युवाओं को Appointment Letters का तोहफा दिया फिर अपने सियासी गुरु कोश्यारी-गुरु भाई त्रिवेन्द्र को दिवाली की बधाई देने पहुंचे CM पुष्कर

Chetan Gurung
CM पुष्कर सिंह धामी ने आज पहले अपने आवास पर राजस्व परिषद के लिए Selected सहायक समीक्षा अधिकारियों-समीक्षा अधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे फिर अपने सियासी गुरु और पूर्व मुख्यमंत्री-पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी तथा गुरु भाई पूर्व CM त्रिवेन्द्र सिंह रावत को दिवाली की बधाई-शुभकामनाएँ देने उनके आवास पर पहुंचे। कोश्यारी-त्रिवेन्द्र ने मुलाक़ात के दौरान जोरदार गर्मजोशी दिखाई।

सुबह मुख्यमंत्री ने नए नियुक्त अधिकारियों से कहा कि वे “सरकारी सेवा को जनसेवा का माध्यम बनाएं”। अब तक उनकी सरकार ने 26,000 सरकारी नौकरियाँ काबिल युवाओं को उनकी काबिलियत के आधार पर पारदर्शी Exams के जरिये दी है। उन्होंने कहा कि दीपावली से पहले नियुक्ति पत्र प्राप्त होना नवनियुक्त कार्मिको और उनके परिवारजनों के लिए विशेष प्रसन्नता का अवसर है। सरकार का लक्ष्य है कि राज्य में पारदर्शिता और Merit के आधार पर भर्ती प्रक्रिया को अभियान के रूप में निरंतर आगे बढ़ाया जाए।

PSD ने कुछ समय पूर्व हरिद्वार में हुई परीक्षा से संबंधित एक प्रकरण पर कहा कि इस मामले में सरकार ने फौरन कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया। SIT जांच गठित की गई। छात्रों की भावनाओं को देखते हुए उनसे मुलाकात की। उनकी मांगों के अनुरूप परीक्षा को निरस्त करते हुए CBI जांच की संस्तुति की।

इस अवसर पर मुख्य सचिव आनंद वर्धन, सचिव एसएन पांडे, अपर सचिव रंजना राजगुरु उपस्थित रहे। CM पुष्कर युवाओं को सरकारी नौकरी का तोहफा देने के बाद कोश्यारी और त्रिवेन्द्र के आवास पर गुलदस्ता ले के पहुंचे। दोनों को प्रकाश पर्व की बधाई दी। कोश्यारी को PSD का सियासी गुरु समझा जाता है। त्रिवेन्द्र भी कोश्यारी के ही सियासी शिष्यों में से हैं। लिहाजा वह और पुष्कर गुरूभाई हुए।
हाल के दिनों में TSR (Senior) के कुछ लफ्जों-बयानों के तीरों ने सरकार और खास तौर पर मुख्यमंत्री को कुछ मौकों पर असहज किया है। इसको PSD के खिलाफ त्रिवेन्द्र के शीत युद्ध का आगाज समझा जा रहा। पुष्कर ने फिर सियासी परिपक्वता दिखाई और अपने गुरु भाई को बधाई देने उनके आवास पर पहुंचे। कोश्यारी को हमेशा ही पुष्कर के साथ खड़ा पाया गया है। खास तौर पर जब मुख्यमंत्री पर सियासी हमले होते हैं तो BSK हमेशा ढाल बन के खड़े नजर आए हैं।
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