केदारनाथ से लौट रहा Chopper गौरीकुण्ड में गिरा:Pilot-बच्ची समेत 7 की मौत:सवा महीने में 5वां हादसा:CM पुष्कर ने दुख जताने के साथ ही CS को दी उड़ान पर नई सख्त SoP बनाने की हिदायत
पुराने हादसों की जांच कर रही High Power Committee इस हादसे की भी करेगी जांच:सोमवार तक हेली सेवाओं को बंद रखने के मुख्यमंत्री के आदेश

Chetan Gurung
केदारनाथ धाम से गुप्तकाशी लौट रहा Aryan Aviation Ltd का हेलीकाप्टर आज अल्लसुबह तकरीबन सवा 5 बजे गौरीकुंड की घाटी (रुद्रप्रयाग) में गिर कर अपने साथ 7 लोगों की जिंदगी लील गया। इनमें Pilot राजबीर सिंह चौहान और 2 साल की बच्ची भी शामिल है। एक BKTC कर्मचारी विक्रम रावत ने भी इस हादसे में जान गंवाई। CM पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर जान गँवाने वालों के लिए दुख जताते हुए उनको श्रद्धांजली अर्पित करने के साथ ही Chief Secretary आनंदबर्द्धन को राज्य में उड़ान के लिए नई सख्त Standard Operating Procedure तैयार करने के आदेश भी दिए। मुख्यमंत्री ने फिलहाल सोमवार (कल-16 जून) तक 4 धाम यात्रा से जुड़ी हेली सेवाओं को पूरी तरह बंद रखने और Command and Co-Ordination Centre स्थापित करने के भी आदेश दिए।
ये हादसा तब हुआ जब 5 श्रद्धालुओं को केदारनाथ में दर्शन के बाद हेलीकाप्टर वापिस गुप्तकाशी ला रहा था। मौसम की खराबी को हादसे की वजह माना जा रहा। हेलीकाप्टर में विनोद देवी (यूपी-66 वर्ष), तृष्टी सिंह (UP-19 वर्ष), राजकुमार सुरेश जायसवाल (गुजरात-41 वर्ष), श्रद्धा राजकुमार जायसवाल (महाराष्ट्र-) और काशी (महाराष्ट्र-2 वर्ष) सवार थीं।
CM Pushkar Singh Dhami-उड़ान के लिए सख्त SoP के आदेश
—————-
हादसे के बारे में बताया जा रहा है कि जंगल में घास काटने गई महिलाओं ने सबसे पहले इसको देखा। फिर उन्होंने ही सूचना लोगों को दी। SDRF-Police और प्रशासन के अफसर मौके पर बचाव और राहत के लिए पहुंचे। तब तक हेलीकाप्टर साबुत नहीं बचा था। सभी सवारियों की मृत्यु हो चुकी थी। 4 धाम यात्रा शुरू होने के बाद ये 5वां हेली हादसा है।
इसके साथ ही देश में हर किस्म की उड़ानों पर नजर रखने और नियंत्रण रखने वाले Director General Civil Aviation की भूमिका पर अंगुली उठ रही। उड़ानों के मामलों में उसकी भूमिका सबसे अधिक रहती है। राज्य सरकार के नियंत्रण वाले Uttarakhand Civil Aviation Development Authority पर सब सवाल उठ रहे कि आखिर उड़ान Operators को License देने के बाद वह अपनी भूमिका को क्या सही ढंग से अंजाम दे पा रहा है? क्या Pilot हर किस्म से सक्षम हैं? उनके पास पर्याप्त अनुभव पहाड़ों और खराब मौसम में भी मशीन पर नियंत्रण रखने की काबिलियत है? Chopper एक दिन में कितनी Flying ले रहा और कितने Pilot इसको अंजाम दे रहे हैं!उड़ान से पहले हर बार हेलीकाप्टर की तकनीकी जांच-पड़ताल हो रही कि नहीं!
मुख्यमंत्री पुष्कर ने हादसे पर दुख जताने-श्रद्धांजली अर्पित करने और मृतात्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करने के साथ ही उड़ान को ले के सख्त Guide Line तैयार करने के लिए मुख्य सचिव आनंदबर्द्धन को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर की तकनीकी स्थिति की पूर्ण जांच और उड़ान से पूर्व मौसम की सटीक जानकारी लेने को अनिवार्य किया जाए। तकनीकी विशेषज्ञों की समिति का गठन किया जाए।
ये समिति हेली संचालन की सभी तकनीकी व सुरक्षा पहलुओं की गहन समीक्षा कर SoP तैयार करेगी। ये भी सुनिश्चित करेगी कि हेली सेवाओं का संचालन पूरी तरह से सुरक्षित, पारदर्शी और निर्धारित मानकों के अनुसार हो। ये भी निर्देश दिए कि राज्य में पूर्व में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं की जांच के लिए गठित High Power Committee पूर्व में हुई हेली दुर्घटनाओं के साथ ही आज के Heli Crash की भी हर पहलू की गहनता से जांच कर अपनी रिपोर्ट देगी।
यह समिति प्रत्येक घटना के कारणों की गहराई से जांच और दोषी व्यक्तियों या संस्थाओं की पहचान कर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की संस्तुति करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हेली सेवाओं का महत्व तीर्थाटन, आपदा प्रबंधन और आपातकालीन सेवाओं के लिए अत्यधिक है। इनमें सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि Pilots की उच्च हिमालयी इलाकों में उड़ान भरने के अनुभवों की जांच की जाएगी। सभी हेलीकाप्टर Operators के साथ बैठक के बाद ही फिर से उड़ान सेवाओं को 4 धाम यात्रा हवाई मार्ग पर शुरू किया जाएगा।
CM ने कहा कि हेली सेवाओं में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए Common Command and Co-Ordination Centre स्थापित किया जाएगा। इसमें DGCA-Disaster Management-Civil Aviation (UCADA)-Helicopter Compaiesk के प्रतिनिधि शामिल होंगे। सरकार के लिए इस किस्म के हादसों पर तत्काल और सख्ती से लगाम लगाना बहुत जरूरी है। हादसे होते रहे तो लोगों की अमूल्य जिंदगी जाने के साथ ही Tourism-धार्मिक पर्यटन पर Negative असर पड़ेगा। इससे पहाड़ों में लोगों की आर्थिकी पर गहरा फर्क पड़ेगा।