बड़ा कदम!यमुनोत्री धाम में बढ़ेंगी बुनियादी सुविधाएं-धारण क्षमता भी:श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती तादाद के मद्देनजर CM पुष्कर की हिदायत,`तैयार करें कार्य योजना’:4 धाम यात्रा प्रबंधन प्राधिकरण के गठन की कार्यवाही में भी तेजी लाने के निर्देश
प्राधिकरण को दी जाएगी प्रदेश की समस्त यात्राओं के संचालन की जिम्मेदारी:टिहरी झील व आसपास 1200 करोड़ के पर्यटन प्रोत्साहन प्रोजेक्ट के टेंडर कार्य में भी गति लाने के फरमान:केदारनाथ धाम, यमुनोत्री-हेमकुंड साहिब में रोप-वे की निविदा प्रक्रिया भी जल्द होगी पूरी

Chetan Gurung
CM पुष्कर सिंह धामी लोकसभा चुनाव के बाद मोदी सरकार के फिर से अस्तित्व में आने के बाद से पूरी रफ़्तार से मशीनरी को कसने में जुट गए हैं.आज भी उन्होंने आला अफसरों को खूब कसते हुए तमाम हिदायतें विकास कार्यों और पर्यटन प्रोत्साहन को बढ़ावा देने के लिए दिए.उन्होंने यमनोत्री धाम में बुनियादी सुविधाएँ तेजी से बढ़ाने और धारण क्षमता में इजाफा करने के लिए कार्ययोजना तैयार कर उस पर अमल करने और टिहरी बाँध-आसपास के इलाकों में ADB के 1200 करोड़ रूपये के प्रोजेक्ट पर जल्द टेंडर प्रक्रिया पूरी कर उसको अन्जाम देने की हिदायत भी दी.
मुख्यमंत्री ने चार धाम प्रबंधन यात्रा प्राधिकरण के गठन के लिए कार्यवाही तेजी से पूरी करने और राज्य के सभी यात्रा सञ्चालन कार्य उसी को सौंपने के निर्देश बैठक में दिए.मुख्यमंत्री आवास में आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि प्राधिकरण गठन के पीछे मुख्य उद्देश्य प्रदेश में बढ़ते धार्मिक व सामान्य पर्यटन के मद्देनजर ऐसी संस्था का गठन करना है,जो सभी यात्रा जिम्मेदारियों व तैयारियों का भलीभांति निर्वहन कर सके।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरगामी विजन के चलते आज प्रदेश में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुँच रहे हैं। गंगोत्री व यमुनोत्री धामों में तीर्थयात्रियों की संख्या में दोगुना तक वृद्धि हुई है। ऐसे में यमुनोत्री धाम में तीर्थयात्रियों के ठहरने की सुविधाएं होटल, गेस्ट हाउस को बढ़ाया जाना चाहिए.चार धाम यात्रा को कोटद्वार से संचालित करने की संभावना तलाशें. चार धाम यात्रा अभी मुख्य रूप से ऋषिकेश से संचालित होती है.इससे वहां जाम की समस्या भी बढ़ी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केदारनाथ धाम, हेमकुंड साहिब व यमुनोत्री धाम के लिए रोपवे निर्माण के लिए निविदा प्रक्रिया को शीघ्र पूरा किया जाए.टिहरी झील के आसपास ADB प्रोजेक्ट के आने से क्षेत्र में पर्यटन तेजी से बढ़ेगा। झील और भी अधिक आकर्षण का केंद्र बनेगी। पौड़ी जिला मुख्यालय तक पर्यटन को बढ़ावा देने पर भी कार्य किए जाएं.