उत्तराखंडराजनीति

Big Story::Brand `पुष्कर’ को BJP ने देश भर में प्रचार युद्ध में झोंका:मोदी-शाह की व्यस्तता ने बढ़ाई Demand:चारों दिशाओं में इंच-इंच धरती पर हो रहे इस्तेमाल:UP-बंगाल-झारखण्ड-तेलंगाना-छत्तीसगढ़-दिल्ली में भी प्रत्याशियों के लिए बना रहे माहौल

PSD बोले,`पार्टी-देश के लिए एक ईशारे पर अपने लहू का एक-एक कतरा बहा दूंगा’

ChetanGurung

उत्तराखंड के करिश्माई CM पुष्कर सिंह धामी का बतौर ख़ास Brand अब उन राज्यों में भी BJP आला कमान इस्तेमाल कर रहां है जहाँ तीसरे-चौथे चरण के मतदान होने हैं.PM नरेंद्र मोदी और HM अमित शाह की बेहद व्यस्तता और हर जगह उनकी उपलब्धता नामुमकिन होने से PSD की Demand लगातार बढ़ी है.मुमकिन है कि बचे हुए चरणों में भी उनको देश भर में पार्टी प्रत्याशियों के लिए माहौल बनाते हुए घूमना होगा.पश्चिम बंगाल के बाद झारखण्ड-UP-तेलंगाना-छत्तीसगढ़-दिल्ली में भी वह बिना साँस लिए प्रचार के मोर्चे पर खुद को रात-दिन झोंके हुए हैं.पार्टी आला कमान अपने इस युवा Brand पर किस कदर यकीन कर रही है, इसको जानने के लिए इतना काफी है कि अगले 4 दिनों तक भी उनका उत्तराखंड और देहरादून आना तय नहीं है.व्यस्तताओं के दौरान उन्होंने www.chetangurungg.in से फोन पर झारखण्ड के रांची शहर से कहा, `व्यस्तता उनके लिए मायने नहीं रखती है.देश और BJP के लिए वह मोदी-शाह के एक ईशारे पर अपने जिस्म से लहू का एक-एक कतरा ख़ुशी-ख़ुशी बहा देंगे’.

पुष्कर ने 2 साल पहले खुद की काबिलियत को बतौर नायक पहली बार विधानसभा के आम चुनाव में साबित कर दिखाया था. तकरीबन हाथ से निकल चुकी बाजी को करिश्माई अंदाज में BJP के खाते में अप्रत्याशित ढंग से डाल के इतिहास रच दिया था.फिर हर किस्म के हर चुनाव उनकी कमान में लड़े गए और हर मोरचा उन्होंने मारने में कामयाबी पाई.प्रशासनिक कुशलता के मामले में उन्होंने एक से एक बड़े फैसले ले के उनको अंजाम दे के डंका बजाया.

चुनावों की व्यस्तता के दौरान भी अयोध्या में भगवान् राम के दर्शन करने से नहीं चूके CM पुष्कर सिंह धामी

बड़ी और अहम पहलू ये है कि उत्तराखंड में लोकसभा की पाँचों सीटों पर कमजोर समझे जा रहे चेहरों के लिए भी उन्होंने जान लगा दी.उनको जीत के मुहाने पर ले आए.कम से कम 4 चेहरों को ले के खुद BJP और संघ में ही लोग उत्साहहीन थे.ये छिपा सत्य नहीं है.वे मुतमईन थे कि इनसे बेहतर नाम-चेहरे बतौर प्रत्याशी पार्टी में उपलब्ध थे.इसका नतीजा ये हुआ कि संघ के लोगों में मतदान के दिन वोट डालने जाने या फिर वोटरों को घरों से निकाल के मतदान केन्द्रों तक ले जाने का जोश कमजोर दिखा था.मुख्यमंत्री पुष्कर ने निश्चित ही माहौल को अपने बूते और मोदी-शाह के भरोसे का हवाला देते हुए राज्य में माहौल को फिर भी मजबूत बनाए रखने में कामयाबी पाई.

CM Pushkar Singh Dhami को PM Narendra Modi के बेहद करीबी और विश्वसनीय चेहरों में शुमार किया जाता है

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उत्तराखंड में क्या हुआ और क्या चल रहा,आला कमान-मोदी-शाह से कुछ भी छिपा नहीं है.उत्तराखंड में उनसे कहाँ चूक हुई और किस तरह पुष्कर ने हालात को बिगड़ने देने से बचाया और कैसे सशक्त बनाया, सभी उनके गोपनीय रिकॉर्ड में दर्ज हैं.हकीकत ये है कि BJP ने उत्तराखंड में कुछ ऐसों को भी टिकट दे दिया था, जिनके नाम सुन के BJP के लोग भी एक बार हतप्रभ थे कि ये क्या और कैसे हो गया!अब कैसे चुनाव आराम से जीते जाएंगे! PSD ने मामले को संभाल लिया.इस बार देश में पहले के लोकसभा चुनावों जैसा रुख और रुत नजर नहीं आ रही.BJP-मोदी-शाह की रणनीति को कड़ी टक्कर INDIA से मिल रही है.

आला कमान की दिक्कत ये है कि चुनौती भरे माहौल में BJP को मुकाबले में मजबूती से आगे ले जाने के लिए उसके पास Free हो गए और विश्वसनीय Brand की Image रखने वाले नेताओं-चेहरों की पर्याप्त उपलब्धता नहीं है. UP के CM योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह-परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को छोड़ दिया जाए तो मोदी-शाह के अलावा BJP के पास ठोस और विश्वसनीय Brand Image वाले नाम की घनघोर किल्लत है.इसमें भी राजनाथ खुद के चुनाव में उलझे हुए हैं.

फिर मोदी-शाह को पार्टी के भीतर की सियासत पर भी काबू पाना है.अंदरखाने सिर उठा रहे क्षत्रपों पर भी नजर रखते हुए कदम उठाने हैं.ऐसे में मोदी-शाह के विश्वसनीय हथियार के तौर पर उनको आजमाए और सफल साबित होते रहे पुष्कर ही भाए.आला कमान को यकीन है कि पुष्कर में बिगड़े हुए हालात को सुधारने और नाराज-नाखुश-असहमत रहने वाले या फिर उदासीन मतदाताओं को जगाने-उत्साहित और प्रेरित कर BJP के लिए Extra Votes का बंदोबस्त करने का हुनर है.

पुष्कर की एक ही दिन में 3-4 राज्यों में कूद-फांद-प्रचार में बेहद डूबे रहने की बड़ी और इकलौती वजह और कोई नहीं है.देश भर में किसी भी BJP शासित राज्य के CM को न तो आम लोग चेहरे-नाम से जानते हैं न ही उनके नाम की विश्वसनीयता ही सृजित हो पाई है.उनकी चुनाव में Duty का चार्ट तलाश के देखें.पुष्कर से मीलों पीछे हैं.इसमें को शक नहीं है कि 7वें चरण का चुनाव आते-आते पुष्कर का इंच-इंच चुनावी धरती पर BJP इस्तेमाल कर चुकी होगी.

बेशक,पार्टी को युवा और उर्जावान-विवादों से आम तौर पर दूर CM का फ़ायदा मिल रहा है. PSD को उससे अधिक निजी लाभ मिल रहा.वह तेजी से बड़े Brand के तौर पर स्थापित होते जा रहे हैं.सभी राज्यों में उनकी Demand होना,इसको साबित करता है.

 

 

 

 

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