Chetan Gurung
CM पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत की सख्त ताकीद पर अमल करते हुए खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीमों ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर खाने-पीने की वस्तुओं में इंसानी मूत्र-थूकने की करतूतों पर सख्ती से रोक लगाने का अभियान युद्धस्तर पर शुरू कर दिया.छापों से रेस्तरां-ढाबों-होटल स्वामियों में खलबली मच गई.
Dr R Rajesh Kumar-Secretary (Food Safety-Health)
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स्वास्थ्य सचिव और आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन डॉ आर राजेश कुमार ने बताया कि खाद्य पदार्थों में मानव अपशिष्ट एवं अन्य गन्दगी/अखाद्य/ गन्दी चीजों की मिलावट की शिकायत और Videos वायरल होने पर ये Action चालू किया गया है.इसके लिए सरकार ने SoP बनाई है.SoP का पालन सख्ती से कराया जाएगा.
—10 नमूने जांच के लिए लैब भेजे–
टीमों ने खाद्य पदार्थों की जांच के साथ संदेह होने पर सैंपल भरकर जांच के लिए लैब भेजे। उपायुक्त (गढ़वाल मण्डल खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन) RS रावत के नेतृत्व में देहरादून में विशेष अभियान चलाया गया। रेस्तरां-होटल स्वामियों-प्रबंधन को सभी कर्मचारियों को मास्क, एवं दस्ताने अनिवार्य रूप से पहनने के लिए कहने के निर्देश दिए गए.
टीम ने शक के आधार पर गुलाब जामुन, रसगुल्ला, काजू बर्फी, मलाई बार्की, बनाना चिम्नर, बालूशाही, बेसन लड्डू, बूदी, रसभरी एवं कलाकन्द के 10 नमूने प्रयोगशाला भेजे।
—सीमाओं पर भी छापेमारी—-
उपायुक्त रावत ने कहा कि SoP का उल्लंघन करने पर जुर्माने के साथ ही कार्यवाई भी होगी.
राज्य के सभी जनपदों के साथ ही सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी गई है। त्यौहारी सीजन में मिलावटखोर सक्रिय हो जाते हैं. उन पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। उन्होंने लोगों से भी अपील की कि उन्हें अगर खाद्य पदार्थों में गंदगी दिखे या संदिग्ध लगे तो वह उसकी शिकायत करें। शहरों के साथ ही ये टीम अपना अभियान गाँवों और कैंट इलाकों में भी चलाएगी.कैंट बोर्ड की उदासीनता के चलते सरकार ही उसके क्षेत्रों में भी आकस्मिक अभियान छेड़ेगी.