Chetan Gurung
PM नरेंद्र मोदी के आराध्य बाबा केदार के घर केदारनाथ Assembly By-Election में आज 60 फीसदी Votes पड़े।BJP-Congress के लिए बेहद अहम इस चुनावी जंग के नतीजे पर अब नजर टिकी है। BJP की आशा नौटियाल और Congress के मनोज रावत समेत सभी अन्य प्रत्याशियों की सियासी तकदीर EVM में मतदाताओं की अंगुली के दबाव के चलते कैद हो गई।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ.BVRC पुरुषोत्तम ने बताया कि मतदान शांतिपूर्वक एवं पारदर्शिता के साथ पूरा हुआ। शाम 6 बजे तक 57.64 प्रतिशत मतदान हुआ लेकिन अंतिम खबर मिलने तक ये आंकड़ा 60 फीसदी पहुँच गया। अधिक मतदान को BJP के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने मोदी-पुष्कर की अगुवाई में हुए विकास कार्यों का नतीजा और उत्साहवर्द्ध्क करार दिया। चुनाव की कमान आखिरी दौर में CM पुष्कर ने पूरी तरह खुद संभाल ली थी।
आशा नौटियाल और मनोज रावत:देखें तकदीर किसका साथ देती है
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अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ विजय कुमार जोगदंडे ने मतदान के लिए समस्त अधिकारियों-कार्मिकों को बधाई दी। लोगों का भी सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उप निर्वाचन में इस बार 90 हजार 875 मतदाताओं ने शिरकत की। 45 हजार 956 महिला मतदाता तथा 44 हजार 919 पुरुष मतदाता शामिल हुए।
उन्होंने बताया कि सभी पोलिंग बूथों पर शांतिपूर्ण मतदान हुआ। मतदेय स्थलों से अधिकतर पोलिंग पार्टियां वापस आना शुरू हो गई हैं। निर्वाचन आयोग से अनुमति के बाद 7 पोलिंग पार्टियां कल सुबह लगभग 9-10 बजे तक अगस्त्यमुनि मतगणना केंद्र में पहुंच जाएंगी।मतदान के दौरान 130 बूथों पर रहेगी तीसरी आंख की नजर रही। इन सभी जगह CCTV कैमरा लगाए गए। पहली बार 75 फीसद पोलिंग बूथ की वेबकास्टिंग हुई। निर्वाचन प्रक्रिया में प्रयुक्त 205 गाड़ियों की GPS से निगरानी की गई।
केदारनाथ उप चुनाव की सियासी अहमियत भी खूब रहेगी। BJP के पाले में ये सीट आना इसलिए भी बेहद जरूरी है कि बाबा केदार का घर यहीं है। बाबा PM नरेंद्र मोदी के दिलों में बसते हैं। वह हर मुश्किल पलों में यहाँ दर्शन के लिए आना जरूरी समझते हैं। CM पुष्कर सिंह धामी भी मौका निकाल के बाबा के दर्शन के लिए नियमित रूप से आते हैं। ये सीट BJP के खाते में आने के बाद उनकी ताकत पार्टी के भीतर कहीं अधिक बढ़ जाएगी।
सीट की अहमियत देखते हुए मुख्यमंत्री ने खुद भी पूरी ताकत आखिरी पलों में झोंक दी। पार्टी प्रत्याशी आशा नौटियाल के लिए उन्होंने जी-जान से काम किया और पार्टी कार्यकर्ताओं-ओहदेदारों-मंत्रियों से भी कस के काम लिया। Congress और उससे अधिक उसके एक बड़े धड़े के लिए खुद को पार्टी में मजबूती से स्थापित करने के लिए अपने प्रत्याशी मनोज रावत को विजयी बनाना अस्तित्व को बचाने और सशक्त करने के लिए बेहद जरूरी समझा जा रहा है। पार्टी भीषण गुटबाजी के भंवर में घिरी है। ये चुनाव जीतती है तो ये अंतर्द्वंद्व कम होने के बजाए और बढ़ना तय माना जा रहा है।