
ChetanGurung
डेरा नानकमत्ता (उधमसिंह नगर) प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या के मुख्य आरोपी अमरजीत सिंह उर्फ़ बिट्टू को हरिद्वार के भगवानपुर में पुलिस ने आधी रात हुए Encounter में ढेर कर दिया.इसके साथ ही DGP अभिनव कुमार ने CM पुष्कर सिंह धामी की आंसुओं का बदला लिया और उनसे हत्यारोपी को जिन्दा पकड़ने या मुठभेड़ में मार गिराने का वादा पूरा कर दिया.हरिद्वार के SSP परमेन्द्र डोभाल ने कहा कि बिट्टू को पंजाब से रुद्रपुर जाने की ख़ुफ़िया जानकारी पर भगवानपुर में पुलिस और STF ने घेर लिया था.वहीँ वह मारा गया.48 साल का अमरजीत अमृतसर के नगली भट्टा में चूड़ियां रोड का रहने वाला था.बाबा की हत्या के बाद उस पर उत्तराखंड पुलिस ने 1 लाख रूपये का ईनाम घोषित किया था.
CM पुष्कर सिंह धामी बाबा की ह्त्या से इस कदर व्यथित थे कि उनके परिजनों से मिलते वक्त आंसुओं को छलछलाने से नहीं रोक पाए थे
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डेरा प्रमुख तरसेम की हत्या 28 मार्च-2024 को उधमसिंह नगर में गुरुद्वारा परिसर में सुबह-सुबह कर दी गई थी.बाइक पर एक अन्य के साथ सवार हो के आए बिट्टू ने .315 बोर की रायफल से अकेले कुर्सी पर बैठे बाबा की गोलियां बरसा के हत्या कर दी थी.इस हत्याकांड से उत्तराखंड के साथ ही पंजाब में भी सनसनी फ़ैल गई थी.बाबा के अनुयायी लाखों में हैं.मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी बाबा को बहुत मानते थे.हत्या के बाद जब वह उनके परिजनों से मिले थे तो अपनी भावनाओं-दुःख और आंसुओं को थाम नहीं पा रहे थे.
DGP अभिनव कुमार-CM से किया वादा-शपथ पूरी
SSP (हरिद्वार) प्रमेन्द्र डोभाल
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उन्होंने DGP अभिनव को निर्देश दिए थे कि बाबा के हत्यारों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए.Encounter भी करना पड़े तो किया जाए.Police Chief ने भी उनसे वादा किया था कि ऐसा ही होगा.उन्होंने ये भी शपथ ली थी कि वादा पूरा करने में नाकाम रहने पर वह कुर्सी छोड़ देंगे.इसके बाद पुलिस बहुत Active हो गई थी.पूरा System हत्यारों के पीछे लग गया था.DGP अभिनव ने www.chetangurungg.com से कहा कि पुलिस रात-दिन और 24 घंटे आरोपियों के पीछे लगी हुई थी.जो भी चेहरे हत्या में किसी न किसी तरह का वास्ता रखते हैं, बख्शे नहीं जाएँगे.
कप्तान परमेन्द्र ने कहा कि पुलिस को शार्प शूटर अमरजीत और एक अन्य के बारे में जानकारी मिली थी कि वह पंजाब से रुद्रपुर जा रहा है.उनको भगवानपुर में DySP ऋषि वल्लभ चमोला की STF टीम और पुलिस ने घेर लिया.यहाँ गोलीबारी में आधी रात को अमरजीत को गोलियों से बेध दिया गया.उसको घायल होने पर रूड़की अस्पताल ले जाया गया था.वहां जांच के बाद वह मृत घोषित किया गया.उसके साथ बाइक चला रहा शख्स अँधेरे का फायदा उठा के भागने में सफल रहा.अमरजीत के पास एक Pistol मिली है.बिट्टू पर 16 से ज्यादा जुर्म दर्ज थे.इस हत्याकांड में पूर्व IAS अफसर हरबंस चुघ और कई अन्य भी नामजद हैं.