अंतरराष्ट्रीयउत्तराखंडदेशराष्ट्रीय

बादल फटने की Hat Trick से उत्तरकाशी में प्रलय का आलम!धराली बाजार तबाह:Army Camp हर्षिल-सुक्की Top के करीब भी फटे बादल:CM पुष्कर ने सभी Program रद्द कर तिरुपति से राजधानी पहुँच बचाव-राहत कार्यों की कमान संभाली:PM-HM ने शोक जताया:केंद्र से हर हर मदद का ऐलान

Acting CS सुधांशु ने आला अफसरों संग हालात-बचाव कार्यों का लिया जायजा:PMO को रिपोर्ट दी:3 IAS Officers उत्तरकाशी भेजे गए

Chetan Gurung

गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के लिए विख्यात उत्तरकाशी के भटवाड़ी तहसील का धराली बाजार मंगलवार को खौफनाक बारिश (Cloud Burst) में कई इन्सानों की जिंदगी खत्म होने के साथ बुरी तरह बर्बाद-तबाह हो गया। Army Camp-हर्षिल और सुक्की Top (हर्षिल-गंगनानी के बीच) के करीब भी बादल फटने से प्रलय का मंजर दिखा। CM पुष्कर सिंह धामी तिरुपति (आंध्र प्रदेश) का दौरा तत्काल रद्द कर देहरादून पहुँचे और आपदा केंद्र से हालात और बचाव-राहत कार्यों की कमान खुद संभाली।PM नरेंद्र मोदी और HM अमित शाह ने मुख्यमंत्री के साथ ही हादसे के शिकार लोगों के प्रति गहरा दुख जताते हुए उनको श्रद्धांजलि दी। दोनों ने उत्तराखंड सरकार को इस हादसे से उबरने और राहत कार्यों के लिए हर मुमकिन मदद केंद्र से देने का भरोसा दिया। सरकार ने 3 IAS अफसरों अभिषेक रूहेला-मेहरबान सिंह बिष्ट और गौरव कुमार को उत्तरकाशी आपदा राहत के लिए तैनात कर दिया।

तिरुपति से देहरादून पहुँचते ही CM पुष्कर सिंह धामी ने आला अफसरों की बैठक करने के साथ ही उत्तरकाशी आपदा और राहत-बचाव कार्यों की कमान संभाली

————-

खीर गाढ़ में दोपहर लगभग 1.50 बजे अत्यधिक बारिश के बाद पहाड़ के बीच से गुजरने वाली नदी ने रौद्र रूप अपना लिया। जलस्तर बढ़ने के बाद नदी ने भारी मलबे को लेते हुए नदी किनारे पहाड़ों के आँचल में बसे खूबसूरत धराली बाजार पर भीषण धावा बोल दिया। लोगों को संभलने और समझने का मौका तक नहीं मिला। Viral Videos में सुरक्षित कोने में मौजूद लोग चिल्ला-चीख रहे। हादसे ने कई भवनों, होटल एवं दुकानों को पलक झपकने से भी कम वक्त में जड़ से उखाड़ के ज़मींदोज़ कर डाला। कहर ने यहीं सांस नहीं ली। दोपहर 3 बजे हर्षिल और गंगनानी के बीच सुक्की Top के करीब और फिर Army Camp (हर्षिल) में भी 3.30 बजे बादल फट पड़ा। ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया कि बादल रह-रह के लगातार फटे हों।

Acting CS RK सुधांशु ने DGP-गृह सचिव-आयुक्त के साथ बैठक की

——————-

राजधानी में मौजूद Acting Chief Secretary RK सुधांशु ने तत्काल DM प्रशांत आर्य से रिपोर्ट ले के CM पुष्कर सिंह धामी और PMO-केंद्रीय गृह मंत्रालय को हालात की जानकारी दी। इसके साथ ही SDRF-Army-पुलिस-Fire Brigade और स्थानीय प्रशासन भी बचाव तथा खोज-राहत कार्यों में जुट गए। NDRF-ITBP को भी मौके पर रवाना कर दिया गया है। मुख्यमंत्री राष्ट्रीय संस्कृत विवि के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए तिरुपति थे। वह सारे कार्यक्रम रद्द कर देहरादून लौट आए। आते ही वह राज्य आपदा राहत केंद्र पहुंचे और सारे हालात का जायजा लेने के साथ ही राहत कार्यों की कमान भी संभालते दिखे।

धराली इलाका District HQ से 80 KM दूर है। निकटतम चिकित्सालय 5 किमी, जिला चिकित्सालय 88 किमी तथा AIIMS देहरादून 246 किमी दूर है। मदद के लिए Airforce से भी संपर्क किया गया है। देहरादून समेत कई जिलों के अस्पतालों में Bed आरक्षित कर दिए गए हैं। खतरे को भाँपते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। प्रभारी मुख्य सचिव सुधांशु ने बताया कि केंद्र सरकार ने राहत और बचाव कार्यों में हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। केंद्र सरकार के आला अफसरों से लगातार Co-Ordination के साथ बचाव-राहत कार्यों पर काम हो रहा है।

सुधांशु ने DGP दीपम सेठ, सचिव (गृह) शैलेश बगौली, आयुक्त (गढ़वाल) विनय शंकर पांडे, ADG अजय प्रकाश अंशुमन तथा IG (गढ़वाल) राजीव स्वरूप, IG-SDRF अरुण मोहन जोशी के साथ राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों की जानकारी ली। RKS ने जिलाधिकारी  (उत्तरकाशी) प्रशांत से VC के जरिये ताजा हालात की जानकारी ली। BRO-PWD को जल्दी सड़कें खोलने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।

PHC (हर्षिल-भटवाड़ी) में घायलों के उपचार के लिए सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई हैं। AIIMS (ऋषिकेश)-दून अस्पताल में भी अतिरिक्त बेड रिजर्व कर दिए गए हैं। NDRF के 65 जवान दिल्ली-देहरादून से रवाना किए गए हैं। SDRF के 30 जवान गंगोत्री से और 45 जवान देहरादून से-ITBP के 30 जवानों को मौके पर भेजा गया है। केंद्र से 2 MI हेलीकॉप्टर तथा 1 चिनूक हेलीकॉप्टर के लिए वायु सेना को अनुरोध किया गया है। UCADA के 2 हेलीकॉप्टर भी राहत और बचाव कार्यों के लिए भेजे जाने के लिए तैयार हैं। मौसम अनुकूल होने पर वायु सहायता पहुंचाई जाएगी।

सड़कों को खोलने के लिए सभी आवश्यक संसाधन भेजे गए हैं। मार्ग बाधित होने तथा मौसम खराब होने के कारण राहत और बचाव दलों को घटनास्थल पर पहुंचने में कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। राहत और बचाव दल हवाई तथा सड़क मार्ग से घटनास्थल पर पहुंच जाएंगे। चिकित्सा और स्वास्थ्य सचिव डॉ R राजेश कुमार ने कहा कि उत्तरकाशी आपदा-राहत कार्यों में किसी भी स्वास्थ्य कर्मी की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी को हर वक्त मुस्तैदी से अपने फर्ज को अंजाम देना होगा। सरकार ने Helpline Number जारी कर दिए हैं-

1-  जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र, उत्तरकाशी में स्थापित हेल्पलाईन नम्बर।

01374.222722A  7310913129A 7500737269

Toll Free Number-1077, ERSS Toll Free Number-112

2- राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र,  देहरादून में स्थापित Helpline Number-0135.2710334A 2710335A 8218867005ए 9058441404॥Toll Free Number-1070, ERSS Toll Free Number-112

 

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button