान पर अभ्यास कर रहे खिलाड़ियों से जा के मिले.उनकी दिक्कतों को जानने की कोशिश की.खिलाड़ियों के साथ वह कभी हॉकी स्टिक के साथ मेजर ध्यानचंद,कभी बास्केटबाल में मैजिक जॉनसन-कभी मेराडोना वाले अंदाज में घुले-मिले और खुद भी Game में हाथ आजमा के सभी को हैरान किया.उन्होंने फ़्लैट के करीब लगी ठेली पर खुद अदरक को कूट के चाय बना सभी को हैरान कर डाला.
सुबह की सैर के दौरान वह चाय की दुकान पर रुक गए और खुद चाय बनाने की पेशकश ठेली के मालिक से की.उन्होंने इजाजत मिलने पर खुद ही अदरक को कूटा और चाय उबाल के कप में डाली.लोग मुख्यमंत्री को PM नरेन्द्र मोदी के बचपन वाली भूमिका और इस अंदाज में देख के हैरानी में थे.मैदान पर अभ्यास में जुटे खिलाड़ियों के पास जाकर उन्होंने उनकी समस्याएं पूछीं.उनको तत्काल दूर करने के निर्देश अफसरों को दिए.
CM ने हॉकी स्टिक संभाली और कुछ देर ड्रिब्लिंग का प्रदर्शन कर खिलाड़ियों में वैसा ही जोश पैदा करने की कोशिश की जैसा इस खेल के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद ने अपने कौशल और रिकॉर्ड से किया.वह बास्केटबाल के महानतम खिलाडी मैजिक जॉनसन की भूमिका में भी दिखे.उन्होंने बास्केट करने के लिए खड़े-खड़े गेंद उछाल के खिलाड़ियों को ताली बजाने के लिए मजबूर किया.
मुख्यमंत्री ने दुनिया के महान फुटबालरों में शुमार डियागो मेराडोना वाला रूप भी दिखाते हुए फुटबाल में भी अपने कौशल का प्रदर्शन कर ट्रेनी फुटबालरों में जज्बा जगाने की कोशिश की.वह हर खेल के खिलाड़ियों के साथ मुख्यमंत्री के बजाए मेंटोर की तरह नजर आ रहे थे.उन्होंने इसके बाद BD पाण्डेय अस्पताल का रुख कर उसका निरीक्षण किया. मरीजों से कुशलक्षेम पूछी.अस्पताल प्रबन्धन को सख्त ताकीद की कि ईलाज कराने आए लोगों को किसी किस्म की दिक्कत न होने दी जाए.
राह चलते लोगों से उन्होंने बातचीत कर ये जानने से गुरेज नहीं किया कि उत्तराखण्ड में सुशासन और पारदर्शी प्रशासन की दिशा में और क्या कदम उठाए जा सकते हैं। लोगों ने जो भी राय और सलाह दी उसको मुख्यमंत्री ने गंभीरता से सुना और उस पर अमल करने का यकीन दिलाया.