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DM सविन-SSP अजय को बॉबी-Supporters ने ढंग से सुना:इज्जत देने में नहीं रखी कसर:CBI जांच की मांग पर आंदोलनकारियों के सामने पेश की सरकार की तरफ से दलील:भावनात्मक ढंग से बोले SB,`हमारे घर में भी आपकी तरह पढ़ने वाले-भविष्य के लिए संघर्षरत भाई-बहन-बच्चे हैं’

Chetan Gurung

DM सविन बंसल और SSP अजय सिंह UKSSSC परीक्षा नकल-Leak मामले की CBI जांच की मांग ले के परेड ग्राउंड के करीब डटे आंदोलनकारी युवाओं-बेरोजगारों के बीच जा पहुंचे और सरकार की तरफ से मजबूत दलील पेश की। खास बात ये रही कि आन्दोलन के अगुवा बॉबी पँवार और उनके समर्थकों ने खास तौर पर सविन-अजय  को बहुत गंभीरता से सुना। दोनों को भरपूर सम्मान देने के साथ ही उनकी बातों का विरोध नहीं किया।

DM सविन बंसल (बाइक पर) और SSP अजय सिंह (Uniform में खड़े) की जोड़ी छाई हुई है

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District Magistrate ने युवाओं से कहा कि वे पिछली बार के UKSSSC Paper Leak मामले में भी पुनर्विचार याचिका दायर कर सकते हैं। ताजा नकल मामले में वे अपने बिन्दुओं और उपलब्ध तथ्यों-साक्ष्यों को Special Investigation Team को सौंपे। SIT की विवेचना ठोस ढंग से होगी। CBI को जांच सौंपना जरूरी होगा तो सरकार इससे पीछे नहीं हटेगी।

उन्होंने कहा कि CBI तभी जांच हाथ में लेती है, जब State Agency पहले अपनी तरफ से कुछ कार्रवाई करें। State Agency को सफलता न मिले या जांच बहुत मुश्किल हो तो CBI उसको हाथ में ले सकती है। वह लेकिन राज्य सरकार से जांच के बारे में Inputs भी मांगती है। CBI जांच होती है तो SIT जांच में मिले Inputs उसके बहुत काम आएंगे।

सविन ने कहा कि SIT को एक महीने में अपनी रिपोर्ट जमा करनी है। इसमें सभी को सहयोग देना चाहिए। ये युवाओं और बेरोजगारों के भी हक में होगा। देहरादून के Collector ने अपनी बात रखने की शुरुआत में ही साफ कर दिया कि वह खुद ऐसे परिवार से हैं, जहां खानदान के युवा भी आंदोलनकारियों की तरह पढ़ाई कर रहे हैं। सुनहरे भविष्य के लिए संघर्ष कर रहे हैं। वह युवाओं और बेरोगरोन के दर्द और तकलीफ से अच्छी तरह वाकिफ हैं।

DM ने कहा कि CM पुष्कर सिंह धामी नकल-लीक मामले में बहुत कठोर रुख अपनाए हुए हैं। इस मामले में कोई भी बड़ी साजिश जांच में सामने आती है तो कोई भी बख्शा नहीं जाएगा। चाहे वह कितना ही रसूख रखता हो। SSP अजय ने भी कहा कि गिरफ्तारियाँ अभी चल रही हैं। सरकार के सख्त आदेश हैं कि नकल-लीक में जो भी सम्बद्ध हों, उनको जेल का दरवाजा दिखाया जाए।

बॉबी ने खुद तो DM-SSP को खूब सम्मान दिया, समर्थकों से भी उनकी बातों को अच्छी तरह और गंभीरता से सुनने की गुजारिश की। किसी भी आंदोलन में अफसरों और सरकार के दूतों को ऐसी तवज्जो या तो मिलती नहीं या फिर बहुत कम मिलती है। आपदा और शराब माफिया-उनके संरक्षक आला अफसरों से भी भिड़ जाने-Land Mafia के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने-शराब में Over Rating पर अंगुली टेढ़ी करने, दुखियारों-बाहुबलियों के सताए लोगों को हाथों-हाथ इंसाफ-राहत दिलाने के मामले में DM सविन ने खूब नाम-यश अर्जित किया हुआ है।

आंदोलनकारी भी उनसे प्रभावित नजर आए। हाल ही में आपदा राहत-बचाव कार्यों को ले के सविन की मंत्री गणेश जोशी से भिड़ंत और अपने ही अंदाज में मंत्री को झटका देने की उनकी अदा राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरने में कामयाब रही थीं। Print-Social Media और News Channels ने इस खबर को हाथों-हाथ लिया था। आंदोलनकारियों ने भी दिखाया कि उनका DM-SSP से कोई विरोध नहीं है। वे खामोशी के साथ दोनों की बातों को सुनते रहे।

सविन ने गुजारिश की कि SIT की रिपोर्ट आने तक आंदोलन को रोक दिया जाए। रिपोर्ट उनके माफिक नहीं आती है या फिर संतोषजनक नहीं लगती है तो वे अगले कदम के लिए स्वतंत्र हैं। ये भी समझना होगा कि CBI अधिकांश मामलों को सीधे अपने हाथ मे नहीं लेती है। बेरोजगारों-आंदोलनकारियों से ऐसे हालात में भी इज्जत पाने वाले सविन प्रोन्नति के बावजूद DM-Collector के तौर पर काम कर रहे।

CM पुष्कर के वह इस वक्त सबसे लाडले और Blue Eyed DM समझे जाते हैं। सरकार की छवि और प्रतिष्ठा को निखारने में वह फिलहाल अव्वल समझे जाते हैं। उनकी कार्यशैली और प्रतिष्ठा देख के ही मुख्यमंत्री उनको देहरादून DM की कुर्सी से हटाने का मन नहीं बना पा रहे। PSD की खासियत है कि वह जल्दी से DM-SSP को बदलने में यकीन नहीं रखते हैं। राज्य में तमाम DMs-Collectors को उन्होंने अच्छे-खासे समय से मौका दिया हुआ है। या फिर पिछले तबादलों में उनको जिले सौंपे।

नैनीताल की वंदना-उधम सिंह नगर के नितिन भदौरिया-पौड़ी की स्वाति भदौरिया-हरिद्वार के मयूर दीक्षित-उत्तरकाशी के प्रशांत आर्य और रुद्रप्रयाग के प्रतीक जैन इन DMs में शुमार हैं। वे डट के और बिना दबाव के कार्य कर रहे हैं। अवाम-जनप्रतिनिधियों से तालमेल भी बनाए रख के सरकार-CM के सिर दर्द को दूर रख रहे हैं।

 

 

 

 

 

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