
Chetan Gurung
CM पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को खटीमा के TDC मैदान पर कुमाऊँ सांस्कृतिक उत्थान मंच के उत्तरायणी कौतिक मेले में वादा किया कि सरकार देवभूमि की सांस्कृतिक विरासत और Demography का संरक्षण करेगी। मुख्यमंत्री ने आज कहीं ठेली पर पानी पूरी का स्वाद लिया तो कहीं खड़े-खड़े ठेली पर बिक रही मूँगफली भी आम लोगों के अंदाज में खाई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मेले से उनका भावनात्मक जुड़ाव भी है। यहां आकर लगता है जैसे वे अपने परिवार के बीच आए हैं। PM नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन एवं सहयोग से राज्य सरकार भी उत्तराखंड के विकास के साथ-साथ सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के लिए भी निरंतर प्रयासरत है। केदारनाथ धाम एवं बद्रीनाथ धाम में पुनर्निर्माण हो रहा। कुमाऊँ के पौराणिक मंदिरों के पुनरुत्थान एवं सौंदर्गीकरण पर करोड़ों रूपये की लागत से कार्य हो रहे।
CM ने अख कि सरकार हरिद्वार-ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर और शारदा कॉरिडोर के निर्माण पर भी तेजी से कार्य कर रही है। पलायन की बड़ी समस्या के समाधान के लिए विशेष औद्योगिक नीतियाँ बना कर उत्तराखंड में निवेश बढ़ाने एवं रोजगार के अवसर सृजित करने पर कार्य हो रहे हैं। पिछले 3 वर्ष में 19 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान की गई है। Land Act लागू कर बाहरी लोगों और Land Mafia को काबू किया जा रहा है
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—टनकपुर में बनेगी Triple Engine सरकार—
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मुख्यमंत्री ने टनकपुर में कहा कि यहाँ के लोग Local Bodies Elections में BJP को विजयी बना के Triple Engine सरकार का गठन करेगी। उन्होंने खटीमा मुख्य बाजार का भ्रमण कर लोगों से सरकार के कार्यों पर feedback लिया और ठेली से मूँगफली खाते हुए उसके स्वामी से खड़े-खड़े बातचीत की।
प्रबुद्धजन सम्मेलन में उन्होंने नगरपालिका टनकपुर से चेयरमैन पद के भाजपा प्रत्याशी विपिन कुमार के लिए वोट मांगे। उन्होंने ये भी कहा कि मां पूर्णागिरि और मां शारदा से मेरा बचपन का नाता रहा है। बचपन से ही हम शारदा के तट पर रहे हैं। यहीं अपना बचपन गुजारा। दोनों के आशीर्वाद से मुझे मुख्य सेवक की भूमिका मिली। निकाय चुनाव के प्रचार की शुरुआत भी यहीं से हो रही है।
उन्होंने कहा, `पहले नकल माफियाओं के कारण परिश्रम करने वाले युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता नहीं मिल पाती थी। हमारी सरकार ने नकल माफियाओं को जड़ से समाप्त करने का कार्य किया है। प्रदेश में सख्त नकल विरोधी कानून भी लागू किया गया है। पारदर्शिता के साथ प्रतियोगी परीक्षाएं संपन्न हो रही हैं’। प्रधानमंत्री मोदी ने इस सख्त कानून की सराहना की है।