बाबा केदार के दर्शन संग केदारनाथ सीट पर CM पुष्कर ने बजाई Assembly By-Election की रण-दुदुंभी!BJP के सामने दिवंगत शैलारानी का उत्तराधिकारी चुनने की कठिन चुनौती
साधू-संतों-श्रद्धालुओं से मिले:पुनर्निर्माण कार्यों का लिया Feedback

Chetan Gurung
CM पुष्कर सिंह धामी बुधवार को केदारनाथ धाम पहुंचे और बाबा के दर्शन के साथ ही साधू-संतों और श्रद्धालुओं से धाम क्षेत्र में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों पर Feedback लिया। बाबा का रुद्राभिषेक एवं विशेष पूजा-अर्चना कर देवभूमि की खुशहाली एवं विश्व कल्याण की कामना की। सियासी समीक्षकों का साफ़ मानना है कि विधायक शैलारानी के दिवंगत होने से खाली केदारनाथ विधानसभा सीट के लिए मुख्यमंत्री की तरफ से By-Election की रण-दुदुंभी बजा दी गई है.BJP इस सीट पर टिकट किसको देगी, इस पर कयास तेज हो गए हैं.
बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुँचने पर आयुक्त (गढ़वाल) विनय शंकर पांडे, IGP (गढ़वाल) करन सिंह नगन्याल, जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार एवं पुलिस अधीक्षक डॉ विशाखा ने VIP हेलीपैड पर CM का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने बाबा की पूजा अर्चना और रुद्राभिषेक के बाद तीर्थ पुरोहित समाज एवं मुख्य पुजारी से भी मुलाकात की। करीब 20 मिनट पूजा के बाद मुख्यमंत्री ने मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग का आशीर्वाद प्राप्त किया.
उन्होंने तीर्थ पुरोहितों से धाम में चल रहे निर्माण एवं अन्य कार्यों के संबंध में चर्चा कर सुझाव मांगे। केदारपुरी में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाने एवं गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए तय समय में काम पूरा करने के निर्देश अफसरों को दिए। उनके साथ BKTC के CEO योगेन्द्र सिंह भी थे.
PSD का दौरान निजी और कुछ सरकारी था लेकिन इसके पीछे केदारनाथ सीट पर होने वाले उप-चुनाव के लिए अभी से समर को ख़ामोशी संग ठोस ढंग से शुरू करने की कोशिश समीक्षक मान रहे हैं.BJP और मुख्यमंत्री के लिए बाबा केदार के आँगन में होने वाले By-Election को शानदार ढंग से जीतने की चुनौती अहम है.बद्रीनाथ सीट और मंगलौर सीट पर हुए उप-चुनावों से पुष्कर और राज्य की BJP Leadership को फर्क नहीं पड़ा है.बद्रीनाथ का प्रत्याशी राजेंद्र भंडारी न प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और न ही मुख्यमंत्री को विश्वास में ले के घोषित किया गया था या फिर उनको पार्टी में कांग्रेस से लाया गया था.
मंगलौर में BJP को हर चुनाव में जबरदस्त मार खानी पड़ती थी.ये पहला मौका है जब वह जीत के इस कदर करीब पहुँच गई थी कि खुद कांग्रेस और BSP हैरान और भविष्य में यहाँ होने वाले चुनावों को ले के बेचैन हैं.मुस्लिम और दलित-पिछड़ों के बहुतायत वाली इस सीट पर BJP की शिकस्त के बावजूद हाई कमान संतुष्ट है.केदारनाथ सीट पर उपचुनाव जरूर अहम हैं.इस सीट को BJP और पुष्कर किसी भी सूरत में हाथ से नहीं निकलने देंगे.यहाँ पार्टी किसको अपना उम्मीदवार बनाएगी, इस पर कयास उफान पर आने लगे हैं.शैलारानी की बेटी ऐश्वर्या और BJP महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल को ठोस दावेदार समझा जा रहा है.