
Chetan Gurung
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी गोलीकांड की 30 वीं बरसी पर मसूरी में शहीद आंदोलनकारियों को उनकी प्रतिमा पर फूल अर्पित कर श्रद्धाजंलि अर्पित की। आन्दोलनकारियों ने भी सरकारी सेवाओं में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण लागू करने उनका आभार प्रकट किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि PCS-2021 के फाइनल नतीजे और PCS Pre-2024 में अधिकांश उत्तराखंड के युवा कामयाब हुए.
उन्होंने मसूरी में कहा कि 1 सितंबर को खटीमा कांड, 2 सितंबर को मसूरी और 2 अक्टूबर को रामपुर तिराहा कांड हुआ, ये तीनों दिन हमारे राज्य के इतिहास में काले अध्याय के रूप में दर्ज हैं। आंदोलन को बर्बरतापूर्ण कुचलने का काम तत्कालीन सरकार ने किया। शहीद आंदोलनकारियों का सपना था कि ऐसा उत्तराखंड बने, जहां सबको समान अधिकार मिले। हाल में जारी नीति आयोग की सतत विकास लक्ष्यों की रैंकिंग में उत्तराखंड ने नंबर एक स्थान प्राप्त कर उनके सपनों को हासिल किया.
उन्होंने कहा कि आने वाले 10 वर्षों में उत्तराखंड अपने विकास और उन्नति के चरम पर होगा। इसके लिए Ecology-Economy में तालमेल रखा जा रहा है.सरकार राज्य आंदोलनकारियों और उनके आश्रितों को 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण और पेंशन दे रही है। महिलाओं को भी राज्य की सरकारी सेवाओं में 30 प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय लिया गया है। राज्य में सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया गया है।100 से ज्यादा नकल माफियाओं को जेल की सलाखों के पीछे पहुँचाए गए.
PSD ने कहा कि राज्य में जबरन धर्मांतरण को रोकने के लिए कड़ा कानून लाने के साथ ही दंगा रोधी कानून लागू किया गया है। राज्य में डेमोग्राफी रोकने के लिए लैंड जिहाद पर कठोर कार्रवाई की जा रही है। राज्य में 16 हजार से ज्यादा नियुक्तियां उनके 3 साल के कार्यकाल में सरकारी विभागों में की जा चुकी है। हाल ही में राज्य PCS परीक्षा-2021 का फाइनल रिजल्ट और PCS-2024 का प्री का रिजल्ट एक दिन पहले ही जारी किया गया। इस परीक्षा में अधिकांश अभ्यर्थी उत्तराखण्ड के चयनित हुए है।
उन्होंने कहा कि हमारे राज्य आन्दोलनकारियों के बारे में भावी पीढ़ी को जानकारी होना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने मसूरी में स्वं इन्द्रमणि बडोनी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें भी श्रद्वांजलि दी। मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि 1 सितंबर को खटीमा गोलीकांड के बाद मसूरी में लोगों में भारी आक्रोश था। जिसको लेकर 2 सितंबर को आंदोलनकारी खटीमा गोली कांड के विरोध में शांतिपूर्वक तरीके से एक सितंबर को उधमसिंह नगर खटीमा में हुए गोलीकांड के विरोध में क्रमिक अनशन कर रहे थे। इस दौरान तत्कालीन सरकार के निर्देश पर PAC व पुलिस ने आंदोलनकारियों पर बिना पूर्व चेतावनी के गोलियां बरसानी शुरू कर दी थीं।
इसी गोलीकांड में आंदोलनकारी बलबीर सिंह नेगी, धनपत सिंह, राय सिंह बंगारी, मदनमोहन ममगाईं, बेलमती चौहान और हंसा धनाई शहीद हो गए। दिवंगत PM अटल बिहारी वाजपेयी ने उत्तराखंड को अलग राज्य निर्माण में अहम भूमिका निभाई है। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, मसूरी नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, ओपी उनियाल एवं तमाम राज्य आन्दोलनकारी उपस्थित थे।