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एक सुर में बोले वक्ता,`1947 का बंटवारा गलत था-अब इसको दोहराना नामुमकिन’:OORJA Foundation के आयोजन में शिक्षाविद-सांसदों-विद्वानों ने की शिरकत

Chetan Gurung

ऊर्जा  फाउंडेशन (OORJA FOUNDATION) के `भारत का विभाजन और उसके प्रभाव’ पर आयोजित संवाद आयोजन में BJP के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा MP महेंद्र भट्ट समेत तमाम वक्ताओं ने कहा कि साल-1947 में बंटवारे की जो गलती हुई अब वह कभी मुमकिन नहीं होगा.

डॉ. ML भट्ट (vc-हेमवती नंदन बहुगुणा मेडिकल विश्वविद्यालय), इतिहासकार प्रोफेसर सुनील कुमार, सरकार में दायित्वधारी विश्वास डावर विचार व्यक्त करने वालों में शामिल रहे। BJP की महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महामंत्री दीप्ती रावत भारद्वाज ने स्वागत संबोधन के साथ संवाद की शुरुआत की।

उन्होंने देश विभाजन के कारणों और इस दिन के महत्व पर रोशनी डालते हुए कहा कि कुछ लोगों ने धर्म के आधार पर देश को बांटा.हमेशा बाँटने की कोशिश की. आज कुछ लोग जाति के आधार पर बाँटने की ऐसी कुत्सित कोशिश लगातार कर रहे हैं। भारत का विभाजन पूरे विश्व की सबसे बड़ी विभाजन त्रासदी थी.

MP महेंद्र भट्ट ने कहा कि राष्ट्रीय एकता की कमी भारत के विभाजन का मूल कारण रही. अब किसी भी प्रकार का विभाजन स्वीकार्य नहीं होगा. इसलिए हम सबको संगठित रहना है। ये स्वतंत्रता ख़ैरात में नहीं मिली है.बड़े जद्दोजहद और मेहनत के साथ लाखों बलिदानों के बाद ये हासिल हुई है। सीमा पर तैनात जवानों का हमेशा कृतज्ञ रहना चाहिए।

 

विश्वास डावर ने बताया की उनका परिवार पूर्वी पाकिस्तान से आया था. कई दशकों से वो उत्तराखण्ड के निवासी हैं। उनके पूर्वजों ने विभाजन की त्रासदी को भी सहा। लाखों लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई. महिलाओं के साथ अत्याचार और बलात्कार हुए. हमारे किसानों को भी अपनी जमीन और खेती बाड़ी छोड़ने के लिये मजबूर कर दिया गया।

कुलपति भट्ट ने कहा कि युवा पीढ़ी को अपने करियर और भविष्य के साथ साथ राष्ट्र हित में कुछ ना कुछ योगदान देना चाहिए। इतिहासकार प्रोफेसर सुनील वर्मा ने विस्तार से विभाजन के कारणों और परिणामों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ 1947-48, 1965, 1971 और 1999 में जंग हो चुकी है. इन लड़ाइयों में लाखों जनहानि और बहुत सारे आर्थिक और सामाजिक नुक़सान भी हुए।

 

 

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