
Chetan Gurung
CM पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को सचिवालय में Wild Life Board Meeting में Forest Department के अफसरों को नसीहत दी कि वनों को बचाने के साथ ही वन संपदाओं को लोगों के रोजगार से भी जोड़ने पर ध्यान दिया जाए। Ecology-Economy में संतुलन रखने की कोशिश करें। अगले 10 सालों की Planning करें और जंगलों के आसपास Eco-Tourism को बढ़ावा दें।
उन्होंने इन्सानों और जंगली जानवरों में संघर्ष की घटनाओं को कम करने के साथ ही ऐसी घटनाओं में तुरंत-फुरन्त मुआवजा वितरण के लिए डिजिटल ट्रैकिंग System पर अमल करने की हिदायत दी। हल्द्वानी में Zoo and Safari के निर्माण कार्य में तेजी लाने और Forest Guest Houses को बेहतर कर पर्यटकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए राजस्व बढ़ाने के प्रयास करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने 84 कुटिया के जीर्णोद्धार से संबंधित कार्यों में रफ्तार लाने, वन संपदाओं को आर्थिकी से जोड़ने के लिए वन विभाग और वित्त विभाग को आपस में बैठक करने और महाशीर मछ्ली के संरक्षण के लिए विशेष प्रयास करने के लिए कहा। बैठक में संरक्षित क्षेत्रों के अन्तर्गत एवं संरक्षित क्षेत्रों के 10 KM परिधि में आने वाले वन भूमि हस्तान्तरण एवं अन्य प्रकरणों मिला के 25 प्रस्तावों पर अनुमोदन दिया गया। इनको अब राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड को भेजा जाएगा।
बैठक में रूद्रनाथ यात्रा मार्ग को EDC के माध्यम से संचालित करने,केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग, गोपेश्वर के क्षेत्रान्तर्गत मिनी ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटर की स्थापना पर भी सैद्धांतिक सहमति दी गई। बैठक में जानकारी दी गई कि गुजरे 3 वर्षों में 75 हजार से अधिक बंदरों का बंध्याकरण किया जा चुका है। इस वर्ष 27 वन प्रभागों में 40 हजार बंदरों के बंध्याकरण का लक्ष्य रखा गया है। वर्ष- 2024 में राज्य में 4 नए Eco Tourism Zone प्रारंभ किए गए हैं।
Minister of Forest सुबोध उनियाल ने कहा कि उत्तराखण्ड में जैव विविधता प्रचुर मात्रा में है। इसे लोगों की आजीविका से जोड़ने की दिशा में निरंतर कार्य करने की जरूरत है। नए Destination विकसित करने पर गौर करना चाहिए। बैठक में MLA बंशीधर भगत, दीवान सिंह बिष्ट, प्रमुख सचिव (Forest) RK सुधांशु, DGP दीपम सेठ, प्रमुख वन संरक्षक (HoFF) डॉ. धनंजय मोहन, PCCF (Wildlife) RK मिश्रा, सचिव BVRC पुरुषोत्तम, नीरज खैरवाल उपस्थित थे।