
Chetan Gurung
महज 48 घंटों के भीतर पौड़ी-चमोली से 2 सरकारी अफसर-कर्मचारियों की Vigilance के हाथों गिरफ़्तारी और CM पुष्कर सिंह धामी के “भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड” के संकल्प-Action ने सरकारी System में जबरदस्त खलबली पैदा कर दी है.मुख्यमंत्री ने साफ़ लफ्जों में चेतावनी दी कि भ्रष्टाचार में जो भी शामिल पाया जाएगा,उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी’.शराब कारोबारियों के काले कारनामों और दारू की बोतल पर Print Rate से अधिक वसूली के खिलाफ DMs को भी छापे मारने की सख्त हिदायत दी है.देहरादून के कलेक्टर सविन बंसल खुद लगातार छापे मार के शराब माफिया के खून सुखा रहे हैं.
देहरादून के DM सविन बंसल:: भ्रष्टाचार-शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई की CM पुष्कर सिंह धामी की हिदायतों पर बहुत कठोरता के साथ Action
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मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) के अफसरों के मुताबिक CM भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त मुहिम छेड़ने के हक़ में हैं.लोगों को राहत देने और सरकार की छवि-प्रतिष्ठा को बेहतर करने के लिए उन्होंने Vigilance महकमे को साफ हिदायत दी है कि हर भ्रष्टाचारी को जेल के सींखचों के पीछे भेजने में कतई न हिचके.प्रदेश में भ्रष्टाचारियों को जेल भेजने की मुहिम उनके निर्देश के बाद और परवान चढ़ने लगी है।
शनिवार को विजिलेंस टीम ने पौड़ी के अगरोड़ा क्षेत्र में राजस्व निरीक्षक (कानूनगो) कैलाश रवि को 15 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। इसके तुरंत बाद रविवार को चमोली के कर्णप्रयाग क्षेत्र के आबकारी निरीक्षक जयबीर सिंह को 30 हजार रूपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोच लिया गया.वह सतर्कता महकमे के Dehradun Sector के हत्थे चढ़ा.
मुख्यमंत्री का रुख भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू से ही कड़क रहा है.भ्रष्टाचार की शिकायतों को सुनने के लिए उनके निर्देश पर राज्य में “भ्रष्टाचार मुक्त एप 1064” को भी लॉन्च किया है। हर छोटे-बड़े सरकारी दफ्तरों में “भ्रष्टाचार मुक्त एप 1064” के पोस्टर लगाए गए हैं. इस एप में अब तक 980 से ज्यादा विजिलेंस और नॉन विजिलेंस की शिकायतें दर्ज हुई हैं।
इन शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए विजिलेंस महकमे ने 9 महीने में करीब 30 रिश्वतखोरों को जेल भेजा है। ताजा-ताजा दो और गिरफ्तारियों से यह आंकड़ा 32 पहुंच गया है। 23 साल के उत्तराखंड में भ्रष्टाचार से जुड़े 281 ट्रैप में कुल 303 गिरफ्तार हुए हैं। पुष्कर राज में 3 सालों के भीतर विजिलेंस ने करीब 70 भ्रष्टाचारियों को जेल भेज दिया है।
उत्तराखंड राज्य के गठन से ही शराब माफिया सरकार पर जबरदस्त दखल रखते रहे हैं.हर सरकार में उनके लोग किसी न किसी शक्ल में CMO-सरकार में मजबूत दखल रखते रहे हैं.अवैध शराब की तस्करी और छपी कीमत से अधिक वसूली दारू की बोतल से कर के माफिया खूब माल बनाते रहे हैं.ऐसा पुष्कर के दौर में हो रहा है कि शराब कारोबारियों की नाक में सीधे छापों पर DM को भेज के दम किया जा रहा है.
ये छिपा हुआ सत्य नहीं है कि जिन दुकानों पर DM सविन बंसल ने छापे मार-मार के माफिया-कारोबारियों के पसीने छुड़वा दिया है, वे सब पूर्व में CMO के भीतर तक दखल रखते रहे हैं.साफ़ है कि PSD भ्रष्टाचारियों और अवैध धंधों के खिलाफ कमर कस चुके हैं.कानून के सख्ती से पालन और कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ मौजूदा मुख्यमंत्री अपने तेवर लगातार शुरू से दिखाते रहे हैं.
नौकरियों वाले इम्तिहानों में माफिया राज को उन्होंने UKSSSC और UKPSC में दखल रखने वालों और उनके अफसरों को जेल भेज के सरकारी नौकरियों में नियुक्तियों में पारदर्शिता-सफाई ले आए हैं.बिल्डर बाबा साहनी की आत्महत्या मामले में दक्षिण अफ्रीका से सुर्ख़ियों में आए गुप्ता बंधुओं में सबसे बड़े भाई को जेल भेजने में बिल्कुल भी हिचक नहीं दिखाई.युवाओं में सरकारी नौकरियों में नियुक्ति और आयोगों को ले के विश्वास का माहौल कायम करने में सफल हो चुके हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आम लोगों को परेशान करने वालों-भ्रष्टाचारियों पर कठोर कार्रवाई की मुहिम जारी रहेगी। विजिलेंस को और अधिक सशक्त बनाया गया है।भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई `भ्रष्टाचारमुक्त एप 1064’ की लांचिंग के बाद तेज हुई है। इस एप में शिकायत करने वाले लोगों की पहचान गुप्त रखी जाती है। इससे लोगों में भ्रष्टाचार और खुद के साथ हो रहे ना-इंसाफी की शिकायत खुल के कर रहे हैं.CM पुष्कर ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की मुहिम और तेज की जाएगी.