जयकारों के साथ बद्रीनाथ धाम के कपाट भी खुले:CM पुष्कर ने पहली पूजा PM मोदी के नाम की:लोगों से यात्रा व्यवस्थाओं पर Feedback लिया:Master Plan कार्यों का जायजा लिया:भंडारा में प्रसाद बांटे

Chetan Gurung
भगवान बद्री विशाल के कपाट भी आज जयकारों की गूंज के साथ सुबह 6 बजे विधि पूर्वक पूजा अर्चना के बाद खोल दिए गए। पहली पूजा CM पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से महाभिषेक के साथ की और राज्य की सुख समृद्धि की कामना की। PSD ने श्रद्धालुओं से मुलाक़ात कर उनसे यात्रा व्यवस्थाओं पर चर्चा की और उनसे उनके अनुभव जाने।
मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर में स्थित लक्ष्मी मंदिर गणेश मंदिर आदि गुरु शंकराचार्य गद्दी सहित सभी मंदिरों में भी पूजा की। कपाट खुलने के अवसर पर देश और दुनिया के लगभग 15 हजार श्रद्धालु अंदाजन मौजूद थे । मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं से गुजारिश की कि वे हरित और स्वच्छ चारधाम यात्रा के लिए राज्य को पूरा सहयोग दें।
CM ने जिलाधिकारी (चमोली) संदीप तिवारी से बद्रीनाथ धाम के मास्टर प्लान के कार्यों की ताजा रिपोर्ट ली। मंदिर के आसपास के निर्माण कार्यों का जायजा लिया। जिलाधिकारी को मास्टर प्लान के कार्यों को गुणवत्ता के साथ समय से पूर्ण करवाने के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक को यात्री सुविधा और सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी से श्री हेमकुंड साहिब यात्रा तैयारियों की भी जानकारी ली।
इस दौरान राज्य सभा सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज,विधायक किशोर उपाध्याय, लखपत बुट्टोला,BKTC के नवनियुक्त उपाध्यक्ष विजय कपरवाण व ऋषि प्रसाद सती, CEO विजय थपलियाल, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल भी मौजूद थे। इसके साथ ही अब चारों धाम (केदारनाथ-बद्रीनाथ-गंगोत्री-यमुनोत्री) के कपाट खुल चुके हैं। यात्रा पूरे जोश और उत्साह संग पूर्ण स्वरूप में शुरू हो चुकी है।
भू-वैकुंठ श्री बदरीनाथ धाम में पूजा के बाद PSD ने भंडारे में भी अपना योगदान दिया। श्रद्धालुओं को अपने हाथों प्रसाद बांटे। उन्होंने दावा किया कि इस बार चार धाम यात्रा श्रद्धालुओं की संख्या एवं व्यवस्थाओं के नजरिए से नए कीर्तिमान स्थापित करेगी। मुख्यमंत्री को अपने बीच देख श्रद्धालु खुश-उत्साहित नजर आए। उन्होंने अपने मोबाइल फोन से PSD के साथ Selfie भी खूब ली। स्थानीय देवली बगड़ के लोगों-Local महिलाओं ने भी उनका पारंपरिक ढंग से स्वागत किया। माल्यार्पण किया।