Chetan Gurung
आसमान से अप्रत्याशित तौर पर बरस रही आग और ताप के मद्देनजर CM पुष्कर सिंह धामी अग्निकांड से बचने के लिए अस्पतालों में Fire Safety को ले के सख्त रुख अपनाते हुए इस मामले में हर मुमकिन कदम उठाने के आदेश स्वास्थ्य महकमे को दिए.महकमे ने अस्पतालों के लिए Advisory जारी कर दी.स्वास्थ्य सचिव डॉ R राजेश कुमार ने कहा कि इस मामले में अस्पताल प्रबंधन को ताकीद की गई है कि लापरवाही उनके लिए घातक साबित होगी.
CM पुष्कर सिंह धामी अस्पतालों में Fire Safety पर बहुत गंभीर हैं
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देहरादून और राज्य के मैदानी इलाकों में पहली बार न सिर्फ गर्मी बेतहाशा पड़ रही बल्कि तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार चल रहा है.लोग गर्मी से बेहाल है.इसके चलते अग्निकांड की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है.स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश की तरफ से जारी एडवाइजरी में राज्य के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा उपायों को तुरंत और पूरी तरह से लागू करने की हिदायत दी गई है।
डॉ R राजेश कुमार-Secretary (Health-Medical Education)
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डॉ. राजेश ने अस्पताल प्रबंधन, स्टाफ और नियामक निकायों की सामूहिक जिम्मेदारी पर जोर देते हुए कहा, “यह आवश्यक है कि हम ऐसी विनाशकारी घटनाओं को रोकने के लिए सक्रिय और एकजुट हो के कदम उठाएं।”एडवाइजरी में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoH and FW), नई दिल्ली की “स्वास्थ्य सुविधाओं में अग्नि सुरक्षा के लिए दिशा-निर्देशों” का पालन करने के महत्व को भी सामने लाया गया है.मुख्यमंत्री पुष्कर ने इस मामले में किसी भी किस्म की छोटी से भी कोताही न करने के निर्देश आला अफसरों को दिए हैं.
अस्पतालों के लिए जारी दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करना, राज्य अग्निशमन विभाग से वैध अग्नि अनापत्ति प्रमाणपत्र (NoC) प्राप्त करना और नियमित अग्नि सुरक्षा ऑडिट और ऑन-साइट निरीक्षण करना जरूरी है.अस्पतालों की स्थापना और रखरखाव के लिए प्रत्येक जरूरी स्थानों पर अग्निशामक, धुआं डिटेक्टर और अग्नि अलार्म स्थापित किए जाने चाहिए. नवजात और ICU में नियमित निरीक्षण करना होगा.महत्वपूर्ण क्षेत्रों में स्वचालित स्प्रिंकलर सिस्टम और अन्य अग्नि शमन तंत्र होना चाहिए।
एडवाइजरी के मुताबिक आपातकालीन निकास और अग्निशमन विभाग के साथ सहयोग सुनिश्चित करना होगा.ऑक्सीजन सिलेंडर या पाइप्ड ऑक्सीजन के उचित स्थान और भंडारण के साथ सख्त धूम्रपान निषेध नीतियां लागू होनी चाहिए. अग्नि सुरक्षा, विद्युत तारों, और आपातकालीन अवसंरचना सहित भवन सुरक्षा कोड का पालन जरूरी होगा।
प्रमाणित पेशेवरों से नियमित तौर पर अग्नि सुरक्षा उपकरणों का समयबद्ध तरीके से निरीक्षण होना चाहिए.सभी अस्पताल डॉक्टर, नर्स, प्रशासनिक कर्मी और सुरक्षा कर्मचारी को अग्नि सुरक्षा प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। अस्पताल अपने कर्मचारियों को अस्पताल के लेआउट और अग्नि सुरक्षा योजनाओं से परिचित कराएंगे. अग्नि घटनाओं और निकट-मिस की रिपोर्टिंग के लिए विशिष्ट प्रोटोकॉल विकसित करेंगे।