उत्तराखंडदेशराजनीति

Congress Express भी आखिर लोकसभा प्लेटफार्म से खिसकी!गणेश गोदियाल-टम्टा-गुनसोला हुए Ticket Train पर सवार:टिहरी में दो जंग लगे प्रत्याशियों के हाथों में तलवारें:धर्मनगरी में नौका उतारने से BJP के बाद कांग्रेस भी हिचकी

Chetan Gurung

लगातार कई दिनों से सीटी मारने और चिंघाड़ने के बाद आखिरकार आज Congress Express ने भी लोकसभा चुनाव के लिए स्टशन छोड़ी और पौड़ी (गणेश गोदियाल)-टिहरी (जोत सिंह गुनसोला)-अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ (प्रदीप टम्टा) डिब्बे पर टिकट सवार बैठ ही गए.टिहरी में दोनों राष्ट्रीय दलों (BJP से महारानी माला राज्यलक्ष्मी) के प्रत्याशियों को जंग लगी तलवार के तौर पर देखा जा रहा है.ख़ास पहलू ये रहा कि धर्म नगरी में प्रत्याशी देने का हौसला BJP की तरह कांग्रेस भी पहले दौर में नहीं कर पाई.

मनीष खंडूड़ी के चकमा दे के BJP में चले जाने के बाद गोदियाल को पौड़ी से टिकट पक्का था.BJP ने हरिद्वार की तरह इस सीट पर भी  अभी तक प्रत्याशी का चेहरा साफ़ नहीं किया है.यहाँ से बीजेपी के टिकट दावेदार मौजूदा MP तीरथ सिंह रावत के साथ ही उनकी तरह Ex CM त्रिवेन्द्र सिंह रावत-अनिल बोलूनी-डॉ धन सिंह रावत और दीप्ति रावत हैं.किसके माथे टिकट का सेहरा बंधेगा, इस पर सट्टा लगाया जा सकता है.इतना रहस्यमयी हो गया है यहाँ सीट का खेल.

यहाँ बीजेपी का प्रत्याशी तय होने तक हरिद्वार में भी टिकट के लिए बीजेपी के मौजूदा MP डॉ रमेश पोखरियाल निशंक-मदन कौशिक-स्वामी यतीश्वरानंद को इंतजार करना होगा.पौड़ी में टिकट न मिलने की सूरत में त्रिवेंद्र-बलूनी यहाँ के लिए भी स्वाभविक दावेदार माने जा रहे हैं.हरिद्वार-नैनीताल में उम्मीदवार खड़ा करने में कांग्रेस जल्दी हिम्मत नहीं जुटा पाती दिख रही.हरिद्वार में कांग्रेस की तरफ से पूर्व CM हरीश रावत के साथ ही उनके साले और PCC अध्यक्ष करण माहरा टिकट के मजबूत दावेदार हैं.

प्रदीप को अल्मोड़ा सीट पर टिकट के लिए मजबूत चुनौती कांग्रेस में मिलने की उम्मीद कम थी लेकिन टिहरी में अपयश और बदनामी की कालिख में डूबी Cricket Association of Uttarakhand के कुछ दिन पहले तक के President जोत सिंह गुनसोला का नाम चौकाने वाला रहा.उनको टिकट देना एक किस्म से धूल भरे वार्डरोब से कपड़े को निकाल के झाड़-पोंछ के पहनना सरीखा समझा जा रहा.

गुनसोला के कार्यकाल में देश भर में उत्तराखंड क्रिकेट भरपूर बदनाम हुआ.उनकी प्रतिष्ठा कई गंभीर आपराधिक मुकदमों में फंसे और जमानत पर चल रहे और फरार तक हो चुके सचिव माहिम वर्मा के इशारों पर चलने वाले की रही.नाबालिग और महिला क्रिकेटरों के यौन उत्पीड़न और जूनियर क्रिकेटर को जान से मारने की धमकी-भ्रष्टाचार और रंगदारी मांगने का मामला भी उनके अध्यक्ष रहते सामने आया.हर मामले में जुबान सिले रखते हुए वर्मा पिता-पुत्र को आँख मूंदे समर्थन देने से उनकी जम के आलोचना और किरकिरी हुई.

ख़ास बात ये है कि कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा ने उत्तराखंड क्रिकेट में हो रहे भ्रष्टाचार पर गैरसैण विधानसभा सत्र में खुल के मामला उठा के सरकार को जांच के लिए मजबूर कर दिया था.गुनसोला को कांग्रेस का टिकट BJP और उससे अधिक माला राज्यलक्ष्मी की खुशकिस्मती अभी से समझी जा रही.खास तौर पर ये देखते हुए कि महारानी को टिकट से खुद बीजेपी में समझा जा रहा था कि उनको चुनाव में फिर उतारना पार्टी का बहुत अच्छा फैसला नहीं है.

महारानी को उम्मीदवार बनाए जाने से पार्टी में ही लोग खुश नहीं हैं.खास तौर पर ये देखते हुए कि मोदी-BJP के नाम के साथ ही इस बार खुद प्रत्याशी का भी मजबूत होने को जरूरी माना जा रहा है.गुनसोला को कांग्रेस टिकट से टिहरी की जंग हैरान करने वाली हो गई है.महारानी-गुनसोला को टिकट पर समीक्षक लगा नजरिये से देख रहे.इसको दोनों राष्ट्रीय दलों के जंग लगी तलवारों के साथ चुनावी समर में उतरने के फैसले के तौर पर देखा जा रहा है.

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button