ईंधन के लिए अमोनिया बेहतरीन विकल्प:Graphic Era में International Seminar में सुझाए Experts ने समाधान

देश-दुनिया के प्रमुख वैज्ञानिक और Experts ने Graphic Era deemed विवि में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान ईंधन के तौर पर अमोनिया को बेहतरीन विकल्प करार देते हुए उसको अपनाने पर बल दिया.नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन (यानि प्रदूषण रोकने की नई तकनीक) पर मंथन किया गया। सम्मेलन के आखिरी दिन आज केन्द्र सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के वैज्ञानिक डा. किरण कुमार चल्ला ने कहा कि IC इंजन की कम्बश्चन प्रक्रिया में अमोनिया को ईंधन के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। यह बेहतरीन विकल्प है.वातावरण में प्रदूषण कम करता है। परिवहन में मिथेनाल मिटिगेशन व हाइड्रोजन पर आधारित ईंधन वैकल्पिक इंधन के रूप में उपयोगी साबित होंगे। नेट जीरो हासिल करने के लिए शिक्षा, उद्योग, नीति निर्माण से जुड़े लोगों का मिलकर कार्य करना आवश्यक है।
तकनीकी सत्र में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के अनुसंधान एवं नवाचार केन्द्र के पूर्व निदेशक डा. वी. रामानुजाचारी ने कहा कि रोटेटिंग डिटोनेशन वेव इंजन (RDE) रूक-रूक कर होने वाली कम्बश्चन प्रक्रिया के अन्दर आता है। इसकी फ्रिक्वेंसी 5 से 10 किलो हर्ट्ज होती है। आरडीई की थर्माडायनमिक क्षमता ब्रेटन साइकिल से तकरीबन 20 प्रतिशत तक अधिक होती है।
इसकी यह खासियत प्रोपल्शन सिस्टम में इसको और भी ज्यादा उपयोगी बनाती है। उन्होंने कहा कि देश में ही विकसित H-2-एयर सिस्टम 5 हजार न्यूटन का थ्रस्ट पैदा करके 5 किलोग्राम पर सेकेण्ड का फ्लो रेट देता है। हथियारों में इसके उपयोग पर प्रयोग किए जा रहे हैं। साउथ ईस्ट टेक्नोलाजिकल यूनिवर्सिटी आयरलैण्ड के डा. आशीष वशिष्ठ ने कहा कि दो तरह के इंधन से मिलकर तैयार किए गए इंधन ऊर्जा उत्पादन में सुधार लाने में मददगार साबित होंगे। यह इंधन पर्यावरण में प्रदूषण की समस्या से निपटने के साथ ही आर्थिक तौर पर भी लाभदायक हैं।
आज 50 शोधपत्र पढ़े गए. चार तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया। इन सत्रों की अध्यक्षता इण्डियन इंस्टीट्यूट आफ पेट्रोलियम (देहरादून) के प्रमुख वैज्ञानिक डा. राज कुमार सिंह, आप्टो इलेक्ट्रानिक्स (देहरादून) के महाप्रबन्धक नितिश गोयल, KR मंगलम यूनिवर्सिटी हरियाणा के डा. प्रभाकर भण्डारी, श्री देव सुमन यूनिवर्सिटी की डा. प्रियंका त्यागी और स्टाक बाक्स टेक्नोलाजीस के CEO डा. सुशान्त सिंह ने की।
अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी ने द कम्बश्चन इंस्टीट्यूट-इण्डियन सेक्शन के सहयोग से किया। डा. सुधीर जोशी ने आभार व्यक्त किया। सम्मेलन में ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. नरपिन्दर सिंह, ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. संजय जसोला भी मौजूद रहे। संचालन डा. पुनीत गुप्ता ने किया।