
पद्मश्री डॉ. बसंती देवी बिष्ट के जागर गायन के जरिये आज Graphic Era विवि में Students न सिर्फ उत्तराखंड की संस्कृति से रूबरू हुए बल्कि वे झूम भी उठे.बसंती ने जागर के बिना जिंदगी को बेरंग बताया।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोकगीतों व लोक कथाओं में श्री कृष्ण का महत्वपूर्ण उल्लेख है। पीढ़ियों से चलते आ रहे जागरों में भी उनका नाम शुमार है। कृष्ण के जन्म, कंस के अत्याचारों व अन्य घटनाओं का जिक्र भी जागरों में है।
उन्होंने छात्र-छात्राओं को जागर सुनाया. उत्तराखंड की संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए अहम योगदान देने को कहा.डॉ. बसंती ने इन कार्यक्रमों के माध्यम से छात्र-छात्राओं को संस्कृति से जोड़ने के लिए ग्राफिक एरा प्रबंधन को साधुवाद दिया।
कुलपति डॉ. संजय जसोला ने कहा कि जागर ने लोगों को अपनी संस्कृति से जोड़ने का काम किया है।
कार्यक्रम का आयोजन संस्कृति मंत्रालय के संगीत नाटक अकादमी ने ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के सहयोग से किया।