Chetan Gurung
मानसून विदा होने को राजी होने के बजाए विध्वंस ला रहा है और सरकार उसकी करतूतों से निबटने के लिए जी-जान एक किए हुए है.CM पुष्कर सिंह धामी खुद हालात पर पैनी नजर रखते हुए अपने हाथों में राहत की कमान थामे हुए हैं.अफसरों को भी झोंके हुए हैं.उनकी हिदायत पर आपदा सचिव विनोद सुमन आज एक बार फिर USDMA स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे और जोरदार बारिश से हो रहे विकट हालात का जायजा लिया। उन्होंने नदियों के जलस्तर, अवरुद्ध सड़क मार्गों तथा राज्य में हो रही बारिश को लेकर जानकारी लेने के साथ ही निर्देश दिए कि सड़कों को जल्द शीर्ष प्राथमिकता पर खोलें।
मुख्यमंत्री खुद शुक्रवार को कंट्रोल रूम पहुंच के सभी जनपदों की स्थिति की समीक्षा की थी। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को एलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए थे। सचिव विनोद कुमार सुमन को सभी जिलाधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर किसी भी आपदा की स्थिति से प्रभावी तरीके से निपटने के निर्देश दिए थे।
सुमन ने आज कंट्रोल रूम में यूएसडीएमए के Experts तथा नोडल अधिकारियों के साथ बारिश के चलते क्षतिग्रस्त सड़क, बिजली, पानी के साथ ही यात्रा मार्गों की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की। PWD के अधिकारियों को बंद ग्रामीण सड़कों को प्राथमिकता के साथ जल्द से जल्द खोलने के निर्देश दिए।
इस मौके पर अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (प्रशासन) आनंद स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (क्रियान्वयन) DIG राजकुमार नेगी, भी मौजूद थे। सचिव (आपदा प्रबंधन) ने जिला आपदा प्रबंधन अधिकारियों को इस मानसून सीजन के दौरान घटित आपदाओं का विस्तृत अध्ययन करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि आपदा राहत में जो कमियां रह गई हैं, उनका मूल्यांकन कर भविष्य के लिए अच्छी प्लानिंग करने में जुटें.
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से केदारनाथ मंदिर के साथ ही अब 15 और स्थानों की लाइव मॉनिटरिंग की जा रही है। केदारनाथ मंदिर के पृष्ठभाग, भैरव पुल, रुद्र प्वाइंट, लिनचोली, भीमबली, जंगल चट्टी, शटल ब्रिज, मनकोटिया, गौरीकुंड, सोनप्रयाग पर CCTV के जरिये पूरी नजर रखी जा रही है.