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श्रद्धालु कृपया ध्यान दें::Important::4 धाम यात्रा पर आएँ-लेकिन अपने सेहत का ख्याल रखें:12 भाषाओं में Advisory जारी:बाहरी राज्यों के Doctors भी सेवा दे सकेंगे:चिकित्सा-स्वास्थ्य सचिव डॉ RRK का सभी राज्यों को खत,`अपने यहाँ स्वास्थ्य जांच-सतर्कता-ईलाज की तैयारियों का प्रचार करें’

Chetan Gurung

सनातन धर्म को मानने वाले दुनिया भर में फैले लोगों को 4 धाम यात्रा के लिए दावत देते हुए उत्तराखंड के चिकित्सा और स्वास्थ्य सचिव डॉ R राजेश कुमार ने साथ ही अपनी सेहत का खास ख्याल रखने की भी नसीहत देते हुए लंबी-चौड़ी Advisory जारी की। सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों को खत भी भेज के कहा कि वे अपने यहाँ यात्रा के दौरान की चिकित्सा तैयारियों का व्यापक प्रचार करें।

Dr R Rajesh Kumar-Secretary (Health-Medical Education)

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राज्य में गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुलेंगे। यात्रा उसी दिन शुरू हो जाएगी, केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई व बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खुलेंगे। इस बार राज्य सरकार ने तीर्थयात्रियों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को पहले से बेहतर बनाने के लिए कई प्रमुख कदम उठाए हैं। स्वास्थ्य सचिव डॉ. राजेश ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के निर्देश के मुताबिक चार धाम यात्रा-2025 को सुरक्षित और स्वास्थ्य-संबंधी दृष्टि से बेहतर बनाने की दिशा में कई बड़े कदम उठाए गए हैं। 12 भाषाओं में स्वास्थ्य परामर्श एवं SoP जारी कर दी है।

सचिव ने बताया कि बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री जैसे ऊँचे-चढ़ते क्षेत्रों में तीर्थयात्रियों को कठोर जलवायु, निम्न ऑक्सीजन स्तर एवं कठिन मार्ग स्थितियों का सामना करना पड़ता है। तीर्थयात्री जरूरी स्वास्थ्य परीक्षण व आवश्यक तैयारियों के साथ आएंगे तो बेहतर रहेगा। स्क्रीनिंग प्वाइंट, आपातकालीन सेवाएं और हेलीपैड पर तीर्थयात्रियों की सहायता सुनिश्चित की जाएगी। डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ, ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाइयों की पूरी व्यवस्था की गई है।

–तीर्थयात्रियों के लिए एडवाइजरी–

1-यात्रा से पूर्व अनिवार्य स्वास्थ्य जांच कराएं।

2-कम से कम दो माह पूर्व पैदल चलने, प्राणायाम एवं हृदय संबंधी व्यायाम अपनाएं।

3-आवश्यक दवाइयों की पर्याप्त मात्रा साथ रखें।

4-स्वास्थ्य एवं पर्यटन पंजीकरण ऐप पर अनिवार्य पंजीकरण करें।

5-पर्याप्त जल, संतुलित आहार एवं हल्के गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें।

6-स्क्रीनिंग केंद्र एवं चिकित्सा राहत पोस्ट का लाभ उठाएं।

7-हल्की परतों वाले कपड़े, गरम वस्त्र, दस्ताने एवं ऊनी सामग्री साथ रखें।

–चिकित्सा विशेषज्ञों की स्वैच्छिक सेवा–

अन्य राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों से कहा गया है कि वे अपने राज्य से चिकित्सा विशेषज्ञों, विशेषकर हृदय रोग, आस्थि रोग, सर्जन चिकित्सकों को स्वैच्छिक रूप से चार धाम यात्रा मार्ग पर स्थित चिकित्सालयों में योगदान देने के लिए प्रेरित करें।

–Health ATM-Tele Medicine की सुविधा–

यात्रियों की स्वास्थ्य जांच को आसान बनाने के लिए यात्रा मार्गों Health ATM लगाए जाएंगे। यहां पर ब्लड प्रेशर, शुगर, ऑक्सीजन लेवल, वजन, लंबाई और शरीर का तापमान मापा जा सकेगा। साथ ही, टेलीमेडिसिन सेवा के तहत 24 घंटे विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श की सुविधा भी दी जाएगी।

–केदारनाथ यात्रा मार्ग पर विशेष ध्यान–

स्वास्थ्य सचिव राजेश ने बताया कि तीर्थयात्रियों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें केदारनाथ यात्रा मार्ग के दौरान आती हैं। इसलिए केदारनाथ यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत किया गया है। यात्रा मार्ग पर 10 मेडिकल रिलीफ पोस्ट और दो PHC Centre स्थापित किए गए हैं। गुप्तकाशी, फाटा, गौरीकुंड और नारायणकोटी में Health ATM लगाए जाएंगे।

 

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