
Chetan Gurung
मेजबान Graphic Era विवि की Team ABS ने Campus में आयोजित 24 घंटे की Hackathon में दिव्यांगजनों की समस्याओं के समाधान के लिए Software तैयार कर विजेता बनने का सम्मान पाया। उसको ₹50000 का इनाम भी मिला।
ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में राज्य स्थापना की रजत जयंती पर हैकाथोन (सारथी) में Students ने दिव्यांगजनों के लिए तकनीकी समाधान विकसित करने की दिशा में अपनी रचनात्मकता और तकनीकी दक्षता का परिचय दिया। बिड़ला ग्लोबल विवि की टीम अर्बिस ने दूसरा और SRH विवि की टीम न्यूरोनेव ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी की टीम एग्रोकोड को सर्वश्रेष्ठ स्टार्टअप आइडिया,आईसीएफएआई यूनिवर्सिटी की टीम द एंड्यूरेंस को सर्वाधिक नवाचारी सतत् समाधान और ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी की टीम टेकनीति को सर्वश्रेष्ठ समावेशी तकनीकी समाधान का अवार्ड मिला।
हैकाथॉन का आयोजन ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के डिपार्मेंट आफ कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग और स्कूल ऑफ कंप्यूटिंग ने संयुक्त रूप से किया। यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. अमित R भट्ट, DRDO वैज्ञानिक डा. उन्नीकृष्णन, डीन ऑफ रिसर्च डा. टीकम सिंह, कंप्यूटर साइंस इन इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के हेड डा. अनुपम सिंह के साथ डा. रवि तोमर, डा. सुरेंद्र के. शर्मा, डा. नवीन चंद्र, डा. अरुण कुमार इस मौके पर मौजूद रहे।
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–मिट्टी देश की असल संपदा:ग्राफिक एरा में औषधीय पौधों पर राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू
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ग्राफिक एरा में National Seminar में देशभर से आए वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने औषधि और सुगंधित पौधों के क्षेत्र में नई संभावनाओं और प्रगति के तरीकों पर मंथन किया। भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की DG डॉ N कलाईसेल्वी ने कहा कि मिट्टी की सेहत ही देश की असली संपदा है।
डॉ कलाईसेल्वी ने कहा कि भारत की मिट्टी उर्वर और औषधीय पौधों की विविधता से परिपूर्ण है। यह किसानों की आजीविका बदलने के साथ ही भारतीय चिकित्सा विज्ञान को भी नई दिशा दे सकती है। उन्होंने ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन के चेयरमैन डा. कमल घनशाला की दूरदर्शी सोच और नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि डा. घनशाला ने एक छोटे से कंप्यूटर सेंटर को आज भारत के अग्रणी शिक्षण संस्थान में बदल दिया है। उनका विजन और समर्पण देश भर के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
उत्तराखंड के औषधीय पौध बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. निर्पेंद्र चैहान,सोसायटी फॉर प्लांट रिसर्च के डायरेक्टर जनरल डा.SK भटनागर,GE यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. नरपिंदर सिंह ने भी विचार प्रस्तुत किए। 16 राज्यों से आए 200 से अधिक वैज्ञानिक, शोधकर्ता और विशेषज्ञ सम्मेलन में शोध पत्र और सुझाव प्रस्तुत करेंगे। सम्मेलन का आयोजन ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के बायोटेक्नोलॉजी डिपार्मेंट और सेंटर फॉर अरोमैटिक प्लांट्स ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम में प्रो वाइस चांसलर डा. संतोष एस. सर्राफ, कुलसचिव डा. नरेश कुमार शर्मा, बायोटेक्नोलॉजी डिपार्मेंट के हेड डा. रूपक नागरिक, डॉ जानवी मिश्रा शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन डा. जिगिशा आनंद ने किया।



