
Chetan Gurung
CM पुष्कर सिंह धामी ने आज उद्योग विभाग एवं Siidcul के अफसरों को हिदायत दी कि राज्य में संचालित हो रही परियोजनाओं के पूरा होने का पूरा कैलेण्डर बनाया जाए. जिन परियोजनाओं को 2 साल में पूरा करने पूर्ण करने का लक्ष्य है, उनका टाईमलाईन सहित साफ़ रिपोर्ट जल्दी पेश करें.भू-उपयोग में बदलाव के लिए धारा-143 की बाध्यता न हो.फिल्म सिटी का देहरादून में निर्माण कार्य तेजी से शुरू किया जाए.
सचिवालय में उन्होंने कहा कि लालतप्पड़ में 57 एकड़ में बनने वाले कन्वेंशन सेंटर का कार्य जुलाई, 2026 तक पूर्ण किया जाए। देहरादून में प्रस्तावित फिल्म सिटी के निर्माण की कार्यवाही जल्द शुरू की जाए। इसके लिए 107 एकड़ की भूमि चुनी जा चुकी है.हरिद्वार के साथ ही उधम सिंह नगर और सेलाकुई में 5 लाख वर्ग फुट में फ्लेटटेड निर्माण की कार्यवाही तेज की जाए।
मुख्यमंत्री ने अवस्थापना विकास और तकनीकी दक्षता से सबंधित विभागों को एक ही क्षेत्र में रखने और IT पार्क के कार्य उसी उद्देश्य से पूरा करें, जिसके लिए उसका निर्माण किया गया.पर्वतीय क्षेत्रों में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किए जाएं। प्राइवेट इंडस्ट्रियल एस्टेट पॉलिसी के तहत ऐसी व्यवस्था की जाए कि भू-उपयोग परिवर्तन के लिए धारा-143 कराने की अलग से जरूरत ही न पड़े. कार्यों में अनावश्यक देरी न हो.
उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में भी उद्योगों और रूरल बिजनेस इंक्यूबेटर को तेजी से बढ़ावा दिया जाए। युवाओं और महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने में इससे मदद मिलेगी. बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत लगभग 50 हजार लोगों को रोजगार मिला है। पुष्कर ने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना नैनो को भी मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में जोड़ दिया जाए। बढ़ाने की आवश्यकता है, तो इसके लिए प्रस्ताव लाया जाए।
ये भी कहा कि साल-2028 तक राज्य की GDP दुगुना करने के लिए विनिर्माण क्षेत्र में साल-2028 तक 90 हजार करोड़ रूपये के निवेश का लक्ष्य रखा गया है. 1 लाख 26 हजार करोड़ का लक्ष्य हासिल होने की संभावना है। औद्योगिक विकास के लिए अन्य राज्यों की बेस्ट प्रैक्टिस के आधार पर भी कार्य किए जाएं।
बैठक में उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद् विश्वास डाबर, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव (उद्योग) विनय शंकर पाण्डेय, अपर सचिव विजय जोगदंडे, महानिदेशक (उद्योग) रोहित मीणा भी उपस्थित थे।