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आपदा और गज़ब के DM सविन!अफसरों के लाव-लश्कर संग पैदल 40 KM दूर छमरौली फिर वहाँ से 12 KM दूर फुलेत पहुँच पीड़ितों के बीच पहुंचे:पत्थरों-नदियों-नालों-पहाड़ों को पार किया:CM पुष्कर के फरमान पर अफसरों की लाजवाब फुर्ती!

Chetan Gurung

कुदरत के कातिलाना कहर के मारों को मदद-राहत देने के लिए CM पुष्कर सिंह धामी की हिदायत पर राजधानी के DM सविन बंसल आज District Headquarter से 40 KM दूर दुर्गम गाँव छमरौली फिर वहाँ से भी 12 KM और आगे फुलेत गाँव में पीड़ितों के बीच जा पहुंचे। उनके साथ अफसरों का पूरा लाव-लश्कर था। ये वे जगह हैं, जहां आपदा के पीड़ितों को हेलीकाप्टर के जरिये खाद्यान्न पहुंचाया जा रहा था। सविन ने लोगों को दिलासा दिया और आश्वस्त किया कि उनकी हर दिक्कत को सरकार दूर करेगी। जल्द से जल्द हालात और रास्तों को सुगम-सामान्य कर दिया जाएगा।

DM SB ने हेली सेवा  के बजाए सड़क और दुर्गम-दुरूह पैदल मार्ग से आपदा ग्रस्त इलाकों में जाने और लोगों से मिलने का फैसला किया। उनको कहीं नदी-नाले तो कहीं ध्वस्त मिट्टी के पहाड़-रास्ते मिले। गाढ़-गधेरों-ढौड-ढंगार पार करने के दौरान  उन्होंने खुद देखा कि गाँव के छोटे पुल,सड़क, पगडंडी का भारी बारिश और बादल फटाई में नामों-निशान नहीं रह गया है। पीड़ितों के दुख-दर्द-तकलीफ सुनने के बाद उन्होंने मातहत अफसरों-Engineers को युद्ध स्तर पर हालात सामान्य बनाने के लिए जुट जाने का फरमान मौके पर ही दिया।

DM सविन को छमरौली से फुलेत पहुँचने में ढाई घंटे लगे। फुलेत में DM ने भूमि कटाव-फसल- भवन क्षति-पशुधन हानि के आकलन एवं मुआवजे के लिए तहसीलदार-ब्लॉक प्रभारी (कृषि),ADO (उद्यान) JE-PWD को जरूरी निर्देश दिए और निर्देश दिए कि अंतिम व्यक्ति को मुआवजा मिलने तक वे मौके पर ही तैनात रहेंगे।

PWD अफसरों को मकानों के नुकसान की तकनीकी रिपोर्ट आज ही प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। आपदा में मृतक एवं लापता श्रमिकों का पूरा विवरण प्रस्तुत करने के लिए Ex En (PMGSY) को हिदायत दी।

दैवीय आपदा में मलबे से ब्लॉक खाले एंव पैदल रास्ते खोलने के लिए PMGSY को मौके पर ही Budget मंजूर कर दिया आज से ही कार्य चालू करने के निर्देश भी दिए।

Schools से संबंधित समस्याओं के लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी एवं खंड शिक्षा अधिकारी को क्षेत्र का दौरा कर रिपोर्ट पेश करने की हिदायत दी। जिले के Number-1 अफसर और उनके साथ इतने अधिक अफसरों को इस कदर अति दुर्गम हिस्से में पहुंचता देख गाँव के लोग हैरान दिखे।

उन्होंने बैठक के लिए व्यवस्था करने में भी मदद की। आपदा की मार के दर्द को बयां किया। पेश आ रही मुश्किलों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री पुष्कर ने DMs को आपदाग्रस्त इलाकों में First Responder के तौर पर सबसे पहले पहुँच के लोगों को राहत देने के निर्देश दिए हैं। वह खुद भी Ground Zero पर पहुँचने में देर नहीं लगा रहे।

 

 

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