देवभूमि में `पुष्कर’ का करिश्माई प्रदर्शन!मोदी के साए में निकाला 100 फ़ीसदी Strike Rate:पांचों लोकसभा सीटें BJP की झोली में डालने का दिखाया जलवा
आंधी-तूफ़ान में भी निकाल दिखाई नौका:BJP में बढ़ाई हैसियत:झूलती हुई सीटों को भी कर दिखाया फतह:त्रिवेंद्र-भट्ट-बलूनी-टम्टा-महारानी को दी बधाई

ChetanGurung
देश भर में BJP तमाम राज्यों में विपक्ष के हमलों को झेल नहीं पाई लेकिन उत्तराखंड में CM पुष्कर सिंह धामी ने PM नरेन्द्र मोदी के साए में ही पाँचों लोकसभा सीटें जीत के 100 फ़ीसदी Strike Rate निकालने का करिश्मा कर दिखाया.उन्होंने कुछ झूलती हुई दिख रही सीटों को भी थाम के अपनी पार्टी की झोली में डाल दिखाया.
उत्तराखंड में पाँचों सीटें जीतने और देश में NDA गठबंधन की विजय के बाद BJP प्रदेश मुख्यालय पर CM पुष्कर सिंह धामी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट,मंत्री गणेश जोशी-महामंत्री अजय और सिद्धार्थ अग्रवाल के साथ ख़ुशी से हाथ उठाए हुए
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ऐसा समझा जा रहा था कि कम से कम एक सीट मुश्किल में है. दो सीटें भी कम फंसी हुई नहीं है.आज नतीजे निकले तो हर सीट पर कमल और हर कमल वाले के चेहरे खिल उठे.ये यूं ही मुमकिन नहीं हुआ.पुष्कर ने हर सीट को निकालने के लिए जान लगा दी थी.वह रात-दिन हर मोर्चे पर डटे रहे.ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँच के मोदी और अपनी सरकार की उपलब्धियों के सहारे उनका दिल जीतने में कामयाबी पाई.उनकी लोकप्रियता और काबिलियत का डंका देश भर में भी बजा तो इसलिए कि आला कमान को उन पर पूरा यकीन था.उनको देश के तमाम राज्यों में BJP प्रत्याशियों को जिताने की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई थी.उन्होंने एक दिन में 8 कार्यक्रम तक अलग-अलग राज्यों में इस भीषण लू-गर्मी के बावजूद किए.
पुष्कर की बातों और वादों पर अवाम ने खूब यकीन किया.उनकी सरकार के नक़ल विरोधी-समान नागरिक संहिता (UCC)-धर्मांतरण विरोधी सहित तमाम कानूनों को देश भर में पहचान मिली.केंद्र सरकार ने भी उनको आत्मसात कर उनके फैसले लेने की काबिलियत पर मुहर लगाईं.इससे लोगों के बीच उनकी TRP खूब बढ़ी.इसका फायदा BJP ने लोकसभा चुनाव में उठाया.उत्तराखंड में सभी 5 सीटें उसने जीत दिखाई.इस प्रदर्शन और उपलब्धि को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है.UP में राम मंदिर निर्माण और योगी आदित्यनाथ सरीखे CM के बावजूद BJP ने बहुत बड़ा झटका और सदमा सहा.
योगी की सफलता का Strike Rate हैरत अंगेज ढंग से 50 फ़ीसदी भी नहीं रहा.पुष्कर ने शत-प्रतिशत कामयाबी अर्जित की.साल-2019 में भी BJP ने पाँचों सीटें जीती थीं.तब त्रिवेंद्र सिंह रावत CM थे.पुष्कर की कामयाबी को उससे इतर देखना होगा.उस वक्त BJP और मोदी का जलवा-लोकप्रियता आसमान छू रही थी.पुलवामा-बालाकोट हुआ था.उस दौर में आलम ये था कि मूर्ति को भी कमल के फूल पर बिठा देते तो उसको भी जीत मिल जाती.इस बार तस्वीर बेहद जुदा थी.UP-पश्चिम बंगाल-महाराष्ट्र-हरियाणा-कर्नाटक-राजस्थान के नतीजों ने साबित कर दिखाया कि एक-एक सीट भी जीतना कितना मुश्किल था.
योगी और मंदिर के बावजूद UP में BJP एक किस्म से ध्वस्त हो गई.पुष्कर ने ऐसे माहौल में उत्तराखंड में एक भी सीट छिटकने न देने का कमाल कर दिखाया.PSD को विपरीत और कठिन हालात में मृतप्रायः जिस्म में भी प्राण फूंकने वाले वैद्य के तौर पर जाना जाता है.पुष्कर को 3 साल पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत-तीरथ सिंह रावत को हटा के सभी को चौंकाते हुए CM बनाया गया था.तब विधानसभा के आम चुनाव को 8 महीने रह गए थे.
खास पहलू ये था कि वह पहले कभी भी मंत्रिमंडल या मंत्रिपरिषद का हिस्सा नहीं रहे थे.मोदी-शाह को लगा कि TSR-1-2 के चलते फिर से सरकार नहीं बन पाएगी.उन्होंने आनन-फानन अप्रत्याशित ढंग से PSD को मुख्यमंत्री बना के चुनाव जितवाने का जिम्मा सौंप दिया था.पुष्कर ने ये कर दिखाया. उत्तराखंड राजनीति के इतिहास में पहली बार कोई दल सत्ता में रहते हुए विधानसभा चुनाव जीतने सफल रहा.PSD ने आज बड़े मौके और प्लेटफार्म पर जबरदस्त प्रदर्शन-करामात फिर कर दिखाया.इसमें दो राय नहीं कि इस प्रदर्शन के बाद BJP के भीतर उनका कद गजब ढंग से बढ़ेगा.
मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड में BJP को सौ फ़ीसदी कामयाबी का सेहरा खुद बाँधने के बजाए PM मोदी के सिर्फ बांधा.उन्होंने कहा,`मोदी सरकार की जनकल्याणकारी-विकास योजनाओं तथा उत्तराखंड के लोगों के उनमें विश्वास का नतीजा है कि BJP पाँचों सीटें जीतने में सफल रही.उन्होंने देहरादून-दिल्ली एलिवेटेड रोड और ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल मार्ग के साथ ही दो लाख करोड़ रूपये की योजनाओं का तोहफा उत्तराखंड को दे के राज्य को विकास के रफ़्तार पथ पर दौड़ाया’.उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी त्रिवेन्द्र सिंह रावत-अजय भट्ट-अनिल बलूनी-मालाराज्यलक्ष्मी-अजय टम्टा को बधाई दी कि वे मोदी सरकार-3.O में फिर अपने शानदार कार्यों को अंजाम दे के लोगों की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे.