
Chetan Gurung
दुनिया और देश की सबसे अहम समस्याओं में तब्दील हो रहे जल संकट के मद्देनजर आज CM पुष्कर सिंह धामी ने जल संवर्द्धन योजना का कालूवाला (डोईवाला) में लोकार्पण करने के साथ ही नदी-नाले-धारे-जल के महत्त्व को समझाने और समझने पर बल दिया.कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार को सौंग नदी के बाएँ तट पर स्थित जौली नहर के हेड पर किया गया.
स्प्रिंग एंड रिवर रिजुविनेशन प्राधिकरण (सारा) ने नाबार्ड मद के अन्तर्गत लगभग 3 करोड़ 80 लाख की लागत से जल संरक्षण और संर्वद्धन की यह योजना तैयार की है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जल संरक्षण अभियान-2024 की मार्गदर्शिका का विमोचन भी और पौधा रोपा.उन्होंने कहा कि जल के संरक्षण और संवर्द्धन के लिए सरकार के प्रयासों के साथ ही जनसहभागिता की भी आवश्यकता है।
CM ने पहाड़ का पानी और जवानी राज्य के ही काम आने देने के लिए संकल्प लेने पर बल देते हुए कहा कि जल संकट पूरे विश्व के लिए चुनौती बना हुआ है। अनियंत्रित प्रयोग से जल के स्रोत तेजी से समाप्त हो रहे हैं। जल संरक्षण सप्ताह का उद्देश्य प्रत्येक व्यक्ति को जल प्रबंधन के प्रति जागरूक करना है। जल संरक्षण के प्रयासों को अधिक बल देने के उद्देश्य से ’सारा’ का गठन किया गया है।
सारा ने लगभग 500 पेयजल योजनाएं और 200 जलधाराएं चिह्नित की है.मुख्यमंत्री ने कहा कि जल का संचय करने वाले बांज के वृक्ष समाप्त हो रहे हैं. आगजनी की घटनाएं बढ़ रही हैं। भावी पीढ़ी को सुरक्षित रखने के लिए हमें जल और वनों का संरक्षण के लिए व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जौलीग्रांट से कालूवाला को जोड़ने वाले मार्ग का निर्माण लोक निर्माण विभाग करेगा. बाबा कालूसिद्ध मंदिर के पीछे सौंग नदी के बाएँ तट को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर ने कालू सिद्ध मंदिर में पूजा-अर्चना कर कालू सिद्ध बाबा से प्रदेश और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना भी की। मंत्री सतपाल महाराज,सुबोध उनियाल,विधायक बृज भूषण गैरोला, अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, सचिव शैलेश बगोली, डॉ.R राजेश कुमार, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सारा) नीना ग्रेवाल एवं वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी भी इस मौके पर उपस्थित थे।